बरेली: स्वच्छ भारत के सपने को सच करने के लिए मोदी सरकार ने देश को प्लास्टिक मुक्त करने का अभियान चलाया है. मोदी सरकार से प्रेरित होकर बरेली कॉलेज के विधि प्रोफेसर डॉ. प्रदीप कुमार ने अनूठी मुहिम शुरू की है. डॉ. प्रदीप शादी, बारात या फिर किसी भी प्रकार के समारोह में पॉलीथिन में गिफ्ट या कोई सामान पैक करके लाने वालों के यहां जाने से साफ इनकार कर देते हैं.
शादी में पॉलीथिन का उपयोग न करने को प्रेरित करते हैं
डॉ. प्रदीप दुबे ने 2 साल पहले इस मुहिम की शुरुआत की थी. उन्होंने इसकी शुरुआत शादियों से की थी. उनके घर में जब भी कोई शादी का कार्ड लेकर आता तो उससे शादी में पॉलीथिन न प्रयोग करने को कहते और पॉलीथिन का इस्तेमाल न होने पर ही निमंत्रण को स्वीकार करते हैं. दरअसल, उनके पॉलीथिन विरोध को देखते हुए लोग कार्डों की पॉलीथिन निकालने के बाद उन्हें न्यौता देते हैं. मगर शादी में प्लास्टिक का इस्तेमाल होता देख वह लौट आते हैं.
दो साल पहले शुरू की थी मुहिम
करीब 2 साल पहले उन्होंने इस मुहिम की शुरुआत की थी. पहले तो ऐसा करने वाले वह बरेली के अकेले इंसान थे. मगर, अब उनकी इस मुहिम से प्रेरित होकर बरेली कॉलेज के तमाम छात्र और समाजसेवी संस्था के साथ-साथ समाज के प्रबुद्ध लोग भी जुड़ रहे हैं. युवा पीढ़ी को कानून पढ़ाने वाले डॉ. प्रदीप कुमार लंबे समय से विभिन्न प्रकार के सामाजिक मुद्दों को जोरदार ढंग से उठाते रहे हैं.
कई बार कर चुके पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगाने की मांग
पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगाने के लिए उन्होंने जागर संस्था के जरिए कई बार नगर निगम, शासन व प्रशासन को पत्र लिखकर पॉलीथिन के प्रयोग पर रोक लगाने की मांग की, लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी सिस्टम नहीं जागा तो उन्होंने पॉलीथिन के विरोध का ये अनूठा तरीका अपनाया. उन्होंने ऐसे सभी कार्यक्रमों में जाना बंद कर दिया, जहां पॉलीथिन का इस्तेमाल होता है.
रंग ला रही है उनकी मुहिम
बरेली में उनकी यह मुहिम रंग लाने लगी है. कॉलेज के छात्र-छात्राएं भी उनकी इस मुहिम से जुड़ रहे हैं और समाज को पॉलीथिन का इस्तेमाल न करने का संदेश देते हैं. वो लोगों को बताते हैं कि पर्यावरण के लिए पॉलिथीन कितनी नुकसानदायक है. यह पर्यावरण को धीरे-धीरे नष्ट कर रही है.