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दो बच्चों की मां कर रहीं नेशनल पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में जीत की तैयारी, जानें कहा है कहानी

बेसिक शिक्षा विभाग में 41 वर्षीय अध्यापक रीता सिंह ने दो साल में नेशनल पावर लिफ्टिंग में दो गोल्ड मेडल अपने नाम किए है. वहीं, तीसरे मेडल की तैयारी कर रही हैं. रीता सिंह के दो बेटे हैं.

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मां ने पावरलिफ्टिंग में जीते दो गोल्ड मेडल
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Published : Apr 3, 2022, 6:21 PM IST

Updated : Apr 3, 2022, 6:55 PM IST

बरेली: क्या आप सोच सकते हैं कि 41 वर्ष की उम्र में दो बच्चों की मां एकाएक पावर लिफ्टिंग के बारे में सोचने लगेगी. यही नहीं, एक स्टेट और एक नेशनल लेवल पर गोल्ड मेडल भी जीत जाएगी. यह सच कर दिखाया है बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात 41 वर्षीय रीता सिंह ने जो अब नेशनल पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में दूसरे गोल्ड मैडल की तैयारी में जुट गईं हैं. उनकी इस उपलब्धि को श्रेय वह अपने पति को देती हैं जो खुद भी एक पावर लिफ्टर हैं.

वीर सावरकर नगर की रहने वाली 41 वर्षीय रीता सिंह बेसिक शिक्षा विभाग में बिथरी चैनपुर ब्लॉक के तैयबपुर गांव के विद्यालय में तैनात हैं. रीता सिंह के पति मुकेश भी बेसिक शिक्षा विभाग में बरेली में ही तैनात है. रीता सिंह का जहां बड़ा बेटा 11 वर्ष का है तो वहीं छोटा बेटा 9 साल का है. दो बेटे होने के बावजूद रीता सिंह पर पावरलिफ्टिंग का ऐसा शौक चढ़ा कि उन्होंने चंद महीनों में ही पावर लिफ्टिंग प्रतियोगिता में भाग लेकर दो गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिए. रीता सिंह सुबह को अपने विद्यालय जाकर बच्चों को पढ़ाती हैं तो वहीं, शाम को घर में बने मिनी जिम में पसीना बहाती हैं.

मां ने पावरलिफ्टिंग में जीते दो गोल्ड मेडल

पति को बनाया अपना कोच

रीता सिंह परिवार के साथ
रीता सिंह परिवार के साथ
कहा जाता है कि हर सफल व्यक्ति के पीछे एक महिला का हाथ होता है. यहां एक सफल महिला के पीछे उसके पति का हाथ है. जहां पति ने पावरलिफ्टिंग कोच बनकर पत्नी को पावरलिफ्टिंग चैंपियन बना दिया. रीता सिंह ने बताया कि उनके पति मुकेश कुमार पावर लिफ्टिंग करते हैं. 2020 के मार्च में के लॉकडाउन के दौरान जब सब कुछ बंद हो गया था. तब उनके पति मुकेश कुमार घर पर ही जिम बनाकर पावरलिफ्टिंग की प्रैक्टिस करते थे. पावरलिफ्टिंग की प्रैक्टिस करते वक्त रीता सिंह उनकी मदद करती थी.
रीता सिंह और उनके पति मुकेश कुमार
रीता सिंह और उनके पति मुकेश कुमार

पति मुकेश को पावरलिफ्टिंग करते देख उनके अंदर भी पावरलिफ्टिंग करने का शौक ऐसा जगा कि पति को अपना कोच बनाकर अभ्यास करने लगी. रीता सिंह ने बताया कि उनके दोनों बेटे बड़े ऑपरेशन से हुए हैं. इसके अलावा एक और उनके पेट का ऑपरेशन हुआ है. उसके बावजूद वह अपने पावर लिफ्टिंग के शौक को पूरा करने के लिए पूरी मेहनत से लगी रहती हैं. खुद को यह महसूस नहीं होने देती कि वह 41 वर्ष की हैं और दो बच्चों की मां है.

