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बाराबंकी के बालिका गृह से फरार किशोरी 15 दिन बाद बरामद, पुलिस जांच में जुटी

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Published : Aug 11, 2023, 9:23 AM IST

बाराबंकी के बालिका गृह से फरार किशोरी 15 दिन बाद बरामद कर ली गई. पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है.

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बाराबंकी: बाराबंकी में 15 दिन पूर्व राजकीय किशोरी सम्प्रेक्षण गृह की छत से कूदकर फरार हुई किशोरी को आखिरकार पुलिस ने लंबी जद्दोजहद के बाद गुरुवार को नगर कोतवाली के बहराइच बाईपास के पास से बरामद कर लिया. इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में सम्प्रेक्षण गृह में तैनात सात कर्मचारियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया गया था. इसके अलावा अधिक्षिका और केयर टेकर समेत तीन को सस्पेंड किया गया था. फिलहाल पुलिस अब इस बाबत जानकारी जुटा रही है कि इतने दिनों में किशोरी की क्या-क्या एक्टिविटी रही.


बता दें कि कोतवाली नगर के आवास विकास काॅलोनी टेलीफोन एक्सचेंज के पास स्थित राजकीय सम्प्रेक्षण गृह (किशोरी) में 26 जुलाई को उस वक्त हड़कंप मच गया था जब गिनती में एक किशोरी कम पाई गई. दरअसल सम्प्रेक्षण गृह में किशोरियों को कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जा रहा था. ट्रेनिंग के दौरान दो बार अटेंडेंस होती है. पहली अटेंडेंस में किशोरी मौजूद थी, इसके बाद करीब तीन बजे वॉशरूम जाने को कहकर किशोरी चली गई. काफी देर तक जब वह नहीं लौटी तब ट्रेनिग दे रही शिक्षिका ने अम्प्रेक्षण गृह की अधीक्षिका कंचन वर्मा को बताया.


किशोरी के लापता हो जाने के बाद हड़कम्प मच गया लेकिन अधीक्षिका ने इस खबर को छुपाए रखा और उच्च अधिकारियों को इसकी सूचना नही दी. बात बिगड़ती देख तीन बजे की घटना को शाम पांच बजे अधीक्षिका ने अधिकारियों को यह सूचना दी. इसके बाद हड़कम्प मच गया था. जिलाधिकारी समेत तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे. छानबीन में ये निकल कर आया कि सम्प्रेक्षण गृह की छत की मरम्मत का कार्य चल रहा था लिहाजा किशोरी आसानी से छत पर पहुंची और वहां से कूदकर फरार हो गई.


इस मामले में जिला प्रोबेशन अधिकारी डॉ पल्लवी सिंह द्वारा निदेशालय को तुरंत रिपोर्ट भेजी गई थी जिसके बाद निदेशालय से महिला कल्याण विभाग की संयुक्त निदेशक आकांक्षा अग्रवाल और उपनिदेशक प्रवीण तिवारी की संयुक्त टीम ने पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया था और कर्मचारियों के बयान दर्ज किए थे. जांच के दौरान अधीक्षिका कंचन वर्मा और केयर टेकर वीरेंद्र कुमार और कर्मचारी सुशीला की गलती पाई गई थी जिन्हें सस्पेंड कर दिया गया था. इसके अलावा जिला प्रोबेशन अधिकारी की तहरीर पर किशोरी समेत 08 के खिलाफ नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया था.


दरअसल, संतकबीरनगर जिले के मेहदावल थाने के एक गांव की रहने वाली यह किशोरी चोरी के एक मामले में पहली अक्टूबर 2022 से राजकीय सम्प्रेक्षण गृह में निरुद्ध थी. उसका बाराबंकी जुवेनाइल कोर्ट में ट्रायल चल रहा है.किशोरी के फरार होने के बाद पुलिस की कई टीमें उसकी तलाश कर रही थीं.संतकबीरनगर पुलिस से भी बाराबंकी पुलिस रेगुलर सम्पर्क में थी.गुरुवार को नगर कोतवाली के बहराइच बाई पास से आखिरकार पुलिस ने इसे बरामद कर लिया.नगर कोतवाल संजय मौर्या ने बताया कि किशोरी फरार होने के बाद इन 15 दिनों में गोरखपुर, बस्ती,दिल्ली और नोयडा समेत तमाम जगह रही.लोगों से बहाना बनाकर उनसे पैसे ले लेती थी और अपना खर्च चलाती थी.फिलहाल पुलिस इसकी भी छानबीन कर रही है कि इन 15 दिनों में इसकी क्या एक्टिविटी रही.


