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बंद रहे बाराबंकी के स्कूल, छात्र नहीं मना सके क्रिसमस

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में क्रिसमस का पर्व धूमधाम से मनाया गया. वहीं तमाम स्कूलों के छात्र दुखी दिखे, क्योंकि CAA के विरोध में होने वाले धरना-प्रदर्शन के कारण हुई छुट्टियों की वजह से इस वर्ष कोई कार्यक्रम नहीं हो सका.

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CAA विरोध प्रदर्शन और ठंड के कारण स्कूल बंद.
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Published : Dec 26, 2019, 8:17 AM IST

बाराबंकी: जिले में धूमधाम से क्रिसमस मनाया गया, लेकिन जिले के तमाम स्कूलों के बच्चे दुखी रहे. वजह थी हर साल की तरह होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों का इस बार न होना. दरअसल CAA के विरोध में होने वाले धरना-प्रदर्शन के कारण स्कूलों की छुट्टियां कर दी गई थीं. लिहाजा बच्चे किसी भी तरह के कार्यक्रम नहीं कर सके.

CAA विरोध प्रदर्शन और ठंड के कारण स्कूल बंद.

तैयारियों के बाद भी नहीं हो सके कार्यक्रम
हर साल की तरह इस बार भी क्रिसमस पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की खूब तैयारी की गई थी. बच्चों ने अंतिम समय तक रिहर्सल किया था लेकिन वे प्रस्तुति नहीं दे सके. लगातार होने वाली छुट्टियों की वजह से बच्चे कोई कार्यक्रम नहीं कर सके.

प्रशासन के आदेश का हमें पालन करना है. इस वजह से हमने विद्यालय नहीं खोला और इसमें कोई बुरी बात नहीं है. प्रशासन का निर्णय सभी की अच्छाई के लिए होता है. इस साल टीईटी जैसी परीक्षा को भी टालना पड़ा तो हमने तो कुछ दिन के लिए कक्षाएं ही बंद कीं, इससे कोई दिक्कत नहीं है.

जेराल्ड डिसूजा, प्रधानाचार्य, सैंट एंथोनी स्कूल

इसे भी पढ़ें:- दारोगा का फेसबुक पोस्ट हुआ वायरल, रेस्टोरेंट में कोई और कर गया बिल का पेमेंट

बाराबंकी: जिले में धूमधाम से क्रिसमस मनाया गया, लेकिन जिले के तमाम स्कूलों के बच्चे दुखी रहे. वजह थी हर साल की तरह होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों का इस बार न होना. दरअसल CAA के विरोध में होने वाले धरना-प्रदर्शन के कारण स्कूलों की छुट्टियां कर दी गई थीं. लिहाजा बच्चे किसी भी तरह के कार्यक्रम नहीं कर सके.

CAA विरोध प्रदर्शन और ठंड के कारण स्कूल बंद.

तैयारियों के बाद भी नहीं हो सके कार्यक्रम
हर साल की तरह इस बार भी क्रिसमस पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की खूब तैयारी की गई थी. बच्चों ने अंतिम समय तक रिहर्सल किया था लेकिन वे प्रस्तुति नहीं दे सके. लगातार होने वाली छुट्टियों की वजह से बच्चे कोई कार्यक्रम नहीं कर सके.

प्रशासन के आदेश का हमें पालन करना है. इस वजह से हमने विद्यालय नहीं खोला और इसमें कोई बुरी बात नहीं है. प्रशासन का निर्णय सभी की अच्छाई के लिए होता है. इस साल टीईटी जैसी परीक्षा को भी टालना पड़ा तो हमने तो कुछ दिन के लिए कक्षाएं ही बंद कीं, इससे कोई दिक्कत नहीं है.

जेराल्ड डिसूजा, प्रधानाचार्य, सैंट एंथोनी स्कूल

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Intro: बाराबंकी, 25 दिसंबर। विरोध प्रदर्शनों के चलते स्कूल बंद होने से क्रिसमस को लेकर होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं हुए. बच्चों ने क्रिसमस की विशेष तैयारी की और रिहर्सल भी किए थे, जिससे कार्यक्रम ना होने पर वह दुखी है. हर साल होने वाले इस कार्यक्रम की बच्चों को फिर से थी आस. इस बार प्रदर्शन और ठंड के कारण कार्यक्रम न होने से बचे हुए उदास. यही वजह है कि बच्चे परिवार के साथ शाम को पहुंचे स्कूल. जिले के सेंट एंथोनी स्कूल के बच्चों ने हर साल की तरह इस साल भी क्रिसमस के पहले होने वाले कार्यक्रमों की मेहनत से की थी तैयारी.


Body:पूरे जिले भर में क्रिसमस का पर्व बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया . लेकिन जिले के तमाम स्कूलों के बच्चे इस वजह से दुखी हुए, क्योंकि हर साल की तरह क्रिसमस से पहले होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम CAA के विरोध में होने वाले धरना प्रदर्शन के कारण , हुई छुट्टियों की वजह से इस वर्ष नही हो सके.

हालांकि हर साल की तरह बच्चों ने जी-तोड़ से सांस्कृतिक कार्यक्रम करने के लिए मेहनत की थी , और अंतिम समय तक वह दिल जान से कार्यक्रम की प्रस्तुति के लिए लगे हुए थे. लेकिन इस तरह से लगातार होने वाली छुट्टियों की वजह से , जब कार्यक्रम नहीं हुआ तो उनके मन उदास हो गए.
इनमें से कुछ बच्चों ने पिछले 14 साल से यह कार्यक्रम देखा और इसमें भाग लिया था . लेकिन जब इस साल विद्यालय में वह 12वीं कक्षा पास करके निकलने वाले थे, और ऐसे में जब परंपरागत रूप से होने वाले यह कार्यक्रम नहीं हुए तो ,अंतिम साल में कार्यक्रम ना होने के कारण वह दुखी नजर आए.

हालांकि सैंट एंथोनी के प्रधानाचार्य फादर जेराल्ड डिसूजा से जब हमने बात की तो उन्होंने बताया कि , प्रशासन के आदेश का हमें पालन करना है, इस वजह से हमने विद्यालय नहीं खोला ,और इसमें कोई बुरी बात नहीं है. प्रशासन का निर्णय सभी की अच्छाई के लिए होता है. इस साल टीईटी जैसी परीक्षा को भी टालना पड़ा तो हमने तो कुछ दिन के लिए कक्षाएं ही बंद की, इससे कोई दिक्कत नहीं है . बच्चे थोड़ा बहुत कार्यक्रमों को लेकर दुखी हो जाते हैं , लेकिन कभी-कभी हमें अच्छाई के लिए इस प्रकार के निर्णय लेने पड़ते हैं . वैसे आज कुछ बच्चे अपने माता-पिता के साथ यहां आए भी, और उन्होंने क्रिसमस अपने अपने स्तर पर मनाया भी.



Conclusion:byte -

1- अच्युत राज, कक्षा 6, सेंट एंथोनी स्कूल, बाराबंकी

2- जानवी मिश्रा , कक्षा 12, सेंट एंथोनी स्कूल, बाराबंकी

3- फादर जेराल्ड डिसूजा , प्रधानाचार्य, सेंट एंथोनी स्कूल, बाराबंकी.


.रिपोर्ट-  आलोक कुमार शुक्ला , रिपोर्टर बाराबंकी, 96284 76907
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