बरेली: जिले में स्पेशल टास्क फोर्स का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें पुलिसकर्मी पैसे के बंटवारे को लेकर आपस में झगड़ रहे हैं. एसएसपी ने बड़ी घटनाओं के खुलासे और स्पेशल टास्क के लिए क्राइम ब्रांच की स्पेशल विंग का गठन किया था, लेकिन क्राइम ब्रांच वसूली में लग गई है. आरोप है कि स्पेशल विंग के दारोगा और सिपाही हर महीने एक लाख से लेकर दो लाख रुपये तक की काली कमाई करते हैं. वसूली के पैसै का बंटवारा करते और झगड़ा करते क्राइम ब्रांच के एक साथ कई वीडियो वायरल हो गए हैं.
वायरल वीडियो में पुलिस टीम में बराबर के हिस्से को लेकर आपस में लड़ाई चल रही है. वीडियो में दारोगा कह रहे हैं कि बीस हजार रुपये लेने है अभी. दारोगा को इसका अधिकार है. टीम में दस लोग हैं. सभी का बराबर का अधिकार है. रुपये कोई उधार के नहीं हैं. सभी को उनका हिस्सा मिलेगा. शराब वाला काम पुष्पंद्र ने कराया था. तलाशी में सात हजार रुपये मिले. दो हजार रुपये मुखबिर को दिए गए.
वहीं इस मामले पर बरेली एसएसपी रोहित सिंह सजवाण का कहना है कि क्राइम ब्रांच के रिश्वत का वीडियो संज्ञान में आया हैं. एसपी क्राइम पूरे मामले की जांच कर रहे हैं. जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषी पुलिस कर्मचारियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. भ्रष्टाचार किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
लेडी सट्टा माफिया राबिया अख्तर से साठगांठ के मामले में पिछले दिनों क्राइम ब्रांच के सिपाही तियब अली, रवि प्रताप सिंह और पुगेंद्र का डीआईजी रेज राजेश पांडेय ने गैर जनपद ट्रांसफर कर दिया था. उनकी प्रॉपर्टी की भी जांच कराई जा रही है. अब क्राइम ब्रांच में भ्रष्टाचार के वीडियो का बम फूट गया है. सटोरियों से लेकर शराब तस्करों, खनन माफिया, पशु तस्करों के पुलिसिया गठजोड़ के वीडियो सामने आए हैं, जिसमें हिस्से के बंटवारे को लेकर पुलिस वाले झगड़ रहे हैं.