बरेली: स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते पिछले साल जिले भर में फैले जिस फैल्सीफैरम मलेरिया ने 250 से ज्यादा लोगों की जान ले ली थी, उसकी शुरुआत इस बार कहीं और से नहीं बल्कि जिला अस्पताल से हुई है. अस्पताल में कई दिनों से भर्ती दो मरीजों में इस जानलेवा बीमारी की पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच हुआ है. मरीजों को डेंगू-मलेरिया वार्ड में शिफ्ट किया गया है. वहीं सीएमओ ने जिले में हाई अलर्ट जारी कर दिया है.
कैसे फैल्सीफैरम मलेरिया ने दी दस्तक
- जिले के चौबारी क्षेत्र के रहने वाले निशु कुमार ने बीते नौ मई को अपने परिजनों से पेट में तेज दर्द होने की शिकायत की.
- निशु कुमार के परिजनों ने आनन-फानन में उन्हें जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया.
- दो-तीन दिन में निशु का पेट दर्द तो ठीक हो गया, लेकिन डिस्चार्ज होने से पहले ही तेज बुखार आ गया.
- निशु के ब्लड सैंपल की जांच की गई तो रिपोर्ट देखकर डॉक्टरों के होश उड़ गए.
- निशु को फैल्सीफैरम मलेरिया से ग्रस्त पाया गया.
- इसी तरह सुभाष नगर में रहने वाले अशोक कुमार सात मई को जिला अस्पताल में भर्ती हुए थे.
- सुभाष को सीने में दर्द की शिकायत थी. इमरजेंसी वार्ड में इलाज के बाद उन्हें जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था.
- अशोक को भी ठंड लगकर तेज बुखार आने पर जांच की तो उन्हें भी फैल्सीफैरम मलेरिया से ग्रस्त पाया गया.
- दोनों मरीजों को डेंगू-मलेरिया वार्ड में शिफ्ट कर इलाज किया जा रहा है.
क्या बोले जिम्मेदार
- वहीं फैल्सीफैरम मलेरिया फैलने की जानकारी होने पर सीएमओ विनीत कुमार शुक्ला ने जिले में हाई अलर्ट जारी कर दिया है.
- डॉ. विनीत कुमार शुक्ला ने बताया कि दो मरीजों की जांच में फैल्सीफैरम मलेरिया की पुष्टि हुई है, जिनका इलाज चल रहा है.
- बता दें कि पिछले फैल्सीफैरम मलेरिया ने जिले में जमकर कहर बरपाया था.
- इस रोग ने 250 से ज्यादा लोगों की जान ले ली थी.
- उस समय स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने जिला अस्पताल का दौरा भी किया था.