बरेली: अपने बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाले केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद की एक टिप्पणी फिर चर्चा में आई है. गुरुवार को उत्तर प्रदेश के बरेली पहुंचे केरल के राज्यपाल ने कश्मीरी पंडितों की हत्या का मुद्दा उठाया. कहा कि रात 12 बजे कश्मीरी पंडितों को उनका घर छोड़ने को मजबूर किया गया. जब कश्मीरी पंडितों की हत्या की जा रही थी, तब सब चुप थे.
बरेली में उन्होंने हिंदू कौन है? इसको भी परिभाषित किया. कहा, भारत में रहने वाला, भारत का अन्न खाने वाला, पानी पीने वाला हर व्यक्ति अपने आपको हिंदू कहने का हकदार है. इस दौरान केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद ने पाकिस्तान के हालत पर भी जताई चिंता. कहा, पाकिस्तान के टुकड़े-टुकड़े होने से उनके हथियारों का जो जखीरा है, उनका मालिक कौन बनेगा? क्या उसका इस्तेमाल होगा? इस तरह की बाते वहां शुरू हो गई हैं. हम नहीं चाहते वो मुल्क टूटे. पाकिस्तान हमारी मर्जी के खिलाफ बना वो अलग बात है.
केरल के राज्यपाल ने एक शायरी के जरिए अपने देश भारत की तारीफ की. कहा, 'अलम्मा इकबाल की सदियों रहा है दुश्मन हमारा, सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तां हमारा'. उन्होंने संस्कृत के एक श्लोक के जरिए कहा कि अपने देश के लिए अगर अपने आप को कुर्बान करना पड़ जाए तो कोई बात नहीं. हम सभी को गीता, कुरान, बाइबिल और अधिक से अधिक किताबें पढ़नी चाहिए. केरल के राज्यपाल महामहिम आरिफ मोहम्मद दरगाह आला हजरत के मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी की किताब का विमोचन करने के लिए बरेली पहुंचे थे. सर्किट हाउस में उन्होंने किताब के विमोचन के दौरान ये बातें कहीं.