बाराबंकी: लॉकडाउन के दौरान 79 दिन बाद लोधेश्वर महादेव मंदिर के कपाट सोमवार को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिये जायेंगे. मंदिर में सिर्फ जलाभिषेक की ही अनुमति दी गई है. बाकी गतिविधियों पर पाबंदी रहेगी. यहां तक कि तिलक और चंदन लगाने पर भी प्रतिबंध रहेगा. वहीं हॉटस्पॉट जोन में होने के चलते देवा शरीफ स्थित मशहूर सूफी संत हाजी वारिस अली शाह की मजार सोमवार को नहीं खोली जा सकेगी. इस दरगाह को 24 जून के बाद खोले जाने की उम्मीद है.
केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस के मुताबिक सोमवार से धार्मिक स्थल खुल जाएंगे. जिला प्रशासन ने रविवार को अधिकारियों के साथ बैठक कर गाइडलाइंस का अनुपालन कराए जाने के निर्देश दिए. पौराणिक लोधेश्वर महादेव मंदिर के कपाट सोमवार को श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिये जायेंगे. मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा. साथ ही कोई भी बिना मास्क के मंदिर में प्रवेश नहीं पा सकेगा. एक समय में केवल पांच श्रद्धालुओं को ही जलाभिषेक की अनुमति दी गई है. मंदिर में प्रवेश के समय हाथों को सेनेटाइज कराया जाएगा. साथ ही थर्मल स्कैनिंग भी कराई जाएगी.
24 जून के बाद खुलेगी देवा शरीफ की मजार
देवा स्थित मशहूर सूफी संत हाजी वारिस अली शाह की मजार सोमवार को नहीं खुल सकेगी. नगर पंचायत देवां के मोहल्ला शेख-1 में कोरोना के दो मरीज पाए गए हैं. यह क्षेत्र मजार से महज कुछ दूर पर ही है. लिहाजा ये बफर जोन में है. ऐसे में यह क्षेत्र 24 जून तक हॉटस्पॉट रहेगा. इसलिए 24 जून के बाद ही श्रद्धालु मजार पर मत्था टेक सकेंगे.