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बरेली पुलिस ने UN से सम्मानित मृतक फौजी को बना दिया उत्पाती

बरेली पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है. दो साल पहले गुजरे वायुसेनाकर्मी और उनके बेटे के खिलाफ बरेली पुलिस ने मुचलका पाबंद कराया है. वायुसेनाकर्मी के घर पुलिस ने नोटिस भेजा है. इससे फौजी का परिवार आहत है. जानिए पूरा मामला...

UN से सम्मानित मृतक फौजी को बना दिया उत्पाती
UN से सम्मानित मृतक फौजी को बना दिया उत्पाती
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Published : Mar 6, 2021, 9:23 PM IST

बरेली : भले ही प्रदेश में बेहतर पुलिसिंग की बातें हो रही हों, लेकिन अपनी लापरवाहीपूर्ण कार्यशैली से पुलिस की छवि को धूमिल करने वालों की भी कमी नहीं है. बरेली पुलिस का एक ऐसा ही अजब-गजब कारनामा सामने आया है. कैंट थाना पुलिस ने देश की सेवा में रहे एक भूतपूर्व सैनिक को ही उत्पाती बना दिया. कैंट थाना पुलिस मृतक फौजी के घर पहुंची और दिवंगत से समाज को शांति भंग होने का हवाला देते हुए नोटिस तक भी दे दिया. इससे भूतपूर्व सैनिक का परिवार आहत है.

मृतक फौजी को बना दिया उत्पाती.
यूनाइटेड नेशन ने किया था सम्मानित

कैंट थाना क्षेत्र स्थित भरतौल गांव की रहने वाली चंदा देवी के पति नेपाल सिंह वायुसेना में थे. इस दौरान उन्होंने अपनी बेहतर सेवा के बल पर खूब नाम कमाया. इतना ही नहीं, यूनाइटेड नेशन ने भी उन्हें शांतिदूत के तौर पर सम्मानित किया. वहीं, किसी न किसी रूप में हमेशा सुर्खियों में रहने वाली यूपी पुलिस को सैनिक का देश प्रेम नहीं दिखा. उनके मान-सम्मान को ठेस पहुंचाते हुए पूर्व सैनिक को उत्पाती बना दिया.

मृत शांतिदूत सैनिक को माना उत्पाती

दरअसल, बरेली जिले के कैंट थाना पुलिस ने भरतौल गांव के मूल निवासी रहे नेपाल सिंह को मरणोपरांत उत्पाती घोषित किया है. उससे भी ज्यादा हैरान करने वाली बात यह है कि कैंट थाना पुलिस ने भारतीय वायुसेना में सेवा दे चुके नेपाल सिंह के घर जाकर उनकी पत्नी को नोटिस दिया है. इसमें लिखा है कि पुलिस प्रशासन को नेपाल सिंह से शांतिभंग का खतरा है.

नोटिस मिलने से परिवार में नाराजगी

इस घटनाक्रम के बाद से नेपाल सिंह के परिजन नाराज हैं. परिजनों का कहना है कि उन्हें समाज में शर्मिंदा होना पड़ रहा है. ETV भारत से बातचीत करते हुए नेपाल सिंह की पत्नी चंदा देवी ने बताया कि उनके पति दुनिया छोड़कर जा चुके हैं, लेकिन बरेली की पुलिस अब मरने के बाद उन्हें अपराधी बनाने पर तुली है. चंदा देवी ने बताया कि उनके पति भारतीय वायुसेना में थे. काफी समय पहले उनको ड्यूटी के दौरान गम्भीर चोट लगी थी, जिसके बाद 10 साल तक उनका इलाज चला.

