बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली जनपद के जिला महिला अस्पताल में एसएनसीयू वार्ड के बाहर हादसा हो गया. शॉर्ट सर्किट से बिजली के तारों में आग लग गई. आग लगने के बाद अस्पताल में अफरातफरी का माहौल हो गया. इसके बाद बिजली सप्लाई को काटकर बड़ा हादसा होने से बचा लिया गया. वहीं वार्ड में भर्ती 11 नवजात बच्चों को तुरंत मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया, जहां सभी सुरक्षित बताए जा रहे हैं.
बरेली के जिला महिला अस्पताल में नवजात बच्चों के लिए एसएनसीयू वार्ड में भर्ती किया जाता है, जहां 11 बच्चे भर्ती थे. उनका इलाज चल रहा था कि तभी ओटी के बाहर और एसएनसीयू वार्ड के बाहर बने बरामदे में मंगलवार को बिजली के तारों में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई और धमाकों के साथ तार जलने लगे. आग लगते ही अस्पताल में अफरातफरी मच गई.
बच्चा वार्ड के बाहर चिंगारी के साथ आग लगने और धमाकों की आवाज से अस्पताल में अफरातफरी का माहौल हो गया. हर कोई अंदर वार्ड में भर्ती नवजात बच्चों को लेकर परेशान होने लगा. जैसे ही अस्पताल स्टाफ को शॉर्ट सर्किट से आग लगने की सूचना मिली तुरंत ही बिजली की सप्लाई को बंद कर आग पर काबू पाया गया. अगर यह आग वार्ड तक पहुंच जाती तो भर्ती बच्चों की जान भी खतरे में पड़ सकती थी. पर गनीमत रही कि ऐसा कुछ नहीं हुआ.
जिला महिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. त्रिभुवन प्रसाद ने बताया कि शॉर्ट सर्किट से बिजली के तारों में आग लग गई थी. एसएनसीयू वार्ड और ओपीडी के बाहर बरामदे में बिजली के तारों में लगी थी. बिजली की सप्लाई काट कर अस्पताल के कर्मचारियों ने बड़ा हादसा होने से टाल दिया. अस्पताल में शॉर्ट सर्किट से चिंगारी और काफी धुंआ हो गया था, जिससे अफरातफरी का माहौल हो गया था.
वार्ड के अंदर 11 नवजात बच्चे भर्ती थे जिनका इलाज चल रहा था, उन्हें आग लगने के तुरंत बाद मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है. सभी बच्चे सुरक्षित हैं. आग लगने से पूरे वार्ड की वायरिंग जल गई है, जिसे बदलने का काम शुरू किया गया है. साथ ही पता लगाया जा रहा है कि आखिर यह हादसा कैसे हुआ.