बाराबंकी : मत्स्य पालन के क्षेत्र में हम लखनऊ को एक हब बनाना चाहते हैं. हमारा लक्ष्य है उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाना और मछली उत्पादन के क्षेत्र में इसे मिनी आन्ध्र प्रदेश बनाना. ये कहना है प्रदेश के मत्स्य विकास मंत्री डॉ. संजय कुमार निषाद का. वह शनिवार को बाराबंकी में अपने विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए आये थे.
मंत्री डॉ. संजय कुमार निषाद ज्यादा से ज्यादा लोगों को योजना का लाभ देने के लिए जागरूक कर रहे हैं. इसी कड़ी में शनिवार को डॉ. संजय निषाद बाराबंकी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि उनके विभाग में दो दर्जन से ज्यादा योजनाएं हैं. जिनका लाभ लिया जा सकता है.
उन्होंने कहा कि उनका विभाग तीन प्रकार से लाभ दे रहा है. एक तो लोगों को रोजगार दे रहा है, दूसरा लोगों को प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ दे रहा है, तीसरे ये कि इससे राजस्व भी प्राप्त हो रहा है. ऐसे में दूसरे प्रदेशों पर निर्भर क्यों रहा जाय. लिहाजा मत्स्य विभाग खुद आत्मनिर्भर होगा.
उन्होंने कहा कि अभी तक परम्परा थी कि जिसके पास खेत, ताल या पोखरा होगा वही इन योजनाओं का फायदा ले सकता है, लेकिन अब ऐसा नहीं है. अब कोई भी शिक्षित हो या अशिक्षित, रोजगार के साधन लेना चाहता है तो वह हमारे विभाग आये, हम उसको सिखाएंगे और आगे बढ़ाएंगे.
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मत्स्य विकास मंत्री ने मत्स्य उत्पादकों से कहा कि वे अब मत्स्य पालन के क्षेत्र में अत्याधुनिक तकनीक अपनाएं और लाभ लें. डॉ. संजय निषाद ने कहा कि वे जल्द ही तमाम जिलों में एक योजना ला रहे हैं. जहां सड़कों के किनारे स्थित पोखरे को विकसित किया जाएगा. इसके लिए 50 लाख रुपये खर्च कर पार्क जैसा सुंदरीकरण कर मछली फार्म के रूप में विकसित किया जाएगा.
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