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बाराबंकी में 2 दिसंबर से शुरू हो रहा मिशन इंद्रधनुष 2

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में आगामी 2 दिसंबर से मिशन इंद्रधनुष 2 अभियान शुरू होने जा रहा है. इस अभियान का उद्देश्य जिले के पिछड़े इलाकों के बच्चों और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण करना है. इसके लिए कुल 179 टीमों का गठन हुआ है.

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देखिए स्पेशल रिपोर्ट
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Published : Nov 28, 2019, 9:20 PM IST

बाराबंकी: आगामी 2 दिसम्बर से जिले में मिशन इंद्रधनुष 2 अभियान चलाया जाएगा. एक बार फिर से शुरू हो रहे इस अभियान में धर्मगुरुओं की मदद ली जाएगी. दरअसल जिले में कई इलाके ऐसे हैं, जहां लोग अपने बच्चों को टीका लगवाने से कतराते हैं.

इस बार अभियान के तहत शत-प्रतिशत टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग ने विशेष प्रबंध किए हैं. इसके लिए एएनएम, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ 179 टीमें बनाई गई हैं. ऐसे स्थान जहां पहुंचने में मुश्किल होगी उसके लिए विशेष तौर पर तीन गाड़ियां लगाई गई हैं.

देखिए स्पेशल रिपोर्ट.
घर-घर होगा बच्चों का टीकाकरण
टीकाकरण कर बच्चों को पूर्ण प्रतिरक्षण करने के लिए चलाए जा रहे मिशन इंद्रधनुष अभियान को लेकर अल्पसंख्यक समाज में हिचकिचाहट है, जिसके चलते जिले में अभी भी 8 हजार बच्चे टीकाकरण से वंचित हैं. आगामी 2 दिसम्बर से शुरू हो रहे मिशन इंद्रधनुष 2 को पूर्ण सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है. आंगनबाड़ी, आशा और एएनएम घर-घर जाकर टीकाकरण करेंगी.

6 ब्लॉकों में चलेगा अभियान
चार चरणों में चलने वाला यह अभियान फतेहपुर, सूरतगंज, रामनगर, घुघटेर, सिद्धौर और बाराबंकी नगर में चलेगा. जहां 2 वर्ष के 7911 बच्चों और 1637 गर्भवती महिलाओं को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है.

मिशन इंद्रधनुष के अंतर्गत लगाए जाने वाले टीके

  • 2 वर्ष के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को लगाए जाएंगे टीके.
  • बीसीजी का लगेगा टीका.
  • तपेदिक का लगाया जाएगा टीका.
  • पोलियो की 3 डोज दी जाएगी.
  • पेंटा के 3 डोज (काली खांसी, गला घोंटू, टिटनेस, डिप्थीरिया और निमोनिया से बचाव वाली वैक्सीन).
  • हेपेटाइटिस बी का टीका.
  • एमआर (मिजेल्स-रूबेला) एक डोज.

इसे भी पढ़ें:- बाराबंकीः कनविक्शन रेट बढ़ाने के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला की नई मुहिम

ईंट-भट्ठों, पत्थर कट, घुमंतू और मलिन बस्तियों में रहने वाले लोग टीकाकरण को लेकर बिल्कुल गंभीर नहीं हैं. सबसे ज्यादा समस्या तो अल्पसंख्यक समुदाय के अशिक्षित लोगों को लेकर है, क्योंकि यह लोग अपने बच्चों को टीकाकरण कराने से हिचकिचाते हैं.
-डॉ. रमेश चन्द्रा, सीएमओ

बाराबंकी: आगामी 2 दिसम्बर से जिले में मिशन इंद्रधनुष 2 अभियान चलाया जाएगा. एक बार फिर से शुरू हो रहे इस अभियान में धर्मगुरुओं की मदद ली जाएगी. दरअसल जिले में कई इलाके ऐसे हैं, जहां लोग अपने बच्चों को टीका लगवाने से कतराते हैं.

इस बार अभियान के तहत शत-प्रतिशत टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग ने विशेष प्रबंध किए हैं. इसके लिए एएनएम, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ 179 टीमें बनाई गई हैं. ऐसे स्थान जहां पहुंचने में मुश्किल होगी उसके लिए विशेष तौर पर तीन गाड़ियां लगाई गई हैं.

देखिए स्पेशल रिपोर्ट.
घर-घर होगा बच्चों का टीकाकरण
टीकाकरण कर बच्चों को पूर्ण प्रतिरक्षण करने के लिए चलाए जा रहे मिशन इंद्रधनुष अभियान को लेकर अल्पसंख्यक समाज में हिचकिचाहट है, जिसके चलते जिले में अभी भी 8 हजार बच्चे टीकाकरण से वंचित हैं. आगामी 2 दिसम्बर से शुरू हो रहे मिशन इंद्रधनुष 2 को पूर्ण सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है. आंगनबाड़ी, आशा और एएनएम घर-घर जाकर टीकाकरण करेंगी.

