बाराबंकी: जनपद में अमेजॉन कम्पनी द्वारा भेजे गए मोबाइल के पैकेट में बम होने की सूचना से हड़कंप मच गया. मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा मामले की गम्भीरता को देखते हुए सेना की बम डिस्पोजल यूनिट को बुलाया गया. दो घंटे से ज्यादा की कड़ी मशक्कत के बाद बम निरोधक दस्ते द्वारा पैकेट को कब्जे में लेकर शहर से दूर ले जाकर उसे न्यूट्रेलाइज किया गया. पैकेट में मोबाइल था, लेकिन न्यूट्रेलाइज करने के बाद बचे उसके अवशेषों को जांच के लिए टीम अपने साथ ले गई है.
नगर कोतवाली के शिवाजी नगर में अमेजॉन कम्पनी का डिलीवरी सेंटर है. किसी ग्राहक ने मोबाइल बुक कराया था. गुरुवार को दोपहर में उस पैकेट की डिलीवरी देने के लिए जब डिलीवरी ब्वॉय पहुंचा तो पैकेट से बीप की आवाजें आने लगीं. इसके अलावा टाइम आउट वन टू थ्री की आवाजें आने लगी. इन आवाजों को सुनकर सेंटर मैनेजर संतोष चौरसिया घबरा गए. उन्हें इस पैकेट में बम जैसी कोई वस्तु होने की आशंका हुई. लिहाजा वो डर गए और बिना डिलिवरी के लौट आए.
सेंटर मैनेजर संतोष चौरसिया ने मामले की सूचना डायल 112 पर पुलिस को दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने सतर्कता बरतते हुए हालात की गम्भीरता को देखते हुए उच्चाधिकारियों को इसकी सूचना दी. इसके साथ ही पैकेट को सेंटर से थोड़ी दूर पर मौरंग के ढेर में दबाकर उसकी मार्किंग कर दी.
मामले की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक डॉ. अरविंद चतुर्वेदी ने जिलाधिकारी से बात करते हुए भारतीय सेना की बम डिस्पोजल यूनिट को ये जानकारी दी. आनन-फानन में बाराबंकी रेलवे स्टेशन के समीप स्थित बम डिस्पोजल यूनिट मौके पर पहुंच गई और पूरे इलाके की घेराबंदी करते हुए उस पैकेट की सच्चाई परखने लगी.
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कई स्टेप्स अपनाने के बाद बम निरोधक दस्ते ने उस पैकेट को अपने कब्जे में ले लिया और बड़े एहतियात के साथ उसे एक गाड़ी में रखवाकर शहर से दूर एक नहर के किनारे ले जाकर उसका डिस्पोजल किया. उस पैकेट में मोबाइल था, जिसे न्यूट्रेलाइज किया गया. न्यूट्रलाइज करने के बाद जो अवशेष बचे थे, उनको जांच के लिए बीडीयू अपने साथ ले गई.