10 साल तक रहे बेड पर

चंदा देवी ने बताया कि इलाज के बाद उन्हें लगातार मेडिकली अनफिट होने की वजह से रिटायरमेंट दे दिया गया. लगातार 10 साल तक वह घर के बाहर नहीं निकले. करीब दो वर्ष पूर्व उनका निधन हो चुका है. चंदा देवी ने बताया कि बरेली पुलिस ने अब उनके मृत पति से शांति भंग की आशंका जताई है. चंदा देवी ने कहा कि मरने के बाद आखिर क्या कोई वापस आ सकता है? पुलिस के इस कृत्य से फौजी का पूरा परिवार इस वक्त टेंशन में है. फौजी की पत्नी की मांग है कि लापरवाही बरतने वालों पर सख्त एक्शन लिया जाए.

इसे भी पढ़ें- बाहुबली पूर्व सांसद उमाकांत और उनके बेटे पर लगा गैंगस्टर एक्ट



परिजनों का आरोप, लोग उड़ा रहे उपहास

मृत फौजी की बेटी का कहना है कि उनके पिता 2019 में स्वर्ग सिधार चुके हैं, लेकिन शांति भंग की आशंका में मुचलका पाबंद किया गया है. वहीं, उनके बेटे का भी कहना है कि वह हमेशा अपने पिता के साथ नौकरी में बाहर रहे. वो कहते हैं कि पूरा परिवार देश की सेवा में है, लेकिन बरेली पुलिस को लगता है कि उनके मृत पिता शांतिभंग कर सकते हैं. नेपाल सिंह के बेटे ने बताया कि पिता के साथ-साथ उनका नाम भी शांतिभंग करने वालों की लिस्ट में लिख दिया गया है. परिजनों का कहना है कि लोग पीठ पीछे तरह-तरह की बात कर रहे हैं. उपहास भी उड़ाते हैं.

पंचायत चुनावों के चलते बरेली पुलिस की लापरवाही

आगामी समय में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होने हैं. इसी को लेकर पुलिस इन दिनों उत्पाती और समाज में खौफ का माहौल उत्पन्न करने वालों की लिस्ट तैयार करने में लगी है, ताकि समय रहते उन्हें नोटिस दिया जा सके, जिससे शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव संपन्न हो पाएं. इसी दौरान पुलिस ने पूर्व सैनिक को उत्पाती करार देते हुए उनके परिजनों को नोटिस थमा दिया है. वहीं, पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर एसएसपी का कहना है कि यह मामला गंभीर है. जांच कराकर लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ एक्शन लेंगे.

बरेली : भले ही प्रदेश में बेहतर पुलिसिंग की बातें हो रही हों, लेकिन अपनी लापरवाहीपूर्ण कार्यशैली से पुलिस की छवि को धूमिल करने वालों की भी कमी नहीं है. बरेली पुलिस का एक ऐसा ही अजब-गजब कारनामा सामने आया है. कैंट थाना पुलिस ने देश की सेवा में रहे एक भूतपूर्व सैनिक को ही उत्पाती बना दिया. कैंट थाना पुलिस मृतक फौजी के घर पहुंची और दिवंगत से समाज को शांति भंग होने का हवाला देते हुए नोटिस तक भी दे दिया. इससे भूतपूर्व सैनिक का परिवार आहत है.

मृतक फौजी को बना दिया उत्पाती.
यूनाइटेड नेशन ने किया था सम्मानित

कैंट थाना क्षेत्र स्थित भरतौल गांव की रहने वाली चंदा देवी के पति नेपाल सिंह वायुसेना में थे. इस दौरान उन्होंने अपनी बेहतर सेवा के बल पर खूब नाम कमाया. इतना ही नहीं, यूनाइटेड नेशन ने भी उन्हें शांतिदूत के तौर पर सम्मानित किया. वहीं, किसी न किसी रूप में हमेशा सुर्खियों में रहने वाली यूपी पुलिस को सैनिक का देश प्रेम नहीं दिखा. उनके मान-सम्मान को ठेस पहुंचाते हुए पूर्व सैनिक को उत्पाती बना दिया.

