बाराबंकीः बांदा जेल में निरुद्ध बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) ने अपनी हत्या की आशंका जताई है. उन्होंने कोर्ट से कहा कि उनकी हत्या के लिए पांच करोड़ की सुपारी दी गई है. यही नहीं मुख्तार अंसारी ने बांदा जेल प्रशासन पर कई गम्भीर आरोप लगाए हैं. सोमवार को पेशी के दौरान मुख्तार अंसारी ने माननीय न्यायाधीश से सुरक्षा व्यवस्था दिए जाने की प्रार्थना की .
बताते चलें कि चर्चित एम्बुलेंस (Mukhtar Ansari Ambulance Case) मामले में सोमवार को बाराबंकी की अदालत में मुख्तार अंसारी की पेशी थी. वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये रिमांड पेशी हुई. पेशी के दौरान मामले की सुनवाई कर रही एमपी एमएलए कोर्ट की प्रभारी और विशेष सत्र न्यायाधीश मौसमी मधेसिया से मुख्तार अंसारी ने अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई. मुख्तार अंसारी ने बांदा जेल प्रशासन पर कई गम्भीर आरोप लगाए.
मुख्तार अंसारी ने आरोप लगाया कि जेल के अंदर पुलिस अधिकारी और कुछ संदिग्ध व्यक्ति बगैर इंट्री के आ-जा रहे हैं. उनकी जान को खतरा है. मुख्तार अंसारी ने माननीय न्यायाधीश से प्रार्थना किया कि वे जेल बुक और सीसीटीवी फुटेज तलब कर लें. मुख्तार अंसारी ने कहा कि जेल में उनकी हत्या को लेकर पांच करोड़ की सुपारी दी गई है.
मुख्तार अंसारी के अधिवक्ता ने दिया लिखित प्रार्थना पत्र
मुख्तार अंसारी द्वारा लगाए गए आरोपों और सुरक्षा प्रदान किये जाने का प्रार्थना पत्र भी मुख्तार अंसारी के वकील रणधीर सिंह सुमन की ओर से माननीय न्यायालय को सौंपा गया है. जिस पर मंगलवार को सुनवाई होनी है. चर्चित एम्बुलेंस मामले में अगली पेशी 27 अगस्त को है.
एम्बुलेंस मामले में 3 और आरोपियों की हो चुकी है गिरफ्तारी
मुख्तार अंसारी एम्बुलेंस मामले में वांछित चल रहे 25-25 हजार रुपये इनामी तीन आरोपियों को बाराबंकी पुलिस ने बीते 3 अगस्त को नए बस स्टॉप के पास से गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि वे लोग मुख्तार अंसारी की एंबुलेंस चलाते थे.
इनके दूसरे साथी उसी एंबुलेंस में बैठकर मुख्तार अंसारी की सुरक्षा के लिए चलते थे. फर्जी दस्तावेजों के सहारे पंजीकृत कराई गई, इस एंबुलेंस प्रकरण में बाराबंकी पुलिस पहले ही मुख्तार अंसारी समेत आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर नगर कोतवाली के नए बस स्टॉप के पास से फिरोज कुरेशी पुत्र हसनैन कुरैशी, शाहिद और सुरेंद्र शर्मा को गिरफ्तार कर लिया.
पकड़े गए तीनों आरोपियों ने बताया कि वे लोग मुख्तार अंसारी की एंबुलेंस चलाते थे. इनके दूसरे साथी उसी एंबुलेंस में बैठकर मुख्तार अंसारी की सुरक्षा के लिए चलते थे, जहां कहीं भी एंबुलेंस को ले जाना होता था, वहां ये लोग जाते थे. यही लोग एंबुलेंस को पंजाब के रोपण भी ले गए थे और पुलिस के सक्रिय होते ही ये लोग एंबुलेंस छोड़कर भाग गए थे.