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'टीबी मुक्त भारत' के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कसी कमर, चलाया 'टीबी खोजो' अभियान

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में टीबी के मरीजों को चिन्हित करने के लिए पूरे जिले में 137 टीमें लगाई गई हैं. ये टीमें घर-घर जाकर रोगियों को चिन्हित करेंगी. ये अभियान 23 अक्टूबर तक चलाया जाएगा.

स्वास्थ्य विभाग का 'टीबी खोजो' अभियान.
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Published : Oct 10, 2019, 1:42 AM IST

बाराबंकी: साल 2025 तक 'टीबी मुक्त भारत' बनाने की पीएम मोदी की मंशा को साकार करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तरह कमर कस ली है. इसके लिए विभाग क्रमबद्ध ढंग से सक्रिय 'टीबी खोजो' अभियान चला रहा है. गुरुवार 10 अक्टूबर से एक बार फिर इस अभियान की शुरुआत हो रही है.

घर घर जाकर रोगियों को चिन्हित करेगी टीम

स्वास्थ्य विभाग का 'टीबी खोजो' अभियान.
  • टीबी के मरीजों को चिन्हित करने के लिए पूरे जिले में 137 टीमें लगाई गई हैं.
  • ये टीमें घर घर जाकर रोगियों को चिन्हित करेंगी.
  • 23 अक्टूबर तक चलने वाले इस अभियान में करीब 6 लाख की आबादी को कवर किया जाएगा.
  • जिले में कुल 4,441 टीबी के रोगी खोजे जा चुके हैं, जिनका इलाज चल रहा है.

इसे भी पढ़ें: क्षय रोग विभाग का 7वां टीबी अभियान, मरीजों को मिलेगी सुविधा

अभियान में हर बार जिले की कुल आबादी की दस फीसदी आबादी में ये अभियान चलाया जाता है. इस बार कुल 70 हजार 759 घरों में ये टीमें जाएंगी और टीबी के लक्षण बताते हुए मरीजों की खोज करेंगी. जांच के लिए बलगम लेंगी और पॉजिटिव आने पर इनका इलाज होगा. टीमें अभियान के प्रति लापरवाही न करें, लिहाजा इनकी निगरानी के लिए 31 सुपरवाइजर लगाए गए हैं.

बाराबंकी: साल 2025 तक 'टीबी मुक्त भारत' बनाने की पीएम मोदी की मंशा को साकार करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तरह कमर कस ली है. इसके लिए विभाग क्रमबद्ध ढंग से सक्रिय 'टीबी खोजो' अभियान चला रहा है. गुरुवार 10 अक्टूबर से एक बार फिर इस अभियान की शुरुआत हो रही है.

घर घर जाकर रोगियों को चिन्हित करेगी टीम

स्वास्थ्य विभाग का 'टीबी खोजो' अभियान.
  • टीबी के मरीजों को चिन्हित करने के लिए पूरे जिले में 137 टीमें लगाई गई हैं.
  • ये टीमें घर घर जाकर रोगियों को चिन्हित करेंगी.
  • 23 अक्टूबर तक चलने वाले इस अभियान में करीब 6 लाख की आबादी को कवर किया जाएगा.
  • जिले में कुल 4,441 टीबी के रोगी खोजे जा चुके हैं, जिनका इलाज चल रहा है.

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अभियान में हर बार जिले की कुल आबादी की दस फीसदी आबादी में ये अभियान चलाया जाता है. इस बार कुल 70 हजार 759 घरों में ये टीमें जाएंगी और टीबी के लक्षण बताते हुए मरीजों की खोज करेंगी. जांच के लिए बलगम लेंगी और पॉजिटिव आने पर इनका इलाज होगा. टीमें अभियान के प्रति लापरवाही न करें, लिहाजा इनकी निगरानी के लिए 31 सुपरवाइजर लगाए गए हैं.

Intro:बाराबंकी ,09 अक्टूबर । वर्ष 2025 तक "टीबी मुक्त भारत" बनाने की पीएम मोदी की मंशा को साकार करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तरह कमर कस ली है । इसके लिए विभाग क्रमबद्ध ढंग से सक्रिय टीबी खोजो अभियान चला रहा है । गुरुवार 10 अक्टूबर से एक बार फिर इस अभियान की शुरुआत हो रही है । इसके लिए पूरे जिले में 137 टीमें लगाई गई हैं । ये टीमें घर घर जाकर रोगियों को चिन्हित करेंगी । 23 अक्टूबर तक चलने वाले इस अभियान में करीब 6 लाख की आबादी को कवर किया जाएगा ।


Body:वीओ- देश से टीबी के समूल नाश के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार क्रम बद्ध तरीके से अभियान चला रहा है । गुरुवार 10 अक्टूबर से एक बार फिर इस अभियान की शुरुआत हो रही है । इसके लिए 137 टीमें बनाई गई हैं जो घर घर जाकर टीबी रोगियों की खोज करेंगी । जिले में कुल 4441 टीबी रोगी खोजे जा चुके हैं जिनका इलाज चल रहा है ।
बाईट - डॉ रमेश चन्द्र , सीएमओ बाराबंकी

वीओ - अभियान में हर बार जिले की कुल आबादी की दस फीसदी आबादी में ये अभियान चलाया जाता है । इस बार कुल 70759 घरों में ये टीमें जाएंगी । घर घर दस्तक देंगी और टीबी के लक्षण बताते हुए मरीजों की खोज करेंगी ।जांच के लिए बलगम लेंगी और पॉजिटिव आने पर इनका इलाज होगा । टीमें अभियान के प्रति लापरवाही न करें लिहाजा इनकी निगरानी के लिए 31 सुपरवाइजर लगाए गए हैं ।
बाईट- सुरेश कुमार ,सुपरवाइजर , सूरतगंज ब्लॉक


Conclusion:रिपोर्ट-अलीम शेख बाराबंकी
9454661740
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