बरेली: जनपद के बिथरी चैनपुर थाने की पुलिस ने गोकशी की घटना को अंजाम देने वाले 5 शातिर गो तस्करों को गिरफ्तार किया है. जबकि उनके 2 साथी फरार होने में कामयाब हो गए. गिरफ्तार आरोपी पड़ोसी जिले से आकर बरेली के साथियों के साथ वारदात को अंजाम देते थे और उसके बाद फरार हो जाते थे. गोकशी करने के लिए ऑनलाइन माध्यम से फर्जी नाम से गाड़ी खरीदते थे. ताकि पकड़े जाने पर उनका सही पता पुलिस को न मिल सके. फिलहाल पुलिस ने 5 गोकशी करने के आरोपियों को गिरफ्तार कर रविवार को जेल भेज दिया है.
![गोकशी करने के पांच आरोपी गिरफ्तार](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/up-brl-01-5aropi-up10133_16042023164211_1604f_1681643531_203.jpg)
बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र और हाफिज गंज थाना क्षेत्र में 10-11 अप्रैल की रात गोवंश की हत्या कर गोकशी की घटना को अंजाम दिया था. जिसकी जानकारी 11 अप्रैल को जब पुलिस को हुई तो गोकशी करने वाले आरोपियों के खिलाफ अज्ञात में मुकदमा दर्ज करके उनकी तलाश शुरू कर दी. उसी तलाश में बिथरी चैनपुर थाने की पुलिस ने रविवार को 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस अधीक्षक नगर राहुल भाटी ने बताया कि 10 - 11 अप्रैल की रात को बरेली के बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र में और 6 अप्रैल को हाफिजगंज थाना क्षेत्र में गोकशी की घटना सामने आई थी. उसका खुलासा करने के लिए पुलिस टीम लगातार कोशिश में लगी हुई थी. इसी के तहत रविवार को बिथरी चैनपुर थाने की पुलिस ने सरदार पटेल इंटर कॉलेज के पास से 5 गोकशी करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जब उन से पूछताछ की गई, तो पता चला यह बड़े ही शातिर तरीके से गोकशी की घटना को अंजाम देते थे.
पुलिस अधीक्षक नगर राहुल भाटी ने आगे बताया कि पड़ोसी जिले पीलीभीत के रहने वाले गोकश अपने साथियों के साथ पहले गोवंश की रेकी करते थे. जहां उनको गोवंश सुनसान इलाके में रात में दिखाई देते थे, वहीं ये सब गोकशी की घटना को अंजाम देते थे. इतना ही नहीं वह कार का इस्तेमाल गोकशी की घटना में करते थे. जांच में पता चला की यह कार फर्जी दस्तावेजों और गलत नाम पर खरीदी गई थी, ताकि पकड़े जाने पर पुलिस उन तक न पहुंच सके.
पकड़े गए गोकशों की पहचान गुलाम, फरीद, शाकिर, इकबाल, इमरान और फरहान के रूप में हुई है. जबकि दो अन्य कामिल और हाजू महबूब मौके से फरार हो गए. गुलाम, इकबाल, इमरान और फरार कामिल पीलीभीत के रहने वाले हैं. यह बरेली के साकिर, फरहान और हाजी महबूब के साथ मिलकर गोकशी की घटनाओं को अंजाम देते थे. घटना को अंजाम देने के बाद गोवंश के मीट को दुकानदारों को सप्लाई कर वापस पीलीभीत लौट जाते थे. ताकि पुलिस इन तक ना पहुंच सके.
पांचों आरोपियों के पास से एक कार, गड़ासा, 3 मोटी रस्सी, प्लास्टिक के खाली बैग और 6 मोबाइल फोन बरामद हुए हैं. पकड़े गए आरोपियों पर पहले से कई मुकदमे दर्ज हैं और अधिकतर मुकदमे आर्म्स एक्ट और गोकशी के ही हैं. फिलहाल पुलिस ने पांचों आरोपियों को जेल भेज दिया है.
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