बाराबंकी: जिला पुलिस ने अवैध रूप से मिट्टी का खनन करने वाले एक अंतर्जनपदीय खनन माफिया को गिरफ्तार किया है. लखनऊ जिले के काकोरी थाना क्षेत्र के रहने वाले इस खनन माफिया का एक सिंडिकेट है, जिसमें आसपास के जिलों के कई लोग शामिल हैं. इसकी एक फर्म भी है, जिसके नाम पर ये मिट्टी खनन की अनुमति लेता है, लेकिन नियम और कानून को दरकिनार करते हुए दूसरों की जमीनों से जबरन मिट्टी का खनन कर लेता है. पिछले पांच वर्षों से ये इस कारोबार में लिप्त है.
बीती 11 अगस्त को सतरिख थाना क्षेत्र में अवैध रूप से मिट्टी के खनन की जानकारी पर पुलिस ने 5 युवकों को गिरफ्तार किया था. पकड़े गए इन पांचों के सरगना विनोद यादव से पूछताछ की गई, तो लखनऊ के काकोरी थाना क्षेत्र के इटौली सिटी निवासी राजेन्द्र यादव का नाम सामने आया. पुलिस ने बुधवार को इस अंतर्जनपदीय खनन माफिया को सतरिख थाने के डल्लूखेड़ा से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने खनन में लिप्त इसके दो डम्फर और खनन मैनेज कराने में प्रयुक्त टाटा सफारी को भी बरामद किया.
पुलिस कप्तान ने दी जानकारी
पुलिस कप्तान डॉ. अरविंद चतुर्वेदी ने बताया कि जनपद लखनऊ और आसपास के जिलों का ये सबसे बड़ा खनन माफिया है. इसकी राजेन्द्र एंड संस नाम से एक फर्म भी है. इसके कार्य में इसका भतीजा लवकुश, बस्ती जिले का रहने वाला गौरव राजपाल और मोनू सहयोगी हैं. लखनऊ, बाराबंकी और सीतापुर समेत आस-पास के कई जिलों में ये बड़े पैमाने पर मिट्टी का अवैध खनन कराता है.
अपनी फर्म के आधार पर ये रेलवे या किसान पथ पर मिट्टी देने के लिए किसी गाटा नम्बर से मिट्टी के खनन की अनुमति ले लेता है. अनुमति मिलने के बाद ये अपने गैंग के लोगों से उस गाटा के अगल बगल की जमीनों से जबरन मिट्टी का खनन कर लेता है. उन जमीनों के मालिकों द्वारा शिकायत करने पर उन्हें धमकी देकर चुप करा देता है. पिछले पांच वर्षों से ये इसी तरह के कारोबार में लिप्त है. खनन के लिए निर्धारित शर्तों की भी ये अनदेखी करता था. पुलिस कप्तान ने जब जिलाधिकारी से सहयोग लेकर राजस्व विभाग से इसकी पड़ताल शुरू की, तो इसके गोरखधंधे का खुलासा हुआ.
पड़ताल में खुला गोरखधंधा
बीती 16 मई को प्रपत्र एमएम-8 पर तहसील नवाबगंज के ग्राम मनेरा में स्थित गाटा संख्या 604 और 609 से मिट्टी के खनन की अनुमति के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया था. इस खनन की अनुमति रेलवे ट्रैक के चौड़ीकरण में मेसर्स अर्चना कन्स्ट्रक्शन अलीगढ़ को सप्लाई करने के लिए ली गई थी. इन गाटा नम्बर की जमीनों से कुल 10095 घनमीटर मिट्टी खोदने की अनुमति दी गई थी, लेकिन जब खनन निरीक्षक और राजस्व अधिकारियों ने मौके का मुआयना किया, तो वे हैरान रह गए.
अधिकारियों ने देखा कि गाटा संख्या 608 और 619 से भी बड़ी मात्रा में मिट्टी का खनन किया गया है, जो अनुमन्य मात्रा से 8400 घनमीटर अधिक है. यही नहीं गाटा संख्या 604 से खनन न करके गाटा संख्या 608, 608 ख और 614 से बड़ी मात्रा में खनन किया गया है. पुलिस ने पड़ताल में पाया कि इसका जिम्मेदार राजेन्द्र यादव है. लिहाजा उसके खिलाफ कई गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया है.