ETV Bharat / state

बाराबंकी: आवारा पशुओं से जल्द ही छुटकारा दिलाएगा प्रशासन

बाराबंकी जिले के छुट्टा मवेशियों को 15 दिनों में गौशालाओं में पहुंचा दिया जाएगा. यह घोषणा गुरुवार को जिलाधिकारी डॉक्टर आदर्श सिंह ने की. उन्होंने कहा कि गो आश्रय स्थलों के लिए फंड जुटाया जा रहा है.

author img

By

Published : Jul 20, 2019, 10:58 AM IST

आवारा पशुओं से जल्द छुटकारा

बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में गो शालाओं सुविधाएं जल्द बढ़ाई जाएंगी. गुरुवार को लोकसभागार में पत्रकार वार्ता के दौरान डीएम ने आवारा पशुओं से जल्द से जल्द राहत दिलाने की बात कही है. डीएम ने बताया कि निबलेट फार्म में आवारा पशुओं को रखने के लिए 4 सेट बनाए जा चुके हैं. वहीं दो सेट बनाने का काम चल रहा है.

डीएम ने दिया निर्देश

आवारा पशुओं से निजात की मुहिम:

  • गो आश्रय स्थलों पर मवेशियों की मौत का एक बड़ा कारण सांड को एक साथ रखना भी सामने आया है.
  • गायों और साडों को अलग-अलग रखने की व्यवस्था की जा रही है.
  • निबलेट फार्म में आवारा पशुओं को रखने के लिए 4 सेट बनाए जा चुके हैं, वहीं दो सेट बनाने का काम चल रहा है.
  • पैसे की कमी को दूर करने के लिए लोगों से सहयोग की अपील की गई है.
  • अब तक इस मद में करीब ढाई लाख रुपए दान के रूप में मिले हैं, जो बहुत ही कम राशि है.
  • डीएम ने बताया कि गो आश्रय स्थल के लिए प्रशासन से डेढ़ करोड़ रुपए मिले थे, उनमें ₹9000000 खर्च हो चुके हैं.
  • डीएम ने सभी एसडीएम को गो आश्रय स्थलों पर बोर्ड लगाने के निर्देश दिए.
  • इसके लिए कार योजना बनाई जा रही है.

बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में गो शालाओं सुविधाएं जल्द बढ़ाई जाएंगी. गुरुवार को लोकसभागार में पत्रकार वार्ता के दौरान डीएम ने आवारा पशुओं से जल्द से जल्द राहत दिलाने की बात कही है. डीएम ने बताया कि निबलेट फार्म में आवारा पशुओं को रखने के लिए 4 सेट बनाए जा चुके हैं. वहीं दो सेट बनाने का काम चल रहा है.

डीएम ने दिया निर्देश

आवारा पशुओं से निजात की मुहिम:

  • गो आश्रय स्थलों पर मवेशियों की मौत का एक बड़ा कारण सांड को एक साथ रखना भी सामने आया है.
  • गायों और साडों को अलग-अलग रखने की व्यवस्था की जा रही है.
  • निबलेट फार्म में आवारा पशुओं को रखने के लिए 4 सेट बनाए जा चुके हैं, वहीं दो सेट बनाने का काम चल रहा है.
  • पैसे की कमी को दूर करने के लिए लोगों से सहयोग की अपील की गई है.
  • अब तक इस मद में करीब ढाई लाख रुपए दान के रूप में मिले हैं, जो बहुत ही कम राशि है.
  • डीएम ने बताया कि गो आश्रय स्थल के लिए प्रशासन से डेढ़ करोड़ रुपए मिले थे, उनमें ₹9000000 खर्च हो चुके हैं.
  • डीएम ने सभी एसडीएम को गो आश्रय स्थलों पर बोर्ड लगाने के निर्देश दिए.
  • इसके लिए कार योजना बनाई जा रही है.
Intro:बाराबंकी:- जिले के छुट्टा मवेशियों को 15 दिन में गौशालाओं में पहुंचा दिया जाएगा इसके लिए कार योजना बनाई जा रही है .यह घोषणा गुरुवार को जिलाधिकारी डॉक्टर आदर्श सिंह ने की उन्होंने कहा कि गो आश्रय स्थलों के लिए फंड जुटाया जा रहा है.


Body:कलेक्ट्रेट स्थित लोकसभा गार में गुरुवार को पत्रकार वार्ता के दौरान डीएम ने बताया कि गो आश्रय स्थलों पर मवेशियों की मौत का एक बड़ा कारण सांड को एक साथ रखना भी सामने आया है. सांड हमलावर होते हैं .इसलिए गायों और साडो को अलग-अलग रखने की व्यवस्था की जा रही है. डीएम ने बताया कि निबलेट फार्म में आवारा पशुओं को रखने के लिए 4 सेट बनाए जा चुके हैं. दो सेड बनाने का काम चल रहा है. गो आश्रय स्थल बनाने के लिए जगह की कमी नहीं है. पैसे की कमी को दूर करने के लिए लोगों से सहयोग की अपील की गई है .अब तक इस मद में करीब ढाई लाख रुपए दान के रूप में मिले हैं .जो बहुत कम ही राशि है. डीएम आदर्श सिंह ने बताया कि गो आश्रय स्थल के लिए प्रशासन से डेढ़ करोड़ रुपए मिले थे उनमें ₹9000000 खर्च हो चुके हैं. डीएम ने सभी एसडीएम को गो आश्रय स्थलों पर बोर्ड लगाने के निर्देश दिए इस मौके पर सी .डी.ओ .मेधा रूपम सीवीओ डॉ एस पी जयसवाल भी मौजूद थे।


Conclusion:ईटीवी खबर का जोरदार असर https://etvbharat.page.link/3Xuhps9zDSbwpytm9


बाइट .डीएम बाराबंकी डॉक्टर आदर्श सिंह.


गणेश शंकर मिश्रा ईटीवी भारत की रिपोर्ट मोबाइल नंबर 87 0 77 60 190
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.