बरेली: बरेली जंक्शन पर बदइंतजामी का आलम यह है कि यहां एक अदद घड़ी तक नहीं है. दरअसल बरेली रेलवे स्टेशन पर ट्रेन को लेकर उदघोषणा तो सभी सुन सकते हैं, कि कौन सी ट्रेन कब तक यहां पहुंचेगी, किस प्लेटफार्म पर पहुंचेगी, इसके लिए वाकायदा समय-सारणी को स्क्रीन पर भी देखा जा सकता है. लेकिन अगर आपको यहां समय देखना हो और आपके पास घड़ी नहीं है तो आपको दूसरे यात्रियों पर आश्रित होना पड़ेगा.
दरअसल, बरेली रेलवे स्टेशन के किसी भी प्लेटफॉर्म पर कहीं भी ऐसी कोई व्यवस्था तक नहीं है जिससे आप समय का पता लगा सकें. ऐसे में आपकी अपनी कलाई पर बंधी या फिर दूसरों की कलाई पर बंधी घड़ी या फिर मोबाइल फोन ही एक सहारा हैं जिससे आप समय जान सकते हैं. बरेली रेलवे स्टेशन पर वर्षों से यात्रियों को कुली के तौर पर सेवा देने वाले नियामत अली कहते हैं कि एक समय था जब बहुत बड़ी घड़ी जंक्शन के मुख्य गेट पर लगी हुई थी, साथ ही अंदर भी घड़ियां उपलब्ध थीं. जिससे यात्रियों को भी समय जानने में आसानी रहती थी. वो कहते हैं लोग तसल्ली से अपनी गाड़ी आने का इंतजार करते थे, लेकिन अब यहां से सभी घड़ियां गायब हो गई हैं.
बरेली जंक्शन की GROUND REPORT: यहां पर नहीं है एक भी घड़ी, यात्रियों को होती है परेशानी बड़ी
कहते हैं रेल प्रशासन समय का बड़ा पाबंद होता है. रेलवे को समय की पाबंदी का पर्याय भी माना जाता है. समय-सारणी के द्वारा ट्रेनों का आवागमन होता है. ट्रेन भले ही देर से चले मगर आपको रेल प्रशासन की समय सारणी के अनुसार ही स्टेशन पर पहुंचना होगा. आप एक मिनट भी देर करते हैं तो ट्रेन आपके हाथ से छूट जाएगी. मगर यूपी के बरेली जंक्शन का नजारा थोड़ा अलग है. दरअसल, घड़ी के बिना आप बरेली जंक्शन पर पहुंचे तो परेशानी जरूर उठानी पड़ेगी. क्योंकि ऐसे यात्री जो घड़ी पहन कर यहां नहीं आते हैं उनको समय जानने के लिए दूसरों पर आश्रित होना पड़ता है. क्योंकि बदइंतजामी का आलम ये है कि इतने बड़े रेलवे स्टेशन पर एक भी घड़ी नहीं है.
बरेली: बरेली जंक्शन पर बदइंतजामी का आलम यह है कि यहां एक अदद घड़ी तक नहीं है. दरअसल बरेली रेलवे स्टेशन पर ट्रेन को लेकर उदघोषणा तो सभी सुन सकते हैं, कि कौन सी ट्रेन कब तक यहां पहुंचेगी, किस प्लेटफार्म पर पहुंचेगी, इसके लिए वाकायदा समय-सारणी को स्क्रीन पर भी देखा जा सकता है. लेकिन अगर आपको यहां समय देखना हो और आपके पास घड़ी नहीं है तो आपको दूसरे यात्रियों पर आश्रित होना पड़ेगा.
दरअसल, बरेली रेलवे स्टेशन के किसी भी प्लेटफॉर्म पर कहीं भी ऐसी कोई व्यवस्था तक नहीं है जिससे आप समय का पता लगा सकें. ऐसे में आपकी अपनी कलाई पर बंधी या फिर दूसरों की कलाई पर बंधी घड़ी या फिर मोबाइल फोन ही एक सहारा हैं जिससे आप समय जान सकते हैं. बरेली रेलवे स्टेशन पर वर्षों से यात्रियों को कुली के तौर पर सेवा देने वाले नियामत अली कहते हैं कि एक समय था जब बहुत बड़ी घड़ी जंक्शन के मुख्य गेट पर लगी हुई थी, साथ ही अंदर भी घड़ियां उपलब्ध थीं. जिससे यात्रियों को भी समय जानने में आसानी रहती थी. वो कहते हैं लोग तसल्ली से अपनी गाड़ी आने का इंतजार करते थे, लेकिन अब यहां से सभी घड़ियां गायब हो गई हैं.