बाराबंकी : बाराबंकी पुलिस ने डकैतों के एक गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इस गिरोह के सदस्य एक खास तरह की ड्रेस पहनकर डकैती को अंजाम देते थे. घुमंतू प्रजाति के इस गिरोह ने करीब दो महीने पहले भी एक डकैती को अंजाम दिया था. इस दौरान डकैतों ने एक महिला की हत्या कर दी थी. पुलिस ने गिरफ्तार बदमाशों की निशानदेही पर लूट के तमाम जेवरात, 05 आधारकार्ड और 20 हजार रुपये नकद समेत तमाम सामान बरामद किया है. पुलिस के अनुसार, पकड़े गए बदमाश बहुत ही शातिर हैं. इनके खिलाफ पंजाब समेत विभिन्न थाना क्षेत्रों में दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं.
दरअसल, देवां थाना क्षेत्र के मुजीबपुर मजरे शेखपुर गांव में बीते 10 सितम्बर की रात कुछ बदमाशों ने शिवप्रसाद के घर धावा बोलकर जमकर लूटपाट की थी. बदमाशों ने घर में रखा कीमती सामान, जेवरात और नकदी लूट लिया था. यही नहीं डंडों से लैस इन बदमाशों ने परिवार के लोगों को जमकर मारा-पीटा भी था. इस मारपीट में एक महिला चंद्रावती की मौके पर ही मौत हो गई थी. इस मामले में केस दर्ज होने के बाद से ही पुलिस इनकी तलाश में लगी हुई थी.
खास ढंग से हुई वारदात ने पुलिस को दिया चैलेंज
एक खास ढंग से अंजाम दिए गए इस वारदात से पुलिस विभाग में हड़कम्प मच गया था. पुलिस कप्तान ने इस वारदात के खुलासे के लिए तीन टीमें बनाई थीं. मैनुएल इंटेलीजेंस और डिजिटल डेटा के आधार पर करीब दो महीने बाद पुलिस ने इस वारदात का खुलासा कर दिया. पुलिस ने इस घटना में शामिल बदमाशों को देवां थाना के सिंचाई विभाग कालोनी के पास डकैती की योजना बनाते वक्त दबोचा लिया. पकड़े गए बदमाशों में आसिफ उर्फ विक्की उर्फ असीम अली पुत्र बाबू अली निवासी बड़ी सरकार बड़ी दरगाह बदायूं, सिन्धबाज उर्फ केसरी नाथ, नुमाइश पुत्र सोनू उर्फ सानू फकीर, सोधिन उर्फ चिंटू निवासी गण तिलिया कटारा थाना बढ़पुरा जनपद इटावा, सजिम उर्फ सानिब निवासी पलिया माखनपुर थाना बिल्लौर जनपद कानपुर हैं.
पुलिस के मुताबिक, अभी गिरोह का एक सदस्य बदायूं निवासी सलमान उर्फ राजू फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है. इनमें साजिम उर्फ सानिब के खिलाफ पंजाब और बाराबंकी में 11 मुकदमे दर्ज हैं. यह बहुत ही खतरनाक अपराधी है. पंजाब में यह पेशी के दौरान भाग चुका है. जबकि हर बदमाश के खिलाफ विभिन्न थानों में मुकदमे दर्ज हैं. वहीं, पकड़े गए बदमाशों ने बताया कि उन्होंने देवां के मुजीबपुर में वारदात को अंजाम दिया था, इसके अलावा हाल ही में प्रयागराज में भी एक वारदात की है.
गिरोह की क्या है पहचान ?
यह बहुत ही शातिर व घुमंतू गिरोह है. इसमें नट, फकीर और आदिवासी जनजाति समुदाय के बदमाश शामिल रहते हैं. ये कभी एक स्थान पर नहीं रुकते. डेरा लगाकर कुछ दिनों तक ये लोग रुकते हैं, फिर घटना को अंजाम देने के बाद वहां से दूसरे स्थान के लिए निकल जाते हैं. गिरोह के सदस्य दिन में खेल-तमाशा दिखाकर, पहले रेकी कर अपने शिकार वाले घर को चिन्हित करते हैं, फिर रात में घटना को अंजाम देते हैं. वारदात को अंजाम देने का भी इनका अपना तरीका है. पहले ये किसी सूनसान स्थान पर अपने कपड़े बदल कर नेकर और बनियान पहनकर घरों में घुसते हैं. हथियार के रूप में डंडों का प्रयोग करते हैं. घर में घुसकर ये परिवार के लोगों के सिर पर हमला कर बेहोश कर देते हैं. उसके बाद बड़े इत्मीनान से घर का सारा कीमती सामान और नकदी लूटकर फरार हो जाते हैं. गिरोह के सदस्य इतने शातिर हैं कि ये फर्जी आधार कार्ड तैयार कर उनसे सिम ले लेते हैं, फिर इसका प्रयोग वे घटना को कारित करने में करते हैं.
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पुलिस कप्तान अनुराग वत्स ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों ने हाल ही में प्रयागराज में एक वारदात को अंजाम दिया है. उन्होंने बताया कि पकड़े गए बदमाशों से कुछ इनपुट्स मिले हैं. जिन्हें कई राज्यों समेत प्रदेश के तमाम जिलों को भी शेयर किया जाएगा, ताकि इस खास तरीके के गिरोह द्वारा की जाने वाली वारदातों को रोका जा सके. इसके साथ ही इस संगठित गिरोह के बाकी सदस्यों को भी गिरफ्तार किया जा सकेगा.