बाराबंकी: जिले में बाढ़ पीड़ितों की समस्याएं कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं. हम बात कर रहे हैं सिरौली गौसपुर तहसील क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांव टेपरा की. यहां स्थिति ऐसी हो गई है कि गांव का अस्तित्व ही खतरे में पड़ गया है. इस गांव में सिर्फ दो-तीन घर ही बचे हैं बाकी घर सब घाघरा नदी में समाहित हो चुके हैं. जो बचे हैं उनके निवासियों को हमेशा यह खतरा बना रहता है कि किसी भी समय वह तीन घर भी घाघरा नदी में समाहित हो सकते हैं. प्रशासन लगातार बाढ़ पीड़ितों को गांव खाली करने के निर्देश दे रहा है.
गांवों में बिगड़े हालात
- जिले में घाघरा नदी लगातार अपना कहर दिखा रही है.
- जिले में घाघरा में बढ़े जलस्तर की वजह से आई बाढ़ के कारण हालात बेहद खराब हो गए हैं.
- कई गांव में लोगों का आशियाना बाढ़ में समा गया है, प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है.
- बाढ़ प्रभावित गांवों में टेपरा कटान प्रभावित है, यहां केवल दो-तीन घर ही बचे हैं बाकी नदी में समा चुके हैं.
- बाढ़ प्रभावित गांवों में लोगों से कहा जा रहा है कि आप लोग अपने-अपने घर छोड़ दीजिए और बांध पर आकर रहिए.
- प्रशासन राहत सामग्री जैसे राशन, मिट्टी का तेल, मच्छरदानी, तिरपाल आदि का वितरण करा रहा है.
आपको बता दें कि लोग अपना आशियाना खुद ही उजाड़ रहे हैं. जिन लोगों को प्रधानमंत्री आवास मिला था, वह लोग उनको तोड़कर उनकी ईंट निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं. जो सामान बच सके उसे बचाने की कवायद में ग्रामीण लगे हुए हैं.