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बाराबंकी: महंगे शौक और रातों-रात अमीर बनने की लालच ने पहुंचाया जेल

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Published : Jul 27, 2020, 11:36 AM IST

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में पुलिस ने छह बदमाशों को गिरफ्तार किया है. बदमाशों ने एक इंजीनियर से पच्चीस लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी.

बाराबंकी में छ: अभियुक्त गिरफ्तार
बाराबंकी में छ: अभियुक्त गिरफ्तार

बाराबंकी: जिले में पुलिस ने निर्माण निगम के एक इंजीनियर से 25 लाख रुपये रंगदारी मांगने वाले 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. इनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाइल, कार, मोटरसाइकिल और दो अदद तमंचा समेत 40 हजार रुपये बरामद किए गए हैं.

दरअसल, इन युवकों ने निर्माण निगम के एक इंजीनियर से रंगदारी मांगने की योजना बनाई. इंजीनियर के मोबाइल पर 16 जुलाई को फोन करके 25 लाख रुपये मांगे. इन्होंने रुपये न देने पर उसके बच्चों का अपहरण कर लेने और इंजीनियर की हत्या करने की धमकी दी. अगले दिन 17 जुलाई को फिर फोन किया, जिसके बाद घबराए इंजीनियर ने पुलिस में शिकायत की. मामले की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस सक्रिय हुई और इन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया.

छ: अभियुक्त गिरफ्तार


किस तरह पुलिस के हत्थे चढ़े अभियुक्त

योजना के तहत पुलिस ने 40 हजार रुपयों की अलग-अलग 19 गड्डियां बनाईं, जिसमें नोट के आकार के अखबार काटकर असली नोटों के बीच-बीच लगायी, जिससे पच्चीस लाख रुपये होने का आभास हो. पुलिस ने रुपयों की गड्डियों को एक बैग में रखकर इंजीनियर अजय सिंह को दे दिया. पुलिस ने योजना समझाकर उनसे अभियुक्तों को फोन करके केवाड़ी मोड़ पर आने को कहा, जैसे ही अभियुक्त रुपये लेने आये कि उसी वक्त कोतवाली पुलिस ने इन्हें दबोच लिया.

कौन हैं पकड़े गए अभियुक्त

पकड़े गए अभियुक्तों का मास्टर माइंड सचिन सिंह है. आरोपी सचिन मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र के कछआउवा पुरवा के रहना है. उसके पिता फतेहपुर तहसील में राजस्वकर्मी हैं. इसके अलावा वैभव शुक्ला लखीमपुर खीरी जिले के नगर कोतवाली के छाऊ चौराहा का रहने वाला है, जिसने इंटर पास किया है. तीसरा आरोपी हर्षित पटेल लखीमपुर खीरी जिले के खीरी थाने के ने कहा का रहने वाला है. यह बीबीए सेकेंड ईयर का स्टूडेंट हैं. चौथा युवक पवन सिंह है जो हरदोई जिले के अतरौलिया थाने के सोनीपुर का रहने वाला है, जो बीए का स्टूडेंट है.

पांचवा युवक योगेश सिंह जो लखनऊ जिले के मंडियांव थाने के सेक्टर ए अलीगंज का रहने वाला है. यह डीपीएड का स्टूडेंट है. इसके पिता सिंचाई विभाग में टेक्नीशियन पद पर तैनात हैं. वारदात में इसकी गाड़ी का इस्तेमाल हुआ था. छठा युवक फरहान अहमद है. यह बीए का स्टूडेंट है और लखीमपुर जिले के नगर कोतवाली के ऑफिसर कॉलोनी का रहने वाला है. इसके पिता सिंचाई विभाग में ठेकेदार हैं.

मास्टरमाइंड ने कैसे बनाई योजना

मास्टरमाइंड सचिन कुछ दिनों पहले अपने पिता राकेश सिंह के साथ बाराबंकी के पल्हरी चौराहा स्थित शिवाजी पुरम में इंजीनियर अजय सिंह के मकान में किराए पर रहते थे. अजय सिंह निर्माण निगम में हाईकोर्ट लखनऊ इकाई में तैनात हैं. यहीं रहते हुए सचिन सिंह ने इनका रहन सहन देखा और उनसे रुपये ऐंठने की योजना बना डाली. इसने अपनी योजना में अपने साथियों को शामिल किया. बीती 16 जुलाई को इंजीनियर अजय सिंह के मोबाइल पर फोन करके उनसे 25 लाख रुपये रंगदारी मांगी थी.

