बरेली: जनपद में एक शख्स ने शादी के 27 साल बाद अपनी पत्नी को तीन तलाक दे दिया. लेकिन जब आप इसके पीछे की वजह जानेंगे तो हैरान रह जाएंगे. पीड़िता की मानें तो उसके पति ने उसे महज इसलिए तलाक दे दिया कि वो एक निजी अस्पताल में नौकरी करती है. इससे उसका पति नाराज था और तलाक के बाद उसे घर से निकाल दिया गया. इतना ही नहीं पीड़िता ने अपने ससुरावालों पर हलाला का दबाव बनाने का भी आरोप लगाया है. साथ ही उक्त मामले की बरेली के बारादरी थाने में शिकायत दर्ज करा पीड़िता ने आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की है. वहीं, पीड़िता ने आरोप लगाया है कि उसके ससुरालवाले उसके तीन तलाक को सही साबित करने के लिए एक दरगाह से फतवा भी लाए थे.
बता दें कि बरेली के बारादरी थाना क्षेत्र की रहने वाली एक महिला का साल 1995 में मुस्लिम रीति रिवाज से अयूब नाम के शख्स के साथ निकाह हुआ था. पीड़िता का आरोप है कि उसके निकाह के बाद से ही उसका पति अयूब शराब पीकर उसके साथ मारपीट करता था और घर खर्च के लिए पैसे भी नहीं देता था. वहीं, निकाह के बाद उसके चार बच्चे हुए और वो बच्चों का खर्च उठाने के लिए एक निजी अस्पताल में नौकरी करने लगी.
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पीड़िता ने बताया कि उसका पति शराब और जुए में अपनी सारी कमाई उड़ा देता था और घर खर्च मांगने पर उसके साथ मारपीट करता था. जिसके बाद बच्चों की परवरिश के लिए उसने एक निजी अस्पताल में साफ-सफाई का काम शुरू किया और उसी से अपने परिवार को पालने लगी. अभी कुछ ही माह पहले पीड़िता का पति अयूब काम के सिलसिले में बाहर गया था और जब वो लौटा तो बीते 18 अप्रैल को उसे अस्पताल में काम पर जाने से रोक दिया. हालांकि, जब पीड़िता ने इसका विरोध किया तो उसे तीन तलाक दे दिया और बच्चों के साथ उसे घर से बाहर निकाल दिया.
हलाला का दबाव बनाने का आरोप: पीड़िता का आरोप है कि पति के तीन तलाक देने के बाद उसे घर से निकाल दिया और दोबारा साथ रखने से पहले उसके ससुरालवाले उसे दूसरे व्यक्ति के साथ हलाला करने का दबाव बना रहे हैं. लेकिन वह हलाला को तैयार नहीं है. साथ ही उसने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए आरोप लगाया है कि बरेली के एक प्रसिद्ध दरगाह से उसके तीन तलाक को लेकर एक फतवा भी जारी कराया गया है. जिसमें उसके तीन तलाक को सही बताएगा है, जबकि अब तीन तलाक पर कानून भी बन चुका है.
इधर, तीन तलाक पीड़ित महिलाओं की मदद करने वाली मेरा हक फाउंडेशन की अध्यक्ष फरहत नकवी से पीड़िता ने मुलाकात कर मदद की गुहार लगाई है. जिसके बाद समाजसेवी फरहत नकवी ने पीड़िता की लिखित शिकायत बरेली के बारादरी थाने में दर्ज करा आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की है. नकवी ने बताया कि तीन तलाक कानून आने के बाद इस तरह से एक साथ तीन तलाक देना कानूनी अपराध है और ऐसा करने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. वहीं, बारादरी थाने के इंस्पेक्टर नीरज मलिक ने बताया कि पीड़ित महिला की शिकायत पर उसके पति और ससुरालवालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है.
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