बरेली: सिविल एनक्लेव से दिल्ली के लिए उड़ान की तारीख तय हो गई है. 8 मार्च को वीआईपी उड़ान के बाद 10 मार्च से आम लोग भी यहां से दिल्ली के लिए हवाई यात्रा कर सकेंगे, लेकिन एयरपोर्ट को रोशन करने की कवायत अभी तक कागजों से निकलकर धरातल पर नहीं आई है.
नहीं बिछाई जा सकी ओवरहेड लाइन
मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड एमवीवीएनएल ने दोहना सब स्टेशन से एयरपोर्ट तक 13 किलोमीटर लंबी लाइन बिछने और सब स्टेशन बनाने के लिए कुल 9.81 करोड़ का एस्टीमेट बनाया था. यह रकम एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने जमा कर दी है. 2 माह में इसका काम पूरा करना था लेकिन, रेलवे, वन विभाग और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से अभी तक अंडरग्राउंड लाइन बिछाने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं मिला है. खेतों में फसल होने की वजह से ओवरहेड लाइन भी नहीं बिछाई जा सकी है. ऐसे में फिलहाल एयरपोर्ट ग्रामीण क्षेत्र की लाइन और जरनेटर से के जरिए ही रोशन होगा.
दोहना सब स्टेशन से एयरपोर्ट तक 3.3 केवी की लाइन कई जगह ओवरहेड से गुजरेगी. जहां रेलवे लाइन, क्रासिंग, हाईवे, पीलीभीत बायपास रोड मिलेगी, वहां लाइन अंडरग्राउंड रहेगी. अंडरग्राउंड लाइन बिछाने के लिए एरिया के हिसाब से अलग-अलग विभागों में एनओसी जरूरी है. एयरपोर्ट को रोशन करने के लिए करीब 500 केवीए का भारी-भरकम कनेक्शन होगा. वहीं पांच पांच एमबीए के ट्रांसफार्मर भी लगाए जाएंगे. एक ट्रांसफार्मर पर लोड रहेगा, जबकि दूसरा ट्रांसफार्मर स्टैंडबाई रहेगा, जो आपातकालीन स्थिति में काम आएगा.
दोहना सब स्टेशन से लाइन बिछाए जाने से एयरपोर्ट रोशन करने तक का काम बिजली विभाग के 4 विभागों के जिम्मे है. लाइन बिछाने का काम माध्यमिक, सब स्टेशन बनाने का काम सिविल डिवीजन, बिजली कनेक्शन देने का काम ट्रांसमिशन विभाग करेगा और मीटर लगाने, बिलिंग की जिम्मेदारी भी होगी.