बाराबंकी: जिले में एक नए ढंग से ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. पुलिस ने गिरोह के 3 शातिर सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से 4 बिजली मीटर, एक बॉयोमैट्रिक मशीन, 3 मोबाइल और दर्जन भर कार्ड बरामद किए गए हैं. पकड़े गए ठगों में मॉरीशस से नौकरी छोड़कर लौटे एक युवक के साथ जनसेवा केंद्र चलाने वाले दो युवक शामिल हैं.
हैदरगढ़ कोतवाली के अमिलहरा मजरे बारा गांव की रहने वाली धनराजा ने पुलिस को तहरीर दी कि बीती 14 जुलाई को दो मोटरसाइकिलों पर सवार 3 युवक आये और खुद को बिजली मीटर चेक करने वाला बताया. उसके बाद उसका आधार कार्ड लेकर एक मशीन पर अंगूठा लगवा लिया और उसके बैंक खाते से दस हजार रुपये निकाल लिए. पैसे निकाले जाने का मैसेज जैसे ही धनराजा के बेटे के मोबाइल पर आया, तो वह हैरान रह गई. उसके बाद उसे अपने साथ धोखाधड़ी होने का एहसास हुआ. परेशान धनराजा ने कोतवाली पहुंचकर ये वाकया पुलिस को बताया और मुकदमा दर्ज करा दिया.
पुलिस की सक्रियता से शातिर गिरफ्तार
इस नए ढंग की धोखाधड़ी पर पुलिस हरकत में आ गई और अभियुक्तों की तलाश में जुट गई. शुक्रवार को पुलिस ने इन तीनों अभियुक्तों को काजीपुर मोड़ के पास से गिरफ्तार कर लिया. इनके पास से चार बिजली मीटर, दो थम्ब इम्प्रेशन वाली मशीन, 03 मोबाइल, एक पर्स में रखे कई तरह के 09 कार्ड्स, एक चार्जर और 8500 रुपये नकद बरामद किए गए हैं. पूछताछ में एक ने अपना नाम ऋषभ तिवारी निवासी कुभरावां थाना शिवगढ़ जिला रायबरेली, दूसरे ने हरिकेश गिरी निवासी सोनिकपुर थाना लोनिकटरा और तीसरे ने अपना नाम शिवम सिंह निवासी पड़रिया थाना शिवगढ़ जिला रायबरेली बताया है. पुलिस अधीक्षक डॉ. अरविंद चतुर्वेदी ने बताया कि ये बहुत शातिर किस्म के अपराधी हैं. इनके अपराध का तरीका बिल्कुल अलग है.
ऐसे करते हैं ठगी
ये अपराधी अपना निशाना उन घरों को बनाते हैं जिस घर में केवल महिलाएं होती हैं. इसके लिए ये लोग घरों की रेकी करते हैं. घरों में जाकर ये लोग अपने को मीटर चेक करने वाला बताते हैं फिर महिलाओं से आधार कार्ड मांग लेते हैं. महिलाओं को बरगलाकर उनसे बिल के भुगतान के लिए ऑनलाइन पेमेंट करने की सलाह देकर उनसे बैंक का नाम पता कर लेते हैं. अपने मोबाइल में पहले से ही इंस्टॉल स्पाइस मनी एप में फीडिंग करने के बाद ये लोग अपने साथ लाइ गई बायोमेट्रिक मशीन में महिलाओं का अंगूठा लगवा लेते हैं. उसके बाद वहां से निकल जाते हैं और कुछ देर बाद खाते से कुछ पैसे ट्रांसफर कर लेते हैं. इस दौरान उन्हें खाते में जमा रकम की जानकारी हो जाती है. बाद में ये लोग उस खाते से अधिकतम रकम निकाल लेते हैं. इन शातिर बदमाशों ने अब तक तमाम वारदातों को अंजाम देने की बात कुबूल की है.
ठगी के एक्सपर्ट हैं गिरफ्तार युवक
इनमें से दो युवक ऋषभ और शिवम जनसेवा केंद्र चलाते हैं, जिसके चलते इन्हें कम्प्यूटर और डिजिटल मशीनों को ऑपरेट करने साथ ही ऑनलाइन फीडिंग का खासा अनुभव है. वहीं तीसरा युवक हरिकेश गिरी भी बहुत शातिर है. ये मॉरीशस में नौकरी करता था, जो कुछ समय पहले ही वहां से गांव लौटा है.