बाराबंकीः नौकरी के लिए खाड़ी देश भेजने के नाम पर बाराबंकी के एक युवक ने कुछ बेरोजगार युवकों से लाखों रुपये ठग लिए और उन्हें फर्जी वीजा दे दिया. मामला खुला तो पीड़ित युवकों ने अपने रुपये वापस मांगे. फ्रॉड युवक द्वारा रुपये वापस करने में की जा रही हीलाहवाली से गुस्साए पीड़ित युवकों ने अपनी तरीके से बदला लेने का प्लान बनाया, लेकिन बाद में पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया.
क्या है पूरा मामला?
15 जून को नगर कोतवाली के बंकी की रहने वाली सौम्या बानो ने कोतवाली में तहरीर दी कि उसके पति मिनहाज का अपहरण हो गया है और उसे कुछ लोग बंधक बनाकर रखे हैं. अपहरण की सूचना पर पुलिस विभाग सक्रिय हो गया. पुलिस ने अपहृत मिनहाज की बरामदगी के लिए टीमें गठित कर खोज शुरू कर दी. मैनुअल इंटेलिजेंस के आधार पर रविवार को नगर कोतवाली पुलिस ने मालगोदाम रोड से अपहृत मिनहाज को बरामद कर लिया. साथ ही दो अपहरणकर्ताओं को भी गिरफ्तार कर लिया.
गिरफ्तार अपहरणकर्ताओं में से एक एजाज अहमद पुत्र कलीम अहमद निवासी नजीरपुरा बागवानी निकट सब्जी मंडी थाना कोतवाली नगर जिला बहराइच का है, जबकि दूसरे का नाम शशिकांत पुत्र निर्मलराम निवासी सरौली उर्फ पैंतिया थाना जंगीपुर जिला गाजीपुर का है. पूछताछ में दोनों अपहरणकर्ताओं ने बताया कि मिनहाज ने उन लोगों और कुछ और लोगों से नौकरी के लिए खाड़ी के ओमान देश भेजने के नाम पर डेढ़-डेढ़ लाख रुपये लिए थे. मिनहाज ने जो वीजे उन लोगों को दिए वे फर्जी निकले. बाद में पता चला कि मिनहाज ने कूटरचना कर फर्जी वीजे तैयार किये और उन लोगों को दे दिए.
पीड़ित युवकों ने मिनहाज से अपने रुपये वापस मांगे तो वह टाल-मटोल करने लगा. इन लोगों ने रुपये वापसी के लिए तमाम चक्कर लगाए, लेकिन मिनहाज रुपये वापस करने को तैयार नहीं हुआ तो मजबूरन इन लोगों ने मिनहाज का अपहरण कर लिया. पुलिस ने मिनहाज के कब्जे से दो फर्जी वीजा और दो फर्जी पैनकार्ड बरामद किए हैं. कोतवाली पुलिस ने एक अपहरणकर्ता की तहरीर पर मिनहाज के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. फिलहाल पुलिस ने दोनों अपहरणकर्ताओं समेत अपह्रत मिनहाज को भी जेल भेज दिया है.
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