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स्कूल से बच्चे सीधे घर जाएं, इसिलए प्रिसिंपल ने अपहरण की फैला दी अफवाह

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Published : Aug 24, 2022, 7:32 PM IST

बरेली के प्राथमिक विद्यालय अभयपुर में बच्चों के अपहरण की झूठी खबरे सामने आई. पुलिस का कहना है कि बच्चे स्कूल के बाद सीधे घर जाए. इसलिए ये अफवाह फैलाई गई है.

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बरेली के प्राथमिक विद्यालय अभयपुर

बरेली: इंग्लिश मीडियम प्राथमिक विद्यालय अभयपुर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां कक्षा दो में पढ़ने वाली तीन सगी बहनों ने कार सवार बदमाशों द्वारा उन्हें किडनैप करने की सूचना प्रधानाध्यापक को दी. प्रधानाध्यापक ने बगैर समझे पीआरबी को फोन मामले से अवगत कराया, जिससे हड़कंप मच गया. इसके बाद सीओ नबावगंज प्रभारी निरीक्षक भोजीपुरा पुलिस फोर्स को लेकर मौके पर पहुंचे. जबकि मामले की जांच में यह पूरी घटना एक कोरी अफवाह साबित हुई है.

प्राइमरी स्कूल बच्चों की अपहरण की सूचना

प्रधानाध्यापक के मुताबिक विद्यालय अभयपुर में 8 बजे प्रार्थना के बाद कक्षा में एक बच्ची रो रही थी. कारण पूछने पर बच्ची ने बताया कि सुबह 7 बजे नैनीताल हाईवे पर एक वैन आई. उसमे पांच बच्चे स्कूल की ड्रेस में बैठे थे. कार से तीन लोग उतरे और उसे और उसकी बहनों को जबरदस्ती कार में बैठाने लगे. लेकिन जैसे-तैसे उन्हें वहां मौजूद एक डॉक्टर ने बचा लिया. इसके बाद प्रधानाध्यापक ने मामले की जानकारी पुलिस को दी.

यह भी पढ़ें- मिलिट्री इंटेलिजेंस ने पकड़ा फर्जी सैन्य अधिकारी, FB से खुली पोल

वहीं, पुलिस ने जब यही कहानी कक्षा चार में पढ़ने वाले तारिफ से पूछी तो उसने बताया कि काले रंग ईको कार आई, जिसमे स्कूल की ड्रेस में चार बच्चे बैठे थे. इस दौरान तीन लोग कार से उतरे और उन लोगोंं को जबरदस्ती बैठाने की कोशिश की. इस दौरान उनके परिवार की महिला तफशूरन ने पत्थर फेंक कर मारा तभी कार लेकर वह लोग भाग गए. जबकि तफशूरन ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने कोई हमलवर नहीं देखें.

प्रभारी निरीक्षक अश्ननी कुमार ने मामले को पूरी तरह से भ्रामक बताया. उन्होंने कहा कि प्रधानाध्यापक मधुरेश दीक्षित ने बच्चे स्कूल से न भागे, इसलिए बच्चा चोर की कहानी उन्हें सुनाई थी. ताकि वह छुट्टी के बाद सीधे अपने घर जाए.

बरेली: इंग्लिश मीडियम प्राथमिक विद्यालय अभयपुर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां कक्षा दो में पढ़ने वाली तीन सगी बहनों ने कार सवार बदमाशों द्वारा उन्हें किडनैप करने की सूचना प्रधानाध्यापक को दी. प्रधानाध्यापक ने बगैर समझे पीआरबी को फोन मामले से अवगत कराया, जिससे हड़कंप मच गया. इसके बाद सीओ नबावगंज प्रभारी निरीक्षक भोजीपुरा पुलिस फोर्स को लेकर मौके पर पहुंचे. जबकि मामले की जांच में यह पूरी घटना एक कोरी अफवाह साबित हुई है.

प्राइमरी स्कूल बच्चों की अपहरण की सूचना

प्रधानाध्यापक के मुताबिक विद्यालय अभयपुर में 8 बजे प्रार्थना के बाद कक्षा में एक बच्ची रो रही थी. कारण पूछने पर बच्ची ने बताया कि सुबह 7 बजे नैनीताल हाईवे पर एक वैन आई. उसमे पांच बच्चे स्कूल की ड्रेस में बैठे थे. कार से तीन लोग उतरे और उसे और उसकी बहनों को जबरदस्ती कार में बैठाने लगे. लेकिन जैसे-तैसे उन्हें वहां मौजूद एक डॉक्टर ने बचा लिया. इसके बाद प्रधानाध्यापक ने मामले की जानकारी पुलिस को दी.

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वहीं, पुलिस ने जब यही कहानी कक्षा चार में पढ़ने वाले तारिफ से पूछी तो उसने बताया कि काले रंग ईको कार आई, जिसमे स्कूल की ड्रेस में चार बच्चे बैठे थे. इस दौरान तीन लोग कार से उतरे और उन लोगोंं को जबरदस्ती बैठाने की कोशिश की. इस दौरान उनके परिवार की महिला तफशूरन ने पत्थर फेंक कर मारा तभी कार लेकर वह लोग भाग गए. जबकि तफशूरन ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने कोई हमलवर नहीं देखें.

प्रभारी निरीक्षक अश्ननी कुमार ने मामले को पूरी तरह से भ्रामक बताया. उन्होंने कहा कि प्रधानाध्यापक मधुरेश दीक्षित ने बच्चे स्कूल से न भागे, इसलिए बच्चा चोर की कहानी उन्हें सुनाई थी. ताकि वह छुट्टी के बाद सीधे अपने घर जाए.

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