बरेली: जिले में बुधवार को वाल्मीकि समाज के एक परिवार ने 10 साल की बेटी को बालिका वधू बना दिया. दूल्हा भी 12 वर्ष का है. बच्चों की शादी चोरी छुपे की गई. बारात शाहजहांपुर से आई थी. बारात जब आई तो रात में फेरों के बाद गुरुवार को दिन निकलने से पहले ही 4 वर्ष बाद गौना कराने की बात कहकर बारात लौटा दी गई. पुलिस को मामले की भनक हुई तो तुरंत एफआईआर दर्ज हुई. बरेली की जिला प्रोबेशन अधिकारी नीता अहिरवार ने मामले का संज्ञान लिया. उन्होंने जल्द ही उचित कार्रवाई करने की बात कही.
जिले के एक ग्रामीण ने अपनी 10 वर्षीय बेटी की शादी शाहजहांपुर में रहने वाले एक 12 वर्षीय लड़के से तय की थी. बुधवार को कुछ लोग 12 वर्षीय बेटे की शादी के लिए बरेली के एक गांव पहुंचे. बग्गी पर बैठे दूल्हे को देख ग्रामीण हैरान हो गए. 12 वर्षीय बच्चे की होने वाली दुल्हन भी 10 वर्ष की है. शादी संपन्न भी हो गई. परिवार वालों का कहना है कि लड़की की बीमार दादी की जिद के चलते ये शादी की गई.
इसे भी पढ़ें:- GATE RESULT 2020: कानपुर के आयुष ने टेक्सटाइल इन फाइबर साइंस में हासिल किया देश में दूसरा स्थान
बात अगर नाबालिक दूल्हा-दुल्हन की बात करें तो वे कुछ भी बोलने में असमर्थ है. उन्हें यह भी नहीं पता कि उनके साथ क्या हुआ है. जिला प्रोबेशन अधिकारी नीता अहिरवार ने कहा कि इस मामले को संज्ञान में लिया है. मामले की जांच की जाएगी. जो भी तथ्य सामने आएंगे उस पर उचित कार्रवाई की जाएगी.