बरेलीः आईएमसी के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने स्वामी प्रसाद मौर्य के श्रीरामचरितमानस पर दिए बयान पर कहा कि 'श्रीरामचरितमानस में जो लिखा है इस समय वैसा ही हो रहा है. शूद्र, गवार, ढोल पीटे जा रहे हैं और औरतों को उठाया जा रहा है. उन पर पेशाब की जा रही है, उनका बलात्कार हो रहा है. इसलिए इस पर तो इस वक्त के भगवान नरेंद्र मोदी को बोलना चाहिए'.
तौकीर रजा ने कहा कि 'आस्थाओं का टकराव हमारे देश के लिए अच्छा नहीं है. आस्थाओं को जब ठेस पहुंचती है, तो आदमी विचलित हो जाता है, बेचैन हो जाता है और हालात खराब हो जाते हैं. मैंने हमेशा यह बात कही एक दूसरे की आस्थाओं का सम्मान किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा जो बात स्वामी प्रसाद मौर्य ने अब कही है वो जब भाजपा के थे तब क्यों नहीं की'.
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के घर वापसी करवाने पर कहा कि 'घर वापसी क्या होती है, 14 सौ साल पहले एक लाइट हमें मिली थी और वो लाइट अभी तक आप को नहीं मिली, जब मिल जाएगी तो आप भी इस्लाम में आ जाएंगे, क्योंकि इस्लाम अमन और शांति का भाईचारे का पैगाम देता है. हिंदू राष्ट्र बनाने वाले न जाने कितने आए और चले गए. इस्लाम का रास्ता इंसाफ का रास्ता है, अच्छाई का रास्ता है, सच्चाई का रास्ता है और मोहब्बत का रास्ता है'.
मौर्य बोले, रामचरित मानस को किया जाए प्रतिबंधित
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि 'रामचरित मानस को प्रतिबंधित कर देना चाहिए. अगर सरकार रामचरितमानस को प्रतिबंधित नहीं कर सकती है तो उन चौपाइयों को ही निकाल देना चाहिए, जिनमें पिछड़ों दलितों का अपमान किया गया है. सपा नेता ने कहा कि रामचरितमानस में धर्म के नाम पर विशेष जाति का अपमान किया गया है. कहा कि रामचरितमानस को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर देना चाहिए. मुझे रामचरित मानस के कुछ हिस्सों पर आपत्ति है'.
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