बाराबंकी: जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मतदान से ठीक तीन दिन पहले पुलिस ने एक और अवैध असलहा फैक्ट्री पकड़ी है. मुखबिर की सूचना पर छापेमारी करते हुए पुलिस ने इस अवैध धंधे में लिप्त दो शातिर अभियुक्तों को भी गिरफ्तार भी कर लिया है.
छापेमारी के दौरान कई निर्मित और अर्धनिर्मित असलहे और कारतूस समेत असलहा बनाने के उपकरण आदि की भी बरामदगी की गई. पकड़े गए दोनों अभियुक्त बहुत ही शातिर अपराधी बताए जाते हैं. इनके खिलाफ दर्जनों मामले दर्ज हैं. दोनों अपराधी हिस्ट्रीशीटर हैं. पूछताछ में दोनों ने बताया कि ये ऑन डिमांड असलहे सप्लाई करते थे.
अपराधियों की धरपकड़ के लिए चल रहा अभियान
बताते चलें कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को भयमुक्त और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए पुलिस-प्रशासन पूरी तरह सतर्क है. हर आपराधिक गतिविधि पर नजर रखी जा रही है. अपराधियों की धरपकड़ के लिए अभियान चलाया जा रहा है. उसी कड़ी में गुरुवार को मसौली थाने की पुलिस ने दो शातिर अपराधियों को अवैध असलहा फैक्ट्री संचालित करते धरदबोचा. इनके कब्जे से पांच निर्मित अवैध देसी तमंचे, दो अर्धनिर्मित तमंचे और छह जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं. असलहा बनाने के तमाम उपकरण भी बरामद किए गए हैं.
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ऑन डिमांड सप्लाई करते थे अवैध असलहे
पकड़े गए दोनों अभियुक्त मसौली थाने के एक ही गांव जलुहामऊ के रहने वाले बिक्रम पासी और बजरंग पासी हैं. इनमें बजरंग के खिलाफ विभिन्न थानों में 12 मुकदमे दर्ज हैं. बिक्रम पासी के खिलाफ भी करीब आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हैं. दोनों कई बार जेल भी जा चुके हैं. दोनों की क्रिमिनल हिस्ट्री है और मसौली थाने के हिस्ट्रीशीटर हैं.
चुनाव में दहशत फैलाने की मंशा
एडिशनल एसपी डॉ. अवधेश सिंह ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्त ऑन डिमांड असलहा बनाते हैं. अब तक ये तमाम असलहे बनाकर खपा चुके हैं. बताया कि चुनाव में दहशत फैलाने के मकसद से इन असलहों को बनाया जा रहा था. फिलहाल पुलिस उन लोगों की तलाश में जुट गई है, जिन्होंने असलहे बनाने की डिमांड की थी. उन लोगों को भी तलाशा जा रहा है, जिन्होंने असलहे खरीदे हैं.