बरेली : ओमिक्रोन वायरस के नए स्वरूप के सामने आने के मद्देनजर उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारियां शुरू कर दीं हैं. इसी कड़ी में बरेली के सरकारी 300 बेड कोविड हॉस्पिटल में एक इंटरनेशनल कोविड वार्ड बनाया गया है. इसमें विदेशों से आने वाले लोगों के संक्रमित होने पर उनको भर्ती कर इलाज किया जाएगा.
कोरोनावायरस की दूसरी लहर में जहां स्वास्थ्य विभाग की पूरी तैयारियां होने के बावजूद वायरस का कहर जमकर बरसा था, अब नए रूप के वायरस के आने की जानकारी होते ही उत्तर प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग तैयारियों में जुट गया है.
सरकारी अस्पतालों में एक इंटरनेशनल कोविड-19 वार्ड बनाकर विदेशों से आने वाले वायरस संक्रमित व्यक्ति को भर्ती कर उनके इलाज की तैयारी की जा रही है. बरेली में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से 300 बेड कोविड हॉस्पिटल में एक इंटरनेशनल कोविड वार्ड बनाया गया है.
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300 बेड के इस हॉस्पिटल में अभी एक वार्ड को इंटरनेशनल कोविड-वार्ड के रूप में तैयार किया गया है. यहां 6 बेड़ों को आधुनिक मशीनों से लैस कर तैयार किया गया है. जरूरत पड़ने पर और यहां बेड़ों की संख्या बढ़ाई भी जा सकेगी.
यही नहीं, पूरे हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था है. साथ ही हॉस्पिटल में संक्रमित का इलाज करने के लिए डॉक्टरों की पूरी टीम तैयार है जो जरूरत पड़ने पर संक्रमित व्यक्ति का इलाज करेंगी. बरेली के सरकारी 300 बेड कोविड हॉस्पिटल में बच्चों के लिए भी पीकू वार्ड बनाया गया है.
सीएमएस डॉ. पवन कपाही ने बताया कि भारत सरकार की नई गाइडलाइन के अनुसार सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से आने वाले यात्रियों की कोविड-19 की जांच की जाएगी. जांच के दौरान कोई भी यात्री पॉजिटिव पाया जाता है तो उसको एक हफ्ते के लिए निकट के हॉस्पिटल में क्वारंटाइन किया जाएगा.