बाराबंकी: जिले में पुलिस ने निर्माण निगम के एक इंजीनियर से 25 लाख रुपये रंगदारी मांगने वाले 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. इनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाइल, कार, मोटरसाइकिल और दो अदद तमंचा समेत 40 हजार रुपये बरामद किए गए हैं.

दरअसल, इन युवकों ने निर्माण निगम के एक इंजीनियर से रंगदारी मांगने की योजना बनाई. इंजीनियर के मोबाइल पर 16 जुलाई को फोन करके 25 लाख रुपये मांगे. इन्होंने रुपये न देने पर उसके बच्चों का अपहरण कर लेने और इंजीनियर की हत्या करने की धमकी दी. अगले दिन 17 जुलाई को फिर फोन किया, जिसके बाद घबराए इंजीनियर ने पुलिस में शिकायत की. मामले की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस सक्रिय हुई और इन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया.

छ: अभियुक्त गिरफ्तार


किस तरह पुलिस के हत्थे चढ़े अभियुक्त

योजना के तहत पुलिस ने 40 हजार रुपयों की अलग-अलग 19 गड्डियां बनाईं, जिसमें नोट के आकार के अखबार काटकर असली नोटों के बीच-बीच लगायी, जिससे पच्चीस लाख रुपये होने का आभास हो. पुलिस ने रुपयों की गड्डियों को एक बैग में रखकर इंजीनियर अजय सिंह को दे दिया. पुलिस ने योजना समझाकर उनसे अभियुक्तों को फोन करके केवाड़ी मोड़ पर आने को कहा, जैसे ही अभियुक्त रुपये लेने आये कि उसी वक्त कोतवाली पुलिस ने इन्हें दबोच लिया.

कौन हैं पकड़े गए अभियुक्त

पकड़े गए अभियुक्तों का मास्टर माइंड सचिन सिंह है. आरोपी सचिन मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र के कछआउवा पुरवा के रहना है. उसके पिता फतेहपुर तहसील में राजस्वकर्मी हैं. इसके अलावा वैभव शुक्ला लखीमपुर खीरी जिले के नगर कोतवाली के छाऊ चौराहा का रहने वाला है, जिसने इंटर पास किया है. तीसरा आरोपी हर्षित पटेल लखीमपुर खीरी जिले के खीरी थाने के ने कहा का रहने वाला है. यह बीबीए सेकेंड ईयर का स्टूडेंट हैं. चौथा युवक पवन सिंह है जो हरदोई जिले के अतरौलिया थाने के सोनीपुर का रहने वाला है, जो बीए का स्टूडेंट है.

पांचवा युवक योगेश सिंह जो लखनऊ जिले के मंडियांव थाने के सेक्टर ए अलीगंज का रहने वाला है. यह डीपीएड का स्टूडेंट है. इसके पिता सिंचाई विभाग में टेक्नीशियन पद पर तैनात हैं. वारदात में इसकी गाड़ी का इस्तेमाल हुआ था. छठा युवक फरहान अहमद है. यह बीए का स्टूडेंट है और लखीमपुर जिले के नगर कोतवाली के ऑफिसर कॉलोनी का रहने वाला है. इसके पिता सिंचाई विभाग में ठेकेदार हैं.

मास्टरमाइंड ने कैसे बनाई योजना

मास्टरमाइंड सचिन कुछ दिनों पहले अपने पिता राकेश सिंह के साथ बाराबंकी के पल्हरी चौराहा स्थित शिवाजी पुरम में इंजीनियर अजय सिंह के मकान में किराए पर रहते थे. अजय सिंह निर्माण निगम में हाईकोर्ट लखनऊ इकाई में तैनात हैं. यहीं रहते हुए सचिन सिंह ने इनका रहन सहन देखा और उनसे रुपये ऐंठने की योजना बना डाली. इसने अपनी योजना में अपने साथियों को शामिल किया. बीती 16 जुलाई को इंजीनियर अजय सिंह के मोबाइल पर फोन करके उनसे 25 लाख रुपये रंगदारी मांगी थी.

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