बरेलीः मीरगंज के मोहल्ला शेखूपुरा निवासी एक व्यक्ति की बुधवार को एंबुलेंस में ही मौत हो गई. हालत बिगड़ने पर परिवार वाले मीरगंज सीएचसी ले गए थे, जहां उसकी कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. इस पर अनीस को कोविड अस्पताल रेफर कर दिया गया. एम्बुलेंस उसे लेकर एक घंटे तक अस्पताल गेट पर खड़ी रही, लेकिन अस्पताल के कर्मचारियों ने गेट नहीं खोला. जिसके चलते अनीस ने एम्बुलेंस में ही दम तोड़ दिया.
क्या है पूरा मामला
तहसील मीरगंज के मोहल्ला शेखूपुरा निवासी अनीस बिसात खाने का सामान गांवों में फेरी लगाकर बेचता था. मंगलवार की रात उसकी हालत अचानक बिगड़ गई. परिवार वाले उसे बुधवार को मीरगंज सीएचसी ले गए, जहां सीएचसी के डाक्टरों ने उनके फेफड़ों का एक्स-रे और कोरोना जांच कराई. जांच में बुजुर्ग कोरोना पॉजिटिव निकला.
अस्पताल के बाहर खड़ी रही एंबुलेंस
मरीज की गंभीर हालत देखकर सीएचसी से उसे कोविड अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया. इसके बाद एम्बुलेंस से कोविड अस्पताल ले जाया गया, जहां एम्बुलेंस एक घंटे तक अस्पताल गेट के बाहर खड़ी रही. गेट न खुलने पर पूर्व सभासद जीशान अंसारी ने सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक से इसकी शिकायत की, लेकिन तब तक बुजुर्ग की अस्पताल गेट पर एम्बुलेंस में ही मौत हो गई.
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भर्ती होने से पहले मौत
पूर्व सभासद ने बताया कि मरीज को लेकर जब हमारी एम्बुलेंस अस्पताल पहुंची तो दो एम्बुलेंस पहले से खड़ी थी. एक घंटे तक एम्बुलेंस खड़ी रही लेकिन अस्पताल का गेट नहीं खुला. वहीं मीरगंज सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अमित कुमार ने बताया की मरीज जिस समय सीएचसी पहुंचा. अस्पताल में बेड खाली नहीं थे. परिजनों की शिकायत पर मरीज को तत्काल भर्ती करने का निर्देश दिया गया, लेकिन भर्ती होने से पहले मरीज की मौत हो गई.