बाराबंकी: जिले में चंदवारा गांव की ग्राम प्रधान प्रकाशिनी जायसवाल गांव की बच्चियों को आत्मनिर्भर बनना सिखा रही हैं. बच्चियों को कंप्यूटर ट्रेनिंग से लेकर आत्मरक्षा और कौशल विकास के तमाम आयाम से जोड़ रही है. बिना डरे अपने मुकाम पर पहुंचने के लिए बेटियों का सेल्फ कॉन्फिडेंस डिवेलप और उन्हें मोटिवेट करने का भी काम कर रही हैं. आजादी के 73 वें वर्षगांठ पर ऐसी ओजस्वी और तेजस्वी महिला ग्राम प्रधान को स्वयं प्रधानमंत्री भी सम्मानित कर चुके हैं.
लड़कियों को आगे बढ़ाने में ग्राम प्रधान प्रकाशिनी जायसवाल का अहम योगदान:
- चंदवारा गांव की ग्राम प्रधान महिला होते हुए गांव की बच्चियों के लिए दर्द को समझा.
- बच्चियों के लिए ऐसी तमाम व्यवस्थाएं की जिनसे वो आत्मनिर्भर बना सकें.
- सुरक्षा के नजरिए को मद्देनजर रखकर गांव में सीसीटीवी कैमरा लगवाया.
- आत्मनिर्भर बनाने के लिए कंप्यूटर की शिक्षा और ई -रिक्शा चलाने की ट्रेनिंग दिलाई.
- जो लड़कियां पढ़ाई पूरी कर और बाहर कॉलेज जाने में दिक्कतों का सामना कर रही हैं, उनके लिए साइकिल बैंक बनाया है.
- लड़कियां घर पर पढ़ाई कर सकें इसलिए उन्होंने सभी बच्चों के लिए वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध कराई है.
बच्चों का मानसिक विकास होने के साथ-साथ शारीरिक विकास भी हो सके, इसके निमित्त पार्क का निर्माण भी कराया. गांव में स्वच्छता बनी रहे इसलिए जगह-जगह जागरूकता बोर्ड लगवाने का भी काम किया है. खुले में शौच मुक्त करने के लिए उन्होंने कैमरे से निगरानी रखी, और सभी को जागरूक किया है. ग्राम प्रधान के इस सराहनीय कार्य से बच्चियों में बेहद उत्साह है और उन्हें आजादी के सही स्वरूप के दर्शन हो रहे हैं.