बाराबंकी: लखनऊ से गाजीपुर तक बन रहे पूर्वांचल एक्प्रेसवे का शनिवार को अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन के नेतृत्व में तीन सदस्यीय विशेष टीम ने निरीक्षण किया. इस दौरान टीम ने कार्यदाई संस्था को इसे 26 जनवरी तक हर हाल में पूर्ण करने के निर्देश दिए. टीम में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी और अपर मुख्य सचिव अवस्थापना आलोक कुमार भी मौजूद रहे. निरीक्षण के दौरान अवनीश अवस्थी ने बताया कि फेज 1 में एक आरओबी और फेज 2 में गोमती पुल के निर्माण में देरी हो रही है, जिसे दिन प्रतिदिन मॉनिटरिंग कर जल्द पूर्ण कराया जाएगा, जिससे नए साल पर पूर्वांचल के 8 जिलों को सीधे राजधानी से जोड़ा जा सके.
मालूम हो कि पूर्वांचल के 8 जिलों लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अम्बेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर को सीधे लखनऊ से जोड़ने के लिए पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का निर्माण कराया जा रहा है. 6 लेन वाले इस एक्सप्रेस वे को जनवरी 2021 तक पूरा कर लिया जाना है. यूपीडा इसकी कार्यदाई संस्था है. 340.8 किमी. लम्बा यह हाईवे लखनऊ के चांदसराय गांव से शुरू होकर 8 जिलों से गुजरता हुआ यूपी-बिहार सीमा से सटे गाजीपुर जिले के हैदरिया गांव तक जाएगा. इस निर्माण पर 22,494.66 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
जनवरी तक पूरा हो जाएगा काम
जनवरी तक काम पूरा हो जाए लिहाजा शासन इसको लेकर गम्भीर है. इसके मद्देनजर शनिवार को शासन से विशेष टीम निरीक्षण करने पहुंची. इस दौरान टीम ने निर्माण की गुणवत्ता भी परखी. इस दौरान अवनीश अवस्थी ने कहा कि फेज 1 और 2 यानी लखनऊ और बाराबंकी के हिस्से को 26 जनवरी तक हर हाल में चला देना है. उन्होंने बताया कि एक रेलवे ओवर ब्रिज और एक गोमती पुल के निर्माण में कुछ देरी हो रही है, जिसे प्रतिदिन मॉनिटर कर जल्द पूर्ण कराया जाएगा ताकि जनवरी तक काम पूरा हो जाए.
सुलतानपुर में दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी, औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टंडन और अपर मुख्य सचिव उद्योग विभाग आलोक कुमार नियत समय से लगभग 2 घंटे की देरी से सुलतानपुर के हलियापुर स्थित पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे कार्यालय पहुंचे. जहां पर जिलाधिकारी सुलतानपुर रवीश गुप्ता और शिवहरी मीणा पुलिस अधीक्षक सुलतानपुर ने उनकी अगवानी की. वहां उनको गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, जिसके बाद वह सीधे समीक्षा भवन पहुंचे. जहां उन्होंने अधिकारियों के साथ चल रहे निर्माण कार्य और पूरा होने की समय अवधि समेत गुणवत्ता पर विचार विमर्श किया. समीक्षा बैठक के बाद उन्होंने चल रहे निर्माण कार्य की प्रगति भी देखी.
आजमगढ़ के कैम्प कार्यालय में हुई समीक्षा बैठक
जिले में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के पैकेज-5 व 6 के कैम्प कार्यालय किशुनदासपुर में पहुंचे यूपीडा के सीईओ अवनीश अवस्थी और अपर मुख्य सचिव अवस्थापना आलोक कुमार ने स्थलीय निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने सड़क खुदवाकर उसकी गुणवत्ता को चेक किया. इसके बाद उन्होंने कैम्प कार्यालय में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. यूपीडा के सीईओ अवनीश अवस्थी ने कहा कि उनकी पूरी कोशिश है कि एक्सप्रेस वे को जनवरी के अंत तक हर हाल में चालू कर दें. उन्होंने कहा कि जब तक पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे चालू होगा तब तक लखनऊ रिंग रोड भी चालू हो जायेगी, जिसके बाद आजमगढ़ से दिल्ली का सफर 7 से 8 घंटे में पूरा हो जायेगा.
हवाई मार्ग से पहुंचे कासिमाबाद
अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने शनिवार को जनपद गाजीपुर में बन रहे पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का निरीक्षण किया. इस दौरान वह हवाई मार्ग से कासिमाबाद पहुंचे. जहां उनकी तीन सदस्यीय टीम ने निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने गाजीपुर और मऊ के जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और प्रमुख अधिकारियों के साथ मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि जनवरी में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे शुरू हो जायेगा. उन्होंने कहा कि अप्रैल माह से हाईवे पर टोल टैक्स की वसूली भी शुरू कर दी जाएगी.
पैकेज तीन में 78 और पैकेज चार में 65 फीसदी की हुई वृद्धि
आईआईडीसी आलोक टंडन, अपर मुख्य