ETV Bharat / state

दरगाह आला हजरत की तरफ से कोरोना संक्रमितों की मदद की अपील

बरेली जिले में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दरगाह आला हजरत की तरफ से सभी मुसलमानों से अपील की गई है. इस अपील में कहा गया है कि जकात की रकम से ऐसे लोगों की मदद करें, जो बीमार हैं.

दरगाह आला हजरत
दरगाह आला हजरत
author img

By

Published : Apr 20, 2021, 2:30 AM IST

बरेली: जिले में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए दरगाह आला हजरत की तरफ से मदद की गुहार लगाई गई है. दरगाह की तरफ से सभी मुस्लिमों से अपील की गई है कि मौजूदा समय में देश आर्थिक संकट से जूझ रहा है. इसलिए ऐसे समय में जकात की रकम से बीमार लोगों की मदद की जाए. लोगों से अपील की गई है कि वह जरूरतमंदों की मदद करें.

दरगाह आला हजरत ने देश के मुसलमानों से की अपील
दरगाह आला हजरत के सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रजा कादरी (अहसन मियां) ने मुल्क भर के साहिबे निसाब (शरई मालदार) मुसलमानों से अपील करते हुए कहा कि हमारे देश मे दूसरी कोरोना लहर पहले की तुलना में ज्यादा खतरनाक है. प्रदेश के कई जिलों में लॉकडाउन भी लगाया गया है. इसलिए साहिबे निसाब मुसलमान अपनी जकात (कर) की रकम से ऐसे लोगों की मदद करें जो बीमार हैं.

पढ़ें: संक्रमण खतरनाक स्टेज में, शनिवार रात से लगेगा कोरोना कर्फ्यू

मुस्लिमों के लिए जकात को बताया अनिवार्य
दरगाह आला हजरत के मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां ने सभी मुसलमान भाइयों से मदद की अपील की है. उन्होंने जकात को मुस्लिमों के लिए अनिवार्य बताया. पूरे साल की आमदनी में जो बचत होती है, उसका 2.5 प्रतिशत हिस्सा किसी गरीब या जरूरतमंद को दिया जाता है, जिसे जकात कहते हैं.

बरेली: जिले में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए दरगाह आला हजरत की तरफ से मदद की गुहार लगाई गई है. दरगाह की तरफ से सभी मुस्लिमों से अपील की गई है कि मौजूदा समय में देश आर्थिक संकट से जूझ रहा है. इसलिए ऐसे समय में जकात की रकम से बीमार लोगों की मदद की जाए. लोगों से अपील की गई है कि वह जरूरतमंदों की मदद करें.

दरगाह आला हजरत ने देश के मुसलमानों से की अपील
दरगाह आला हजरत के सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रजा कादरी (अहसन मियां) ने मुल्क भर के साहिबे निसाब (शरई मालदार) मुसलमानों से अपील करते हुए कहा कि हमारे देश मे दूसरी कोरोना लहर पहले की तुलना में ज्यादा खतरनाक है. प्रदेश के कई जिलों में लॉकडाउन भी लगाया गया है. इसलिए साहिबे निसाब मुसलमान अपनी जकात (कर) की रकम से ऐसे लोगों की मदद करें जो बीमार हैं.

पढ़ें: संक्रमण खतरनाक स्टेज में, शनिवार रात से लगेगा कोरोना कर्फ्यू

मुस्लिमों के लिए जकात को बताया अनिवार्य
दरगाह आला हजरत के मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां ने सभी मुसलमान भाइयों से मदद की अपील की है. उन्होंने जकात को मुस्लिमों के लिए अनिवार्य बताया. पूरे साल की आमदनी में जो बचत होती है, उसका 2.5 प्रतिशत हिस्सा किसी गरीब या जरूरतमंद को दिया जाता है, जिसे जकात कहते हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.