बरेली: ये यूपी के वो बाशिंदे हैं, जो मुसलमानों की पाक मानी जाने वाली उमरा यात्रा पर गए थे. 25 फरवरी को ये सभी भारतीय हिंदुस्तान से सऊदी अरब के लिए रवाना हुए थे. 20 दिनों का सफर खत्म होने के बाद 15 मार्च को इनकी वापसी थी, लेकिन सऊदी अरब के जद्दा एयरपोर्ट पहुंचने के बाद इन्हें बताया गया कि इनकी फ्लाइट रद्द कर दी गई है. मुल्क वापसी में इनके लिए कोरोना रोड़ा बन गया.
इस वक्त सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें सऊदी अरब के जद्दा शहर में 40 लोग फंसे हैं. बरेली शहर से उमरा यात्रा को गए सज्जाद अहमद के भाई फिरासत अली अपने दुख की दास्तान कैमरे पर बयां कर रहे हैं.
मोहम्मद नुवैद मकसूदी हज ट्रैवल कंपनी चलाते हैं. मोहम्मद नुवैद ने अपनी ट्रैवल कंपनी के जरिए उमरा यात्रा के लिए 40 लोगों को सऊदी अरब भेजा था. इन 40 लोगों में पीलीभीत के 37, रामपुर के दो और बरेली का एक बाशिंदा है. नुवैद बताते हैं कि 40 लोगों में 13 महिलाएं और 27 पुरूष यात्री हैं, जो बेहद मुश्किलात में बगैर पैसों के सऊदी में बसर कर रहे हैं और वतन वापसी को लेकर बेहद चिंतित हैं.
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव के चलते दुनिया भर के कई मुल्कों ने फ्लाइट्स को रद्द कर दिया है. मैं इन बाशिंदों के वतन वापसी के लिए सरकार से मदद की अपील करता हूं.
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