बाराबंकी: कोविड-19 L1 हॉस्पिटल के रूप में काम कर रहे चन्द्रा हॉस्पिटल को खाली करा दिया गया है. वहां भर्ती 60 मरीजों को सिरौलीगौसपुर में बनाए गए 100 शैय्या सरकारी हॉस्पिटल में शिफ्ट कर दिया गया है. सीएमओ डॉ. बीकेएस चौहान ने बताया कि चन्द्रा हॉस्पिटल के प्रबंधतंत्र ने खाली करने की गुहार लगाई थी. जिला प्रशासन सिरौलीगौसपुर में स्थित सरकारी हॉस्पिटल को L1 के रूप में तैयार कर रहा था, जहां गुरुवार को चन्द्रा हॉस्पिटल के मरीजों को शिफ्ट कर दिया गया.
संचालक ने जिला प्रशासन से लगाई थी गुहार
कोविड-19 से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए जिले में चन्द्रा हॉस्पिटल को चुना गया था. इस हॉस्पिटल में L1 श्रेणी के मरीज रखे जाते थे, जबकि L2 श्रेणी के लिए मेयो हॉस्पिटल है. पिछले कुछ दिनों से चन्द्रा हॉस्पिटल के संचालक ने इसे खाली किए जाने की जिला प्रशासन से गुहार लगाई थी. हॉस्पिटल संचालक के मुताबिक कोरोना काल में उनके संस्थान में नर्सिंग समेत तमाम शैक्षणिक गतिविधियां ठप हैं, लेकिन अब यह गतिविधियां और दूसरे मरीजों के इलाज शुरू होंगे.
सीएमओ ने देखी कोविड-19 L1 अस्पताल की व्यवस्था
जिला प्रशासन ने 10 सितंबर तक अस्पताल खाली करने की बात कही थी. जिला प्रशासन ने इसके विकल्प के लिए सिरौलीगौसपुर में बने अपने सरकारी हॉस्पिटल को L1 हॉस्पिटल बनाने की योजना फाइनल की. वहां सारे संसाधन जुटाकर गुरुवार को चन्द्रा हॉस्पिटल में भर्ती 60 मरीजों को शिफ्ट कर दिया गया, जबकि 10 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेज दिया गया. गुरुवार को सुबह से ही एम्बुलेंस से कई चक्करों में 60 मरीजों को सिरौलीगौसपुर अस्पताल शिफ्ट कर दिया गया. सीएमओ ने भी कोविड L1 प्रभारी डॉ. बी राम के साथ अस्पताल की व्यवस्थाएं देखी.
अस्पताल में सारी सुविधाएं हैं. मरीजों को खान-पान और इलाज के लिए सब कुछ है. इलाज के लिए 25 लोगों के मेडिकल स्टाफ की तैनाती की गई है. मेडिकल स्टाफ के रहने और खाने-पीने की व्यवस्था पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में की गई है.
डॉ. बीकेएस चौहान, सीएमओ बाराबंकी