बरेलीः जीआरपी के सिपाही चरण सिंह ने शुक्रवार बरेली रेलवे जंक्शन पर एक मां बेटे को मौत के मुंह से बचाया. बदायूं की रहने वाली एक महिला अपने बेटे को लेकर गलत ट्रेन में चढ़ गई थी. जब उसे इस बात का पता चला, तो हड़बड़ाहट में वो मासूम को गोद में लेकर चलते ट्रेन से उतरी और गिर गई. महिला चलती ट्रेन की चपेट में आने वाली ही थी कि तभी पास में खड़े जीआरपी के सिपाही ने उसे ट्रेन से दूर खींच लिया. मां बेटे को बचाने का ये पूरा वाक्या प्लेटफार्म पर लगे सीसीटीवी में कैद हो गया. इसके सामने आने के बाद हर कोई जीआरपी सिपाही चरण सिंह की तारीफ कर रहा है.
दरअसल, शुक्रवार को बदायूं की रहने वाली रूपा देवी और उसका देवर अबनीश आदर्श और आराध्या को लेकर बरेली से गोरखपुर जाने वाले थे. वो प्लेटफार्म नंबर 1 पर अपनी ट्रेन का इंतजार कर रहे थे. तभी प्लेटफार्म पर श्रमजीवी एक्सप्रेस आ गई. उन्हें लगा कि ये गोरखपुर जाने वाली ट्रेन है और वो सभी उसमें सवार हो गए. लेकिन, जैसे ही ट्रेन चलने लगी इन्हें पता चला कि वह गलत ट्रेन में चढ़ गए हैं. इसके बाद हड़बड़ाहट में चलती ट्रेन से पहले रूपा का देवर और बेटी आराध्या उतरी. इसके बाद बेटे को गोद में लेकर रूपा देवी भी चलती ट्रेन से उतरने लगी और लड़खड़ा कर प्लेटफार्म पर गिर गई.
प्लेटफार्म पर गिरने के बाद रूपा देवी मासूम सहित ट्रेन की चपेट में आने ही वाली थी कि तभी पास में खड़े जीआरपी सिपाही चरण सिंह की नजर उन पर पड़ी और पलक झपकते ही उन्होंने दौड़कर मां बेटे को अपनी तरफ खींच लिया. ट्रेन की चपेट में आने से उन्हें बचा लिया. बरेली जीआरपी थाने में तैनात सिपाही चरण सिंह की बहादुरी के चलते रूपा और उसके मासूम बेटे की जान बच गई. वहीं इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जो तेजी से वायरल हो रहा है. बरेली जीआरपी थाने के इंस्पेक्टर अजीत प्रताप सिंह ने कहा कि सिपाही चरण सिंह ने सतर्कता दिखाते हुए मां-बेटे की जान बचाई है. इसके लिए उन्हें नगद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा.
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