बाराबंकी: साल 2025 तक 'टीबी मुक्त भारत' बनाने की पीएम मोदी की मंशा को साकार करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तरह कमर कस ली है. इसके लिए विभाग क्रमबद्ध ढंग से सक्रिय 'टीबी खोजो' अभियान चला रहा है. गुरुवार 10 अक्टूबर से एक बार फिर इस अभियान की शुरुआत हो रही है.
घर घर जाकर रोगियों को चिन्हित करेगी टीम
- टीबी के मरीजों को चिन्हित करने के लिए पूरे जिले में 137 टीमें लगाई गई हैं.
- ये टीमें घर घर जाकर रोगियों को चिन्हित करेंगी.
- 23 अक्टूबर तक चलने वाले इस अभियान में करीब 6 लाख की आबादी को कवर किया जाएगा.
- जिले में कुल 4,441 टीबी के रोगी खोजे जा चुके हैं, जिनका इलाज चल रहा है.
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अभियान में हर बार जिले की कुल आबादी की दस फीसदी आबादी में ये अभियान चलाया जाता है. इस बार कुल 70 हजार 759 घरों में ये टीमें जाएंगी और टीबी के लक्षण बताते हुए मरीजों की खोज करेंगी. जांच के लिए बलगम लेंगी और पॉजिटिव आने पर इनका इलाज होगा. टीमें अभियान के प्रति लापरवाही न करें, लिहाजा इनकी निगरानी के लिए 31 सुपरवाइजर लगाए गए हैं.