बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली में एक सिपाही पर ठगी करने वाले आरोपी से मिली भगत का आरोप लगा है. साथ ही पुलिस की छापेमारी से पहले ही आरोपी को सूचना देकर भगाने का भी आरोप है. मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी ने जांच के बाद सिपाही को निलंबित कर दिया है. इसके साथ ही सिपाही के खिलाफ जांच पड़ताल की जा रही है.
पूरा मामला हरियाणा के अंबाला कैंट थाने का है. यहां थाने में 6 अक्टूबर को तारा नगर अंबाला कैंट निवासी नारियल कारोबारी शमशुद्दीन ने मो.फैसल के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. आरोप था कि 14 जून को मो. फैसल से बेंगलुरु से नारियल मंगाया था. साथ ही फैसल को 35 हजार रुपये का भुगतान कर दिया था. 3 माह से अधिक होने के बाद भी नारियल अब तक नहीं आया है. फैसल से पैसे मांगने पर गांव में पंचायत हुई. इसके बाद भी फैसल ने पैसे नहीं दिए. इस पर उन्होंने हाउसिंग बोर्ड चौकी में शिकायत की, लेकिन बार-बार चक्कर काटने पर भी रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई.
नारियल कारोबारी शमशुद्दीन ने हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज से मामले की शिकायत की. इसके बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी. इस मामले में आरोपी फैसल निवासी मंडनपुर मीरगंज को गिरफ्तार करने के लिए अंबाला कैंट से एएसआई रविंद्र कुमार, मुख्य आरक्षी लखविंदर, होमगार्ड मिखिल और वादी शमशुद्दीन सोमवार की रात 2 बजकर 20 मिनट पर बरेली के मीरगंज थाना पहुंचे. यहां उन्होंने फैसल की गिरफ्तारी के लिए पुलिस से मदद मांगी.
मीरगंज थाने में तैनात हेड कांस्टेबल खुर्शीद अहमद को गिरफ्तारी में मदद करने के लिए भेजा गया था. आरोप है कि खुर्शीद ने अपने मोबाइल से प्रधान के मोबाइल नंबर पर 2 बजकर 39 मिनट पर पुलिस दबिश की जानकारी दी. इस मामले की जानकारी प्रधान ने फैसल को 3 बजकर 1 मिनट पर दे दी. जिससे आरोपी फैसल मौका पाकर फरार हो गया. पुलिस टीम के पहुंचने पर आरोपी घर में मौजूद नहीं था. एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने मामले की जांच पड़ताल करवाई. इसके बाद सिपाही खुर्शीद को मंगलवार को निलंबित कर दिया.
यह भी पढ़ें- गिरफ्तारी के बाद आरोपित ने बताई फर्जी आईपीएस बनने की असल वजह...
यह भी पढ़ें- Uttar Pradesh Police News : फिर विवादों में यूपी के IPS दंपती, DGP ने बैठाई जांच