रीता सिंह पावरलिफ्टिंग करते हुए
रीता सिंह पावरलिफ्टिंग करते हुए
दो गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं रीता सिंह : बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात रीता सिंह ने बताया कि जब पहला लॉकडाउन लगा और सब कुछ बंद हो गया था. उसी दौरान उन्होंने पावरलिफ्टिंग के अपने शौक को पूरा करना शुरू किया. घर में ही बने छोटे से जिम में अपने पति को पावरलिफ्टिंग का कोच बना कर उनके दिए गए टिप्स के आधार पर अभ्यास करना शुरू कर दिया. इसके बाद चंद दिनों में ही उन्होंने पावरलिफ्टिंग में अपनी पकड़ बनाना शुरु कर दी. फरवरी 2021 में स्टेट लेवल के पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में भाग लेकर गोल्ड मेडल जीता जहां उन्होंने कुल 227 किलो वजन उठाया. इसके बाद जनवरी 2022 में जमशेदपुर में हुई पावरलिफ्टिंग नेशनल चैंपियनशिप में भाग लेकर 280 किलो कुल वजन उठाकर एक गोल्ड मेडल और अपने नाम किया.
रीता सिंह पावरलिफ्टिंग करते हुए
रीता सिंह पावरलिफ्टिंग करते हुए
यह भी पढ़ें:अजब फरमानः मास्टर जी अब पकड़ेंगे सांड और करेंगे चौकीदारी

छत्तीसगढ़ में होने वाली नेशनल प्रतियोगिता तैयारी
तीसरी नेशनल पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप की रीता तैयारी कर रही हैं. जो मई 2022 में छत्तीसगढ़ के जमशेदपुर में होनी है. उसके लिए अभी से तैयारी में जुटी हुई है. रीता सिंह के पति मुकेश कुमार ने बताया कि वह खुद बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात हैं और पावरलिफ्टिंग सिखाते हैं. लॉकडाउन के दौरान जब वह घर पर पावरलिफ्टिंग की प्रैक्टिस करते थे. तब उनकी मदद उनकी पत्नी भी करती थी. इसके बाद खुद को रीता सिंह का कोच बनाकर पावर लिफ्टिंग के शौक को निखारने में उनकी मदद की. उन्हें उम्मीद है कि छत्तीसगढ़ में होने वाली प्रतियोगिता में रीता फिर गोल्ड मेडल अपने नाम कर सकती हैं.

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बरेली: क्या आप सोच सकते हैं कि 41 वर्ष की उम्र में दो बच्चों की मां एकाएक पावर लिफ्टिंग के बारे में सोचने लगेगी. यही नहीं, एक स्टेट और एक नेशनल लेवल पर गोल्ड मेडल भी जीत जाएगी. यह सच कर दिखाया है बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात 41 वर्षीय रीता सिंह ने जो अब नेशनल पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में दूसरे गोल्ड मैडल की तैयारी में जुट गईं हैं. उनकी इस उपलब्धि को श्रेय वह अपने पति को देती हैं जो खुद भी एक पावर लिफ्टर हैं.

वीर सावरकर नगर की रहने वाली 41 वर्षीय रीता सिंह बेसिक शिक्षा विभाग में बिथरी चैनपुर ब्लॉक के तैयबपुर गांव के विद्यालय में तैनात हैं. रीता सिंह के पति मुकेश भी बेसिक शिक्षा विभाग में बरेली में ही तैनात है. रीता सिंह का जहां बड़ा बेटा 11 वर्ष का है तो वहीं छोटा बेटा 9 साल का है. दो बेटे होने के बावजूद रीता सिंह पर पावरलिफ्टिंग का ऐसा शौक चढ़ा कि उन्होंने चंद महीनों में ही पावर लिफ्टिंग प्रतियोगिता में भाग लेकर दो गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिए. रीता सिंह सुबह को अपने विद्यालय जाकर बच्चों को पढ़ाती हैं तो वहीं, शाम को घर में बने मिनी जिम में पसीना बहाती हैं.

