बाराबंकी: प्रदेश के खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन विभाग (Food Safety and Drugs Administration) के मंत्री दया शंकर मिश्र 'दयालु' शुक्रवार को बाराबंकी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि मिलावटी खाद्य पदार्थों की जांच के लिए अब हर जिले में लेबोरेट्री खुलने जा रही है. अत्याधुनिक मशीनों से लैस इन लेबोरेट्री में उन केमिकल्स की भी जांच हो सकेगी, जिनकी अभी तक खाद्य पदार्थों में जांच संभव नहीं हो पाती थी. कहा कि सरकार अपमिश्रित खाद्य पदार्थों (Adulteration of food stuffs and other goods) की बिक्री करने वालों के सख्त खिलाफ है.
मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री की रोकथाम और लापरवाहों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए गंभीर प्रदेश के राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार दयाशंकर मिश्र ने शुक्रवार को बाराबंकी पहुंचकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि मिलावटी खाद्य पदार्थों खास कर खाने वाला तेल और मसालों में हो रही मिलावटखोरी को रोका जाए. ज्यादा से ज्यादा प्रतिष्ठानों पर छापेमारी कर पदार्थों के नमूने भरे जाएं. दयालु ने बताया कि मिलावट पर लगाम लगाना उनकी सरकार की प्राथमिकता है. प्रदेश में पहली बार ऐसा है कि मंडल स्तर पर 8 जिले ऐसे हैं, जहां बड़ी लेबोरेट्री स्थापित की गई हैं. उत्तर प्रदेश पहला राज्य होगा, जहां कि अपमिश्रित खाद्य पदार्थों की जांच के लिए स्थापित हो रही इन प्रयोगशालाओं में उच्च अंत उपकरण (High end Equipment) लगाए जा रहे हैं. ये मशीनें सबसे एडवांस हैं.
मंत्री दयाशंकर मिश्र ने बताया कि अभी तक खाने की मिलावट में कुछ ही चीजों की जांच हम अपनी प्रयोगशालाओं में कर पाते थे. लेकिन, अब खाद्य पदार्थों में ऑर्गेनिक पदार्थों, हैवी मेटल्स आदि तमाम केमिकल्स की जांच हो सकेगी. अभी तक तमाम केमिकल्स की जांच नहीं हो पाती थी. लेकिन, इन एडवांस हाई इंड इक्विपमेंट के लग जाने से सब संभव हो रहा है. उन्होंने बताया कि गोरखपुर, आगरा और बनारस में ये बड़ी लेबोरेट्रीज स्थापित की जा चुकी हैं. प्रदेश के दो मंडल ऐसे हैं, जहां अभी तक मंडलीय लैब नहीं बन पाई है. लेकिन, अब जिला स्तर पर भी ऐसी लैब बनाई जाएंगी.
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