बाराबंकी: जिले में रोजी रोटी की तलाश में बिहार से आए मजदूर लॉकडाउन के कारण रोजी रोटी के लिए मोहताज हो गए हैं. लॉकडाउन के चलते रोजगार ठप हो गया है. जो कमाया था, अब तक उसी में गुजारा कर रहे थे, लेकिन लॉकडाउन-3 लागू होते ही मजदूर घर जाने को बेताब हो उठे.
इन्होंने कई बार घर भिजवा देने की गुहार भी लगायी, लेकिन जब कोई इंतजाम नहीं हुआ तो अब पैदल ही 36 मजदूर बिहार जाने के लिए निकल पड़े हैं. बाराबंकी नगर के पटेल तिराहे पहुंचते ही सामाजिक संस्थाओं ने इन भूखे-प्यासे मजदूरों को खाना खिलाया. उसके बाद फिर से इन मजदूरों का सफर चालू हो गया. सभी मजदूर बिहार के पूर्णिया जिले के अलग-अलग गांवों के रहने वाले हैं. सभी बाराबंकी के सफेदाबाद स्थित श्याम टिम्बर प्लाईवुड फैक्ट्री में मजदूरी करते थे.
पीड़ित मजदूरों ने बताया कि लॉकडाउन खत्म होने के इंतजार में अब तक हम लोग घर नहीं लौटे थे. जैसे ही सोमवार को लॉकडाउन की तिथि बढ़ा दी गई, उससे सभी लोगों की बेचैनी और बढ़ गई. अंत में सभी ने घर जाने का फैसला कर लिया. फैक्ट्री मालिक से किसी प्रकार की मदद न मिलने के बाद मंगलवार को घर जाने के लिए पैदल ही निकल पड़े.