मां ने पावरलिफ्टिंग में जीते दो गोल्ड मेडल

पति को बनाया अपना कोच

रीता सिंह परिवार के साथ
रीता सिंह परिवार के साथ
कहा जाता है कि हर सफल व्यक्ति के पीछे एक महिला का हाथ होता है. यहां एक सफल महिला के पीछे उसके पति का हाथ है. जहां पति ने पावरलिफ्टिंग कोच बनकर पत्नी को पावरलिफ्टिंग चैंपियन बना दिया. रीता सिंह ने बताया कि उनके पति मुकेश कुमार पावर लिफ्टिंग करते हैं. 2020 के मार्च में के लॉकडाउन के दौरान जब सब कुछ बंद हो गया था. तब उनके पति मुकेश कुमार घर पर ही जिम बनाकर पावरलिफ्टिंग की प्रैक्टिस करते थे. पावरलिफ्टिंग की प्रैक्टिस करते वक्त रीता सिंह उनकी मदद करती थी.
रीता सिंह और उनके पति मुकेश कुमार
रीता सिंह और उनके पति मुकेश कुमार

पति मुकेश को पावरलिफ्टिंग करते देख उनके अंदर भी पावरलिफ्टिंग करने का शौक ऐसा जगा कि पति को अपना कोच बनाकर अभ्यास करने लगी. रीता सिंह ने बताया कि उनके दोनों बेटे बड़े ऑपरेशन से हुए हैं. इसके अलावा एक और उनके पेट का ऑपरेशन हुआ है. उसके बावजूद वह अपने पावर लिफ्टिंग के शौक को पूरा करने के लिए पूरी मेहनत से लगी रहती हैं. खुद को यह महसूस नहीं होने देती कि वह 41 वर्ष की हैं और दो बच्चों की मां है.

रीता सिंह पावरलिफ्टिंग करते हुए
रीता सिंह पावरलिफ्टिंग करते हुए
दो गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं रीता सिंह : बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात रीता सिंह ने बताया कि जब पहला लॉकडाउन लगा और सब कुछ बंद हो गया था. उसी दौरान उन्होंने पावरलिफ्टिंग के अपने शौक को पूरा करना शुरू किया. घर में ही बने छोटे से जिम में अपने पति को पावरलिफ्टिंग का कोच बना कर उनके दिए गए टिप्स के आधार पर अभ्यास करना शुरू कर दिया. इसके बाद चंद दिनों में ही उन्होंने पावरलिफ्टिंग में अपनी पकड़ बनाना शुरु कर दी. फरवरी 2021 में स्टेट लेवल के पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में भाग लेकर गोल्ड मेडल जीता जहां उन्होंने कुल 227 किलो वजन उठाया. इसके बाद जनवरी 2022 में जमशेदपुर में हुई पावरलिफ्टिंग नेशनल चैंपियनशिप में भाग लेकर 280 किलो कुल वजन उठाकर एक गोल्ड मेडल और अपने नाम किया.
रीता सिंह पावरलिफ्टिंग करते हुए
रीता सिंह पावरलिफ्टिंग करते हुए
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छत्तीसगढ़ में होने वाली नेशनल प्रतियोगिता तैयारी
तीसरी नेशनल पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप की रीता तैयारी कर रही हैं. जो मई 2022 में छत्तीसगढ़ के जमशेदपुर में होनी है. उसके लिए अभी से तैयारी में जुटी हुई है. रीता सिंह के पति मुकेश कुमार ने बताया कि वह खुद बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात हैं और पावरलिफ्टिंग सिखाते हैं. लॉकडाउन के दौरान जब वह घर पर पावरलिफ्टिंग की प्रैक्टिस करते थे. तब उनकी मदद उनकी पत्नी भी करती थी. इसके बाद खुद को रीता सिंह का कोच बनाकर पावर लिफ्टिंग के शौक को निखारने में उनकी मदद की. उन्हें उम्मीद है कि छत्तीसगढ़ में होने वाली प्रतियोगिता में रीता फिर गोल्ड मेडल अपने नाम कर सकती हैं.

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Last Updated : Apr 3, 2022, 6:55 PM IST
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