बरेली : जिले में भोजीपुरा थाना क्षेत्र में देवरनियां नदी किनारे शुक्रवार को छापा मारा. इस दौरान पुलिस और पशु काट रहे लोगों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी. पुलिस ने मुठभेड़ में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो तस्कर मौके से फरार हो गए. पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह करणी सेना के जिलाध्यक्ष राहुल सिंह के इशारे पर गोवंशीय पशुओं का कटान करते थे.
गश्त के दौरान मिली सूचना, हुई मुठभेड़ : पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार की रात में एसआई रनवीर सिंह, सुशील कुमार, सुखदेव सिंह, सिपाही संजय सागर, इरशाद हुसैन रात्रि गश्त पर थे. मुखबिर के द्वारा बिलवा के पास देवरनिया नदी किनारे संरक्षित पशुओं की हत्या की सूचना मिली. सभी पुलिस कर्मी सूचना मिलते ही मुखबिर द्वारा बताए गए स्थान पर पहुंच गए. निरीक्षक अपराध सुरेश चंद्र गौतम ने बताया कि पुलिस को देख एक तस्कर ने 315 बोर के तमंचे से पुलिस पर फायर झोंक दिया. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने घेराबंदी करके तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने मौके से पशुओं की हत्या करने के औजार, आरोपी सईद खां के कब्जे से 315 बोर का देसी तमंचा, एक खोका, एक जिंदा कारतूस, एक टैंपो बरामद किया है.
आरोपियों ने बताए यह नाम : पूछताछ में एक आरोपी ने अपना नाम मोहम्मद सईद खां निवासी सनईया, दूसरे ने अकरम निवासी रहपुरा, तीसरे ने देवेन्द्र कुमार निवासी थाना इज्जतनगर बताया है. पुलिस की जांच में आपराधिक षड्यंत्र में करणी सेना के जिलाध्यक्ष ठाकुर राहुल सिंह व चांद उर्फ अजय पुत्र नवी हुसैन निवासी तिलियापुर बंडिया थाना सीबीगंज का नाम भी सामने आया है. थाना भोजीपुरा पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने बताया कि करणी सेना के जिलाध्यक्ष राहुल सिंह के इशारे पर वह लोग गोवंशीय पशुओं का कटान करते थे. चांद नाम का युवक पशुओं को कटान के बाद ले जाता था. पुलिस ने राहुल सिंह समेत पांचों लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है. बाकी दोनों आरोपियों की तलाश की जा रही है. जांच के दौरान इस पूरे मामले में एक बड़ा गैंग का भी खुलासा हो सकता है.
राहुल सिंह को संगठन से किया निष्कासित : करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष योगेंद्र सिंह राणा ने बरेली के जिला अध्यक्ष राहुल सिंह को संगठन से निष्कासित कर दिया है. उन्होंने बताया कि मुकदमा दर्ज होने के बाद जानकारी मिली कि राहुल सिंह बरेली में गोकशी जैसे अपराध को संरक्षण देता था और हिंदू विरोधी गतिविधियों में लिप्त था, जिसके चलते उन्हें संगठन से निष्कासित कर दिया गया है.
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