बाराबंकी: श्रद्धांजलि सभा के बहाने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बाराबंकी से लोकसभा 2024 का चुनावी बिगुल फूंका. अखिलेश यादव ने कहा कि साल 2024 समाजवादियों के लिए संविधान बचाने का साल है और समाजवादी संकल्प लेते हैं कि वे आखिरी दम तक संविधान बचाने के लिए संघर्ष करते रहेंगे. कड़ाके की ठंड में अखिलेश यादव ने कई घोषणाएं कर न केवल समाजवादियों, बल्कि मौजूद जनता में गर्मी भर दी. इस मौके पर उन्होंने न केवल इंडिया गठबंधन की सरकार बनने पर किसानों का कर्जा माफ किए जाने की बात कही, बल्कि गठबंधन की सरकार बनने पर भाजपा द्वारा शुरू की गई अग्निवीर योजना को भी खत्म करने को कहा.
रामनगर-दरियाबाद विधानसभा क्षेत्र की सीमा के बदोसराय में आयोजित मशहूर समाजवादी नेता और विधायक रहे स्वर्गीय अशर्फीलाल यादव की 9वीं पुण्यतिथि के मौके पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में पहुंचे अखिलेश यादव चुनावी मूड में नजर आए. जनता इंटर कॉलेज के प्रांगण में आयोजित श्रद्धांजलि सभा के जरिए उन्होंने केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी संविधान पार्टी भी है. कहा कि जहां यह नया साल है, वहीं समाजवादियों के लिए 2024 संविधान बचाने का भी साल है. इंडिया गठबंधन पर कहा कि वे अंतिम समय तक तमाम दलों को जोड़ने का काम करेंगे. अखिलेश यादव ने इस मौके पर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लगातार 10 साल की सरकार ने किसानों को पीछे छोड़ दिया और नौजवानों की नौकरियां छीन लीं.
उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई अग्निबीर योजना को आधी अधूरी बताते हुए इसे सरकार की साजिश बताया. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की यह साजिश है कि गरीब और पिछड़े नौजवान आगे न बढ़ सकें. अखिलेश यादव ने कहा कि उनके गठबंधन की सरकार बनी तो वे इस अग्निबीर योजना को खत्म कर देंगे. इस मौके पर अखिलेश ने आरोप लगाया कि सरकार उद्योगपतियों का साथ दे रही है. लेकिन, किसानों की ओर उसका कोई ध्यान नहीं. सरकार ने उद्योगपतियों का 10 लाख करोड़ का कर्जा माफ कर दिया. लेकिन, किसान अभी भी बैंकों का चक्कर काट रहे हैं. उन पर लोन है. उनकी कोई सुधि लेने वाला नहीं. अखिलेश यादव ने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव में गठबंधन के सामने प्रस्ताव रखेंगे कि बड़े-बड़े उद्योगपतियों का जब 10 लाख करोड़ कर्ज माफ हो सकता है तो किसानों का क्यों नहीं.
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