6 ब्लॉकों में चलेगा अभियान
चार चरणों में चलने वाला यह अभियान फतेहपुर, सूरतगंज, रामनगर, घुघटेर, सिद्धौर और बाराबंकी नगर में चलेगा. जहां 2 वर्ष के 7911 बच्चों और 1637 गर्भवती महिलाओं को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है.

मिशन इंद्रधनुष के अंतर्गत लगाए जाने वाले टीके

  • 2 वर्ष के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को लगाए जाएंगे टीके.
  • बीसीजी का लगेगा टीका.
  • तपेदिक का लगाया जाएगा टीका.
  • पोलियो की 3 डोज दी जाएगी.
  • पेंटा के 3 डोज (काली खांसी, गला घोंटू, टिटनेस, डिप्थीरिया और निमोनिया से बचाव वाली वैक्सीन).
  • हेपेटाइटिस बी का टीका.
  • एमआर (मिजेल्स-रूबेला) एक डोज.

इसे भी पढ़ें:- बाराबंकीः कनविक्शन रेट बढ़ाने के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला की नई मुहिम

ईंट-भट्ठों, पत्थर कट, घुमंतू और मलिन बस्तियों में रहने वाले लोग टीकाकरण को लेकर बिल्कुल गंभीर नहीं हैं. सबसे ज्यादा समस्या तो अल्पसंख्यक समुदाय के अशिक्षित लोगों को लेकर है, क्योंकि यह लोग अपने बच्चों को टीकाकरण कराने से हिचकिचाते हैं.
-डॉ. रमेश चन्द्रा, सीएमओ

Intro:बाराबंकी ,28 नवम्बर । आगामी 2 दिसम्बर से एक बार फिर से शुरू हो रहे मिशन इंद्रधनुष 2.0 अभियान में धर्मगुरुओं की मदद ली जाएगी । दरअसल जिले में कई इलाके ऐसे हैं जहां लोग अपने बच्चों को टीका लगवाने से कतराते हैं । इस बार शुरू हो रहे अभियान के तहत शत-प्रतिशत टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग ने विशेष प्रबंध किए हैं ।इसके लिए एएनएम,आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ 179 टीमें बनाई गई हैं । ऐसे स्थान जहाँ पहुंचने में मुश्किल होगी उसके लिए विशेष तौर पर तीन गाड़ियां लगाई गई हैं ।


Body:वीओ- टीकाकरण कर बच्चों को पूर्ण प्रतिरक्षण करने के लिए चलाए जा रहे मिशन इंद्रधनुष अभियान को लेकर अल्पसंख्यक समाज में हिचकिचाहट बनी है । जिसके चलते जिले में अभी भी 8 हजार बच्चे टीकाकरण से वंचित हैं । आगामी 2 दिसम्बर से शुरू हो रहे मिशन इंद्रधनुष 2.0 को पूर्ण सफल बनाने के स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तरह कमर कस ली है । आंगनबाड़ी,आशा और एएनएम घर-घर जाकर टीकाकरण करेंगी ।

6 ब्लॉकों में चलेगा अभियान

चार चरणों मे चलने वाला ये अभियान फतेहपुर, सूरतगंज, रामनगर, घुघटेर,सिद्धौर और बाराबंकी नगर में चलेगा जहां 0 से 2 वर्ष के 7911 बच्चों और 1637 गर्भवती महिलाओं को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है ।

क्या है पूर्ण प्रतिरक्षण

प्रतिरक्षण एक जैविक क्रिया है । इसके जरिये हमारा शरीर तमाम बीमारियों से लड़ने के अनुकूल बना लेता है । सरकार की मंशा है कि 90 फीसदी तक बच्चो में प्रतिरक्षण कर दिया जाय ।

0 से 2 वर्ष के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को लगने वाले टीके
बीसीजी का एक टीका
तपेदिक का टीका
पोलियो के 3 डोज
पेंटा के 3 डोज (काली खांसी,गला घोंटू,टिटनेस,डिप्थीरिया और निमोनिया से बचाव वाली वैक्सीन )
हेपेटाइटिस बी का टीका
एमआर(मिजेल्स-रूबेला) एक डोज
मिशन इंद्रधनुष के अंतर्गत ये टीके लगाए जाते हैं ।

टीकाकरण को लेकर गम्भीर नही

ईंट भट्ठों ,पत्थर कट ,घुमंतू और मलिन बस्तियों में रहने वाले लोग टीकाकरण को लेकर गम्भीर नही । सबसे ज्यादा समस्या तो अल्पसंख्यक समुदाय के अशिक्षित लोगों को लेकर है । ये लोग अपने बच्चों को टीकाकरण कराने से हिचकिचाते हैं ।
बाईट- डॉ रमेश चन्द्रा , सीएमओ बाराबंकी


Conclusion:रिपोर्ट - अलीम शेख बाराबंकी
9454661740
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