बाराबंकी: जिले में पिछले काफी समय से बंद पड़ी दोनों चीनी मिलें आने वाले समय में फिर से शुरू होंगी. इसकी जानकारी शुक्रवार को प्रदेश के गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग विभाग के राज्यमंत्री सुरेश पासी ने किया. बाराबंकी में चल रहे मंडलीय सरस मेले का भ्रमण करने पहुंचे सुरेश पासी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस दिशा में हम लोग तेजी से काम कर रहे हैं.
बाराबंकी जिले के बुढ़वल और नगर के किनारे सोमैया नगर स्थित उत्तर प्रदेश चीनी निगम की दोनों मिलें पिछले काफी समय से बंद चल रही हैं. सोमैया नगर स्थित मिल वर्ष 1995-96 से बंद है. वहीं बुढ़वल चीनी मिल 2005 से बंद पड़ी है. इन मिलों के बंद हो जाने से जिले के गन्ना किसानों का गन्ने की खेती से मोह कम हो गया, जिससे जिले में गन्ने का रकबा कम हो गया है.
गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग विभाग के राज्यमंत्री सुरेश पासी का कहना है कि पहले बाराबंकी में गन्ने की बहुत पैदावार थी. पिछली सरकारों में गन्ना किसानों की स्थिति बहुत खराब हो गई थी और कई चीनी मिल बंद हो गई थी. कई ऐसी चीनी मिल हैं, जो बसपा सरकार में बेची भी गई थी.
सुरेश पासी ने कहा कि इस वर्ष हम लोगों ने 3 नई चीनी मिल रामाला, पिपराइच और मुंडेरवा लगाकर उनको चालू किया है, जिसके चलते वहां गन्ने का क्षेत्रफल भी बढ़ा है. उन्होंने कहा कि जिस तरह हम लोगों ने अन्य चीनी मिलों को लगाने का काम किया है और उनको चलाने का काम किया है. उसी तरह हम लोग बाराबंकी की चीनी मिलों को चलाए जाने की दिशा में तेजी से काम कर रहे हैं. इससे यहां के गन्ना किसानों को इसका लाभ मिल सकेगा.