बाराबंकीः समाजवादी पार्टी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे सपा नेता अरविंद सिंह गोप ने केंद्रीय बजट को निराशा भरा बताया. उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा पेश किया गया बजट केवल झुनझुना है. गोप ने कहा कि केंद्र की सरकार से किसानों और नवजवानों का पहले ही भरोसा उठ चुका था. आज के इस बजट ने उन्हें और निराश कर दिया है.
बजट में गरीबों के लिए कुछ नहींः गोप
पूर्व मंत्री ने कहा कि ये बजट महज एक झुनझुना है. उन्होंने कहा कि इस बजट से लोगों को तमाम उम्मीदें थीं लेकिन गरीबों के लिए इस बजट में कुछ नहीं है. उन्होंने कहा कि आने वाले वर्ष 2022 में यूपी के चुनाव होने जा रहे हैं. चुनाव के बाद समाजवादी सरकार बनेगी. उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश का जो बजट होगा वो गरीबों, नौजवानों और किसानों के लिए होगा और तभी गरीबों के चेहरों पर मुस्कान आएगी.
सपा सांसद ने किसान विरोधी बताया बजट
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में पेश किए गए बजट को भारतीय जनता पार्टी के नेता विकास को बढ़ाने वाला बता रहे हैं लेकिन विरोधी नेताओं का बजट को लेकर कुछ और ही कहना है. राज्यसभा सांसद और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव विशम्भर प्रसाद निषाद ने बजट को झूठ का पुलिंदा बताते हुए इसे किसान विरोधी एवं देश विरोधी करार दिया है.
बजट में मजदूरों के लिए कोई व्यवस्था नहींः विशम्भर प्रसाद
राज्यसभा सांसद विशम्भर प्रसाद निषाद का कहना है कि इस बजट में किसानों के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है जिससे किसानों की आय बढ़ सके. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी को लेकर घोषित किये गए. लॉकडाउन के दौरान बड़े पैमाने पर मजदूर पलायन करने पर मजबूर हुआ था. इस बजट में उन मजदूरों के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई, जिनका रोजगार लॉकडाउन के चलते चला गया है. उनका कहना था कि रक्षा, शिक्षा और कृषि के क्षेत्र में इस बजट में कोई व्यवस्था नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि आयकर दाताओं को उम्मीद थी कि 2020-2021 के बजट में उन्हें आयकर में छूट मिलेगी लेकिन उन्हें भी इस बजट में कोई छूट नहीं दी गयी. सपा नेता विशम्भर प्रसाद निषाद ने बजट को शब्दों का पुलिंदा करार देते हुए कहा कि एलआईसी सरकारी सेक्टर की कम्पनी है. यह कम्पनी सरकारी सेक्टर की सबसे बड़ी कम्पनियों में शामिल थी लेकिन केंद्र सरकार अच्छा मुनाफा कमा रही थी. उसके बावजूद केंद्र सरकार मुनाफे में चल रही इस कम्पनी को बेचने पर लगी हुई है.
स्वास्थ्य बजट में महज 123 फीसदी की बढ़ोत्तरीः प्रमोद तिवारी
देश के बजट को कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने मोदी सरकार का अब तक का सबसे खराब बजट करार दिया है.कांग्रेस वर्किंग कमेटी के मेम्बर पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी ने बजट को गरीब और देश विरोधी बताया है. उन्होंने कहा कि बजट से मिडिल क्लास और आम आदमी को मायूसी मिली है. इस बजट में एलआईसी में विदेशी पूंजी निवेश को बढ़ावा देते हुए सरकार ने 74 फीसदी तक विदेशी निवेश को मंजूरी दे दी है. उन्होंने आरोप लगाया कि सैनिक स्कूलों में एनजीओ को एंट्री देकर उसके निजी करण की ओर सरकार ने कदम बढ़ा दिया है. कांग्रेसी नेता ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्वास्थ विभाग के बजट में महज 123 फीसदी की बढ़ोत्तरी की है. वहीं इस बजट में देश के किसानों और नौजवानों के लिए कोई खास प्रावधान नहीं किये हैं. उन्होंने कहा कि बजट में 75 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने से छूट देने के फैसला एकमात्र छलावा है.
केंद्र सरकार का बजट महज कागजीः तनुज पूनिया
उत्तर प्रदेश कांग्रेस पार्टी के अनुसूचित जाति मध्य जोन के प्रदेश अध्यक्ष तनुज पूनिया ने केंद्रीय बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस बजट में युवाओं, महिलाओं और किसानों के लिए कुछ भी नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र की मोदी सरकार बल्क में सरकारी कम्पनियों को बेच रही है. सरकार उन कम्पनियों को भी नहीं छोड़ रही जो मुनाफा दे रही हैं. तनुज पूनिया ने कहा कि सरकार को गरीबों की जरा भी फिक्र नहीं है. जबकि उन्होंने अपने अमीर दोस्तों का 19 लाख 50 हजार करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर दिया. उन्होंने कहा कि ये बजट महज कागजी है इससे किसी का भला होने वाला नहीं है.