मृत शांतिदूत सैनिक को माना उत्पाती

दरअसल, बरेली जिले के कैंट थाना पुलिस ने भरतौल गांव के मूल निवासी रहे नेपाल सिंह को मरणोपरांत उत्पाती घोषित किया है. उससे भी ज्यादा हैरान करने वाली बात यह है कि कैंट थाना पुलिस ने भारतीय वायुसेना में सेवा दे चुके नेपाल सिंह के घर जाकर उनकी पत्नी को नोटिस दिया है. इसमें लिखा है कि पुलिस प्रशासन को नेपाल सिंह से शांतिभंग का खतरा है.

नोटिस मिलने से परिवार में नाराजगी

इस घटनाक्रम के बाद से नेपाल सिंह के परिजन नाराज हैं. परिजनों का कहना है कि उन्हें समाज में शर्मिंदा होना पड़ रहा है. ETV भारत से बातचीत करते हुए नेपाल सिंह की पत्नी चंदा देवी ने बताया कि उनके पति दुनिया छोड़कर जा चुके हैं, लेकिन बरेली की पुलिस अब मरने के बाद उन्हें अपराधी बनाने पर तुली है. चंदा देवी ने बताया कि उनके पति भारतीय वायुसेना में थे. काफी समय पहले उनको ड्यूटी के दौरान गम्भीर चोट लगी थी, जिसके बाद 10 साल तक उनका इलाज चला.

10 साल तक रहे बेड पर

चंदा देवी ने बताया कि इलाज के बाद उन्हें लगातार मेडिकली अनफिट होने की वजह से रिटायरमेंट दे दिया गया. लगातार 10 साल तक वह घर के बाहर नहीं निकले. करीब दो वर्ष पूर्व उनका निधन हो चुका है. चंदा देवी ने बताया कि बरेली पुलिस ने अब उनके मृत पति से शांति भंग की आशंका जताई है. चंदा देवी ने कहा कि मरने के बाद आखिर क्या कोई वापस आ सकता है? पुलिस के इस कृत्य से फौजी का पूरा परिवार इस वक्त टेंशन में है. फौजी की पत्नी की मांग है कि लापरवाही बरतने वालों पर सख्त एक्शन लिया जाए.

इसे भी पढ़ें- बाहुबली पूर्व सांसद उमाकांत और उनके बेटे पर लगा गैंगस्टर एक्ट



परिजनों का आरोप, लोग उड़ा रहे उपहास

मृत फौजी की बेटी का कहना है कि उनके पिता 2019 में स्वर्ग सिधार चुके हैं, लेकिन शांति भंग की आशंका में मुचलका पाबंद किया गया है. वहीं, उनके बेटे का भी कहना है कि वह हमेशा अपने पिता के साथ नौकरी में बाहर रहे. वो कहते हैं कि पूरा परिवार देश की सेवा में है, लेकिन बरेली पुलिस को लगता है कि उनके मृत पिता शांतिभंग कर सकते हैं. नेपाल सिंह के बेटे ने बताया कि पिता के साथ-साथ उनका नाम भी शांतिभंग करने वालों की लिस्ट में लिख दिया गया है. परिजनों का कहना है कि लोग पीठ पीछे तरह-तरह की बात कर रहे हैं. उपहास भी उड़ाते हैं.

पंचायत चुनावों के चलते बरेली पुलिस की लापरवाही

आगामी समय में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होने हैं. इसी को लेकर पुलिस इन दिनों उत्पाती और समाज में खौफ का माहौल उत्पन्न करने वालों की लिस्ट तैयार करने में लगी है, ताकि समय रहते उन्हें नोटिस दिया जा सके, जिससे शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव संपन्न हो पाएं. इसी दौरान पुलिस ने पूर्व सैनिक को उत्पाती करार देते हुए उनके परिजनों को नोटिस थमा दिया है. वहीं, पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर एसएसपी का कहना है कि यह मामला गंभीर है. जांच कराकर लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ एक्शन लेंगे.

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