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बाराबंकीः परिषदीय स्कूलों में जलभराव और गंदगी बीमारियों को दे रही दावत - मच्छर जनित रोग

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में स्थित परिषदीय स्कूलों में अक्सर जलभराव रहता है. जिससे मच्छरों से होने वाली बिमारी के चलते अक्सर बच्चे बीमार हो जाते हैं. शिक्षक भी इस समस्या से परेशान हैं.

परिषदीय स्कूलों में मच्छरजनित रोगों का है खतरा.
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Published : Aug 27, 2019, 9:26 AM IST

बाराबंकीः गंदगी और जलभराव के चलते बीते एक पखवारे से बाराबंकी के कई गांवों में बीमारी फैलने के बावजूद भी शिक्षा विभाग ने सबक नहीं लिया है. गंदगी और जलभराव से जिले के कई गांवों में मच्छर जनित रोगों का प्रकोप फैला है. बड़ेल स्थित परिषदीय स्कूलों में अक्सर जलभराव रहता है. मच्छरजनित रोगों के चलते बच्चे अक्सर बीमार हो जाते हैं.

परिषदीय स्कूलों में मच्छरजनित रोगों का है खतरा.

इसे भी पढ़े- मुरादाबाद: मच्छरों के लिए ऐशगाह बना जिला मलेरिया अधिकारी कार्यालय

मच्छरजनित रोगों का है खतरा

  • मामला बड़ेल के परिषदीय विद्यालय का है.
  • परिसर में दो प्राथमिक और एक जूनियर स्कूल हैं.
  • इसी परिसर में ब्लॉक संसाधन केंद्र और खण्ड शिक्षाधिकारी का कार्यालय भी है.
  • परिसर में जरा सी बरसात में पानी भर जाता है.
  • बच्चे इसी में होकर आते जाते हैं और उसी के बगल बैठकर पढ़ाई करते हैं.
  • जलभराव के चलते मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है.

इसे भी पढ़े- लखनऊ के विभूति नगर थाने में पाया गया मच्छरों का लार्वा, स्वास्थ्य विभाग ने दिया नोटिस

कई बार शिकायत की गई लेकिन कुछ नहीं हुआ. इस समय मच्छरजनित बीमारियां फैल रही हैं अगर ये बीमारियां यहां फैल गईं तो सभी क्या करेंगे.
-बबली सिंह , शिक्षिका

स्वास्थ्य विभाग समय समय पर अभियान चलाकर इन मच्छरजनित रोगों से बचाव के तमाम दिशा निर्देश जारी करता है. जलभराव न होने देने की हिदायतें देता है लेकिन जिम्मेदार ही गैरजिम्मेदार बने हैं.

-रमेश चन्द्रा , सीएमओ


विभाग के पास साफ सफाई के लिए बजट नहीं है. हम सीओ को इस बाबत पत्र लिखेगे और नगर निगम से यहां साफ-सफाई के लिए अनुरोध करेंगे.
-रुद्र प्रताप यादव , खण्ड शिक्षाधिकारी

बाराबंकीः गंदगी और जलभराव के चलते बीते एक पखवारे से बाराबंकी के कई गांवों में बीमारी फैलने के बावजूद भी शिक्षा विभाग ने सबक नहीं लिया है. गंदगी और जलभराव से जिले के कई गांवों में मच्छर जनित रोगों का प्रकोप फैला है. बड़ेल स्थित परिषदीय स्कूलों में अक्सर जलभराव रहता है. मच्छरजनित रोगों के चलते बच्चे अक्सर बीमार हो जाते हैं.

परिषदीय स्कूलों में मच्छरजनित रोगों का है खतरा.

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मच्छरजनित रोगों का है खतरा

  • मामला बड़ेल के परिषदीय विद्यालय का है.
  • परिसर में दो प्राथमिक और एक जूनियर स्कूल हैं.
  • इसी परिसर में ब्लॉक संसाधन केंद्र और खण्ड शिक्षाधिकारी का कार्यालय भी है.
  • परिसर में जरा सी बरसात में पानी भर जाता है.
  • बच्चे इसी में होकर आते जाते हैं और उसी के बगल बैठकर पढ़ाई करते हैं.
  • जलभराव के चलते मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है.