ये भी पढ़ेंः कार में मिली उड़ीसा की रहने वाली महिला की लाश, आईफोन से खुलेगा मौत का राज

बाराबंकी: बाराबंकी में 15 दिन पूर्व राजकीय किशोरी सम्प्रेक्षण गृह की छत से कूदकर फरार हुई किशोरी को आखिरकार पुलिस ने लंबी जद्दोजहद के बाद गुरुवार को नगर कोतवाली के बहराइच बाईपास के पास से बरामद कर लिया. इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में सम्प्रेक्षण गृह में तैनात सात कर्मचारियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया गया था. इसके अलावा अधिक्षिका और केयर टेकर समेत तीन को सस्पेंड किया गया था. फिलहाल पुलिस अब इस बाबत जानकारी जुटा रही है कि इतने दिनों में किशोरी की क्या-क्या एक्टिविटी रही.


बता दें कि कोतवाली नगर के आवास विकास काॅलोनी टेलीफोन एक्सचेंज के पास स्थित राजकीय सम्प्रेक्षण गृह (किशोरी) में 26 जुलाई को उस वक्त हड़कंप मच गया था जब गिनती में एक किशोरी कम पाई गई. दरअसल सम्प्रेक्षण गृह में किशोरियों को कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जा रहा था. ट्रेनिंग के दौरान दो बार अटेंडेंस होती है. पहली अटेंडेंस में किशोरी मौजूद थी, इसके बाद करीब तीन बजे वॉशरूम जाने को कहकर किशोरी चली गई. काफी देर तक जब वह नहीं लौटी तब ट्रेनिग दे रही शिक्षिका ने अम्प्रेक्षण गृह की अधीक्षिका कंचन वर्मा को बताया.


किशोरी के लापता हो जाने के बाद हड़कम्प मच गया लेकिन अधीक्षिका ने इस खबर को छुपाए रखा और उच्च अधिकारियों को इसकी सूचना नही दी. बात बिगड़ती देख तीन बजे की घटना को शाम पांच बजे अधीक्षिका ने अधिकारियों को यह सूचना दी. इसके बाद हड़कम्प मच गया था. जिलाधिकारी समेत तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे. छानबीन में ये निकल कर आया कि सम्प्रेक्षण गृह की छत की मरम्मत का कार्य चल रहा था लिहाजा किशोरी आसानी से छत पर पहुंची और वहां से कूदकर फरार हो गई.


इस मामले में जिला प्रोबेशन अधिकारी डॉ पल्लवी सिंह द्वारा निदेशालय को तुरंत रिपोर्ट भेजी गई थी जिसके बाद निदेशालय से महिला कल्याण विभाग की संयुक्त निदेशक आकांक्षा अग्रवाल और उपनिदेशक प्रवीण तिवारी की संयुक्त टीम ने पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया था और कर्मचारियों के बयान दर्ज किए थे. जांच के दौरान अधीक्षिका कंचन वर्मा और केयर टेकर वीरेंद्र कुमार और कर्मचारी सुशीला की गलती पाई गई थी जिन्हें सस्पेंड कर दिया गया था. इसके अलावा जिला प्रोबेशन अधिकारी की तहरीर पर किशोरी समेत 08 के खिलाफ नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया था.


दरअसल, संतकबीरनगर जिले के मेहदावल थाने के एक गांव की रहने वाली यह किशोरी चोरी के एक मामले में पहली अक्टूबर 2022 से राजकीय सम्प्रेक्षण गृह में निरुद्ध थी. उसका बाराबंकी जुवेनाइल कोर्ट में ट्रायल चल रहा है.किशोरी के फरार होने के बाद पुलिस की कई टीमें उसकी तलाश कर रही थीं.संतकबीरनगर पुलिस से भी बाराबंकी पुलिस रेगुलर सम्पर्क में थी.गुरुवार को नगर कोतवाली के बहराइच बाई पास से आखिरकार पुलिस ने इसे बरामद कर लिया.नगर कोतवाल संजय मौर्या ने बताया कि किशोरी फरार होने के बाद इन 15 दिनों में गोरखपुर, बस्ती,दिल्ली और नोयडा समेत तमाम जगह रही.लोगों से बहाना बनाकर उनसे पैसे ले लेती थी और अपना खर्च चलाती थी.फिलहाल पुलिस इसकी भी छानबीन कर रही है कि इन 15 दिनों में इसकी क्या एक्टिविटी रही.


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