बरेलीः जिले के मीरगंज रामगंगा नदी का जलस्तर बढ़ जाने से सिरौली की ओर जाने वाले रामगंगा बाबा कैलाश गिरी मणि के पास बना पैंटून पुल अचानक बह गया. पुल घाट से करीब 100 मीटर दूर जाकर रुका. इस पुल से निकलकर आंवला, बिसौली, बदायूं, सिरौली, शाहाबाद की ओर लोग जाते हैं. इस पुल के बहने से करीब 100 गांव के लोगों का आवागमन बाधित हुआ है.
रविवार को बढ़ा पानी का जलस्तर पानी
मीरगंज में रामगंगा घाट और बाबा कैलाश गिरी मढ़ी पर रहने वाले लोगों का कहना है कि रविवार की सुबह तड़के अचानक रामगंगा में तेज पानी का बहाव आ गया. उस पानी में जलकुंभी भी बह रही थी. पानी के तेज बहाव के चलते यहां का पैंटून पुल करीब 100 मीटर दूर तक बह गया, जिससे आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया.
करनी पड़ती है नाव की सवारी
पुल को हर साल 15 अक्टूबर तक बना दिया जाता है. साथ ही जून में इसे यहां से हटा दिया जाता है. फिर यहां पैदल और बाइक सवार राहगीरों को रामगंगा पार करने को नाव की सवारी करनी पड़ती है. क्योंकि मानसून आने के कारण रामगंगा में अधिक पानी आता है. जिससे पुल बहने का डर बना रहता है.
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जल स्तर बढ़ने से पालेज की फसल बर्बाद
गंगा का जलस्तर बढ़ते ही किसान मुसीबत से घिर गया है. गंगा के उफान से हजारों बीघा पालेज की फसल बह गई. इसमें ककड़ी, खरबूजा, तरबूज, लौकी, खीरा, टमाटर आदि की हजारों बीघा फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई. किसानों का कहना है कि साहूकारों से ब्याज लेकर सब्जी, पालेज की फसल लगाई थी.
तहसीलदार अरविंद कुमार तिवारी ने कहा कि राम गंगा का जलस्तर बढ़ने से फसल का नुकसान हुआ है. लेखपाल को भेजकर जांच कराकर नुकसान का आकलन कराया जाएगा. उसके बाद शासन को रिपोर्ट भेज कर किसानों को मुआवजा भी दिलाया जाए.