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बरेली की बेटी ने जिले का नाम किया रोशन, राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए हुआ चयन

बरेली की रहने वाली तृप्ति माहौर का चयन राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार (National Teacher Award) के लिए हुआ है. रामपुर के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की शिक्षिका तृप्ति ने अपनी तनख्वाह का कुछ हिस्सा बच्चों की पढ़ाई को रुचिकर बनाने में खर्च किया. विद्यालय में प्रोजेक्टर लगवाया और लैब तैयार करवाई.

राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए तृप्ति का चयन
राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए तृप्ति का चयन
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Published : Aug 31, 2021, 1:57 PM IST

बरेली: जिले के सुभाष नगर के बीडीए कॉलोनी की रहने वाली तृप्ति माहौर का चयन 'राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार' (National Teacher Award) के लिए हुआ है. तृप्ति को यह पुरस्कार अपने इंटर कॉलेज में अच्छा काम करने के लिए आगामी शिक्षक दिवस के दिन यानि 5 सितंबर को दिया जाएगा. राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार (National Teacher Award) में चयन होने के बाद उनके घर में खुशी का माहौल है. राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए यूपी में केवल दो ही शिक्षकों का चयन हुआ है, जिसमें तृप्ति भी शामिल हैं.

सुभाष नगर के बीडीए कॉलोनी की रहने वाली तृप्ति रामपुर के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में सहायक अध्यापिका के पद पर तैनात हैं. तृप्ति ने अपनी तनख्वाह का एक हिस्सा बच्चों की पढ़ाई पर खर्च करना शुरू किया. उन्होंने राजकीय बालिका इंटर कॉलेज रामपुर में छात्राओं को पढ़ाई का अच्छा माहौल देने के लिए कॉन्वेंट स्कूल की तर्ज पर एक प्रोजेक्टर खुद के पैसे से लगवाया. विज्ञान के मुश्किल फॉर्मूला और प्रयोगों के लिए लैब तैयार करके संसाधन भी जुटाए.

राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए तृप्ति का चयन
तृप्ति बताती हैं कि स्कूल के छात्राओं को इतिहास के संदर्भ में याद रखने में दिक्कत होती है इसके लिए उन्होंने क्लास में ही नाट्य मंचन का सहारा लेकर बच्चों को समझाने का प्रयास किया. तृप्ति के इन्हीं प्रयास के बदौलत उन्हें राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार (National Teacher Award) के लिए चयनित किया गया है और आने वाले 5 सितंबर को उन्हें इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. अध्यापिका तृप्ति ने बताया कि जब से उनको राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार (National Teacher Award) के लिए चयनित किया गया है तब से बधाइयों का तांता लगा है. घर में खुशी का माहौल है, हर कोई उन्हें बधाई दे रहा है. अपनी सफलता के पीछे सबसे बड़ा योगदान वह अपने पति सौरभ गुप्ता को देती हैं. उनका कहना है कि मेहनत के साथ-साथ पति सौरभ गुप्ता के सहयोग से ही उनको यह पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है. तृप्ति अपनी पांच बहनों में चौथे नंबर की हैं. तृप्ति की सभी बहनें शिक्षा के क्षेत्र में नौकरी करती हैं. इससे पहले उनकी बड़ी बहन प्रीति माहौर को 2004 में स्काउट गाइड राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है और वो इस वक्त मुरादाबाद के एक डिग्री कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर तैनात हैं.

इसे भी पढ़ें-एसजीपीजीआई के दीक्षांत समारोह में चार अवार्डी को राष्ट्रपति ने किया सम्मानित

बरेली: जिले के सुभाष नगर के बीडीए कॉलोनी की रहने वाली तृप्ति माहौर का चयन 'राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार' (National Teacher Award) के लिए हुआ है. तृप्ति को यह पुरस्कार अपने इंटर कॉलेज में अच्छा काम करने के लिए आगामी शिक्षक दिवस के दिन यानि 5 सितंबर को दिया जाएगा. राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार (National Teacher Award) में चयन होने के बाद उनके घर में खुशी का माहौल है. राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए यूपी में केवल दो ही शिक्षकों का चयन हुआ है, जिसमें तृप्ति भी शामिल हैं.

सुभाष नगर के बीडीए कॉलोनी की रहने वाली तृप्ति रामपुर के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में सहायक अध्यापिका के पद पर तैनात हैं. तृप्ति ने अपनी तनख्वाह का एक हिस्सा बच्चों की पढ़ाई पर खर्च करना शुरू किया. उन्होंने राजकीय बालिका इंटर कॉलेज रामपुर में छात्राओं को पढ़ाई का अच्छा माहौल देने के लिए कॉन्वेंट स्कूल की तर्ज पर एक प्रोजेक्टर खुद के पैसे से लगवाया. विज्ञान के मुश्किल फॉर्मूला और प्रयोगों के लिए लैब तैयार करके संसाधन भी जुटाए.

राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए तृप्ति का चयन
तृप्ति बताती हैं कि स्कूल के छात्राओं को इतिहास के संदर्भ में याद रखने में दिक्कत होती है इसके लिए उन्होंने क्लास में ही नाट्य मंचन का सहारा लेकर बच्चों को समझाने का प्रयास किया. तृप्ति के इन्हीं प्रयास के बदौलत उन्हें राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार (National Teacher Award) के लिए चयनित किया गया है और आने वाले 5 सितंबर को उन्हें इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. अध्यापिका तृप्ति ने बताया कि जब से उनको राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार (National Teacher Award) के लिए चयनित किया गया है तब से बधाइयों का तांता लगा है. घर में खुशी का माहौल है, हर कोई उन्हें बधाई दे रहा है. अपनी सफलता के पीछे सबसे बड़ा योगदान वह अपने पति सौरभ गुप्ता को देती हैं. उनका कहना है कि मेहनत के साथ-साथ पति सौरभ गुप्ता के सहयोग से ही उनको यह पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है. तृप्ति अपनी पांच बहनों में चौथे नंबर की हैं. तृप्ति की सभी बहनें शिक्षा के क्षेत्र में नौकरी करती हैं. इससे पहले उनकी बड़ी बहन प्रीति माहौर को 2004 में स्काउट गाइड राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है और वो इस वक्त मुरादाबाद के एक डिग्री कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर तैनात हैं.

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