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बाराबंकी: सावन के पहले सोमवार में उमड़ा भक्तो का सैलाब, कावड़ यात्रा शुरू - सोमवार का व्रत रखने का फायदा

उत्तर प्रदेश के बारांबकी जिले में भक्तों ने कावड़ उठा कर पैदयात्रा शुरू कर दी है. इस पदयात्रा में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. ये कांवड़ यात्री मदिंर के आभरण से जल लेकर लोधेश्वर मंदिर में जाकर शिव जी का जलाभिषेक करंगे.

प्रश्नयनाथ मंदिर में कावड़ यात्रा शुरू.
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Published : Jul 22, 2019, 3:25 PM IST

बाराबंकी: सावन के पहले सोमवार में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है. सावन के पहले सोमवार के दिन प्रश्नयनाथ मंदिर में काफी संख्या में भक्तों ने कावर उठा कर शिवजी की उपासना के लिए पदयात्रा शुरू कर दी है. इस पदयात्रा में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं.

प्रश्नयनाथ मंदिर में कावड़ यात्रा शुरू.

सावन के पहले सोमवार पर भक्तों की पदयात्रा शुरू-

  • भक्तों ने कावड़ उठा कर पैदयात्रा शुरू कर दी है.
  • इस पदयात्रा में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं.
  • मान्यता है कि सावन में कांवड़ उठा कर शिव जी के दर्शन करने से भक्तों की मुराद पूरी होती है.
  • पैती पुर गांव में स्थित प्रश्नयनाथ के नाम से मशहूर मंदिर में भक्तों का तांता लगा है.
  • पांडवों ने माता कुंती के आदेश पर इस मंदिर के स्थान पर शिवलिंग की स्थापना की गई थी.

सावन के महीने में हर रविवार को कांवड़ यात्री इकट्ठा होते हैं और 5-10 हजार लोग शिव जी का जलाभिषेक करते हैं. ये कांवड़ यात्री मदिंर के आभरण से जल लेकर लोधेश्वर मंदिर में जाकर शिव जी का जलाभिषेक करते हैं.
-संगीत पाठक, प्रबंधक, मेला कमेटी

बाराबंकी: सावन के पहले सोमवार में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है. सावन के पहले सोमवार के दिन प्रश्नयनाथ मंदिर में काफी संख्या में भक्तों ने कावर उठा कर शिवजी की उपासना के लिए पदयात्रा शुरू कर दी है. इस पदयात्रा में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं.

प्रश्नयनाथ मंदिर में कावड़ यात्रा शुरू.

सावन के पहले सोमवार पर भक्तों की पदयात्रा शुरू-

  • भक्तों ने कावड़ उठा कर पैदयात्रा शुरू कर दी है.
  • इस पदयात्रा में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं.
  • मान्यता है कि सावन में कांवड़ उठा कर शिव जी के दर्शन करने से भक्तों की मुराद पूरी होती है.
  • पैती पुर गांव में स्थित प्रश्नयनाथ के नाम से मशहूर मंदिर में भक्तों का तांता लगा है.
  • पांडवों ने माता कुंती के आदेश पर इस मंदिर के स्थान पर शिवलिंग की स्थापना की गई थी.

सावन के महीने में हर रविवार को कांवड़ यात्री इकट्ठा होते हैं और 5-10 हजार लोग शिव जी का जलाभिषेक करते हैं. ये कांवड़ यात्री मदिंर के आभरण से जल लेकर लोधेश्वर मंदिर में जाकर शिव जी का जलाभिषेक करते हैं.
-संगीत पाठक, प्रबंधक, मेला कमेटी

Intro:बाराबंकी :-सावन के पहले सोमवार में भक्तों का उठा सैलाब आस्था के चलते काफी संख्या में भक्तों ने कावर उठा कर शिवजी की उपासना के लिए काफी संख्या में भक्तों ने पदयात्रा शुरू कर दी है इस पदयात्रा में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं कई किलोमीटर यात्रा तय करने के बाद भक्त अपनी मनचाही मुराद पाने के लिए या यात्रा करते हुए नजर आ रहे हैं मान्यता यह है कि सावन के महीने में जो व्यक्ति कांवर उठा कर शिव जी के दर्शन करता है उसे मनचाही मुराद प्राप्त होती है।


Body: तहसील फतेहपुर क्षेत्र के ग्राम पैती पुर में स्थित भगवान शिव का मंदिर है जो प्रश्नयनाथ के नाम से मशहूर है इस मंदिर मान्यता है किमहाभारत काल मे जब पांडवो को अज्ञात वास हुवा था तब पांडवो ने यहां पर माता कुंती के आदेश पर शिव लिग की स्थापना की गई थी और मन मांगी मुराद पूरी की थी ।तभी से यहां सावन के महीने में भक्तों का काफी संख्या में ताता लगा रहता है। यहां भक्त अपनी मन मांगी मुराद पूरी करने के लिए कमल सरोवर से जल भरकर कावर उठा कर करीब 40 किलोमीटर दूरी पर स्थित लोधेश्वर मंदिर जाकर जलाअभिषेक अभिषेक करके पैदल वापस भगौली तीर्थ आते हैं यहां पर भगवान भोलेनाथ का मंदिर श्री प्रसन्न नाथ के दर्शन के उपरांत अपने घर को वापस जाते हैं और मनचाही मुराद प्राप्त करते हैं जानकार बताते हैं कि भगवान प्रसन्न नाथ का मंदिर लोधेश्वर मंदिर व कुंतेश्वर मंदिर एक सीधी दिशा में ही स्थापित हैं। सावन के महीने में भगौली तीर्थ में मेला लगता है।जिसमे काफी संख्या में श्रद्धलुओं की उपस्थिति होती है।तथा भगवान शिव के दर्शन करके मन मांगी मुराद पूरी करते है


Conclusion:महंत अभय पूरी की बाइट

मेला कमेटी के प्रबंधक संगीत पाठक की बाइट


मंदिर का विजवल



गणेश शंकर मिश्रा विभान सभा कुर्सी etv भारत
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