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कई बार शिकायत की गई लेकिन कुछ नहीं हुआ. इस समय मच्छरजनित बीमारियां फैल रही हैं अगर ये बीमारियां यहां फैल गईं तो सभी क्या करेंगे.
-बबली सिंह , शिक्षिका

स्वास्थ्य विभाग समय समय पर अभियान चलाकर इन मच्छरजनित रोगों से बचाव के तमाम दिशा निर्देश जारी करता है. जलभराव न होने देने की हिदायतें देता है लेकिन जिम्मेदार ही गैरजिम्मेदार बने हैं.

-रमेश चन्द्रा , सीएमओ


विभाग के पास साफ सफाई के लिए बजट नहीं है. हम सीओ को इस बाबत पत्र लिखेगे और नगर निगम से यहां साफ-सफाई के लिए अनुरोध करेंगे.
-रुद्र प्रताप यादव , खण्ड शिक्षाधिकारी

Intro:बाराबंकी ,26 अगस्त । गन्दगी और जलभराव के चलते बीते एक पखवारे से बाराबंकी के कई गांवों में फैली बीमारी के बावजूद भी शिक्षा विभाग ने सबक नही लिया है । कम से कम बड़ेल में स्थित परिषदीय स्कूलों में तो कुछ यही नजर आ रहा है । यहाँ अक्सर जलभराव रहता है उसके ठीक बगल बच्चे पढ़ते है । मच्छरों के चलते अक्सर बच्चे बीमार हो जाते हैं । शिक्षक भी इस भीषण समस्या से परेशान हैं । इनमे दहशत है कि मच्छरजनित रोगों के प्रकोप का समय चल रहा है और अगर इसने भयंकर रूप ले लिया तो ये क्या करेंगे । पेश है बाराबंकी से एक्सक्लुसिव रिपोर्ट....


Body:वीओ - ये है बड़ेल का परिषदीय विद्यालय । परिसर में दो प्राथमिक और एक जूनियर कुल तीन स्कूल हैं । इसी परिसर में ब्लॉक संसाधन केंद्र और खण्ड शिक्षाधिकारी का कार्यालय भी है ।परिसर में जरा सी बरसात में पानी भर जाता है । जो महीनों भरा रहता है । बच्चे इसी में होकर आते जाते हैं और उसी के बगल बैठकर पढ़ाई करते हैं । जलभराव के चलते भीषण गन्दगी हो जाती है और मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है । इन मच्छरों के काटने से अक्सर बच्चे बीमार होते रहते हैं । इस समस्या से शिक्षक भी परेशान हैं । कई बार शिकायत भी की गई लेकिन हुआ कुछ नही । शिक्षकों को डर है कि इस समय मच्छरजनित बीमारियां फैल रही हैं । अगर ये बीमारियां यहां फैल गईं तो वे क्या करेंगे ।
बाईट - बबली सिंह , शिक्षिका

वीओ - ऐसा नही है कि शिक्षकों और अधिकारियों को मच्छरों के प्रकोप से होने वाले खतरों की खबर नही । स्वास्थ्य विभाग समय समय पर अभियान चलाकर इन मच्छर जनित रोगों से बचाव के तमाम दिशा निर्देश जारी करता है । जलभराव न होने देने की हिदायतें देता है लेकिन जिम्मेदार ही गैरजिम्मेदार बने हैं ।
बाईट - रमेश चन्द्रा , सीएमओ बाराबंकी

वीओ - इस बाबत खण्ड शिक्षाधिकारी का जवाब सुनकर हम भी हैरान रह गए । उनका जवाब था कि विभाग के पास इस साफ सफाई के लिए बजट नही । अब खण्डशिक्षाधिकारी साहब को कौन कहे कि बजट न हो तो क्या बच्चों को बीमार होने के लिए छोड़ दिया जाय ।
बाईट - रुद्र प्रताप यादव , खण्ड शिक्षाधिकारी


Conclusion:भीषण गन्दगी और जलभराव से जिले के कई गांवों में वायरल और मच्छरजनित रोगों का प्रकोप फैला है । स्वास्थ्य विभाग का एलर्ट भी जारी है । यहां जलभराव होने से बीमारियों के खतरे को देखते हुए शिक्षकों का चिंतित होना लाजिमी है । बहरहाल देखना होगा कि शिक्षा विभाग के अधिकारी इन शिक्षकों की चिंता को लेकर कितनी गम्भीरता दिखाते हैं ।
रिपोर्ट - अलीम शेख बाराबंकी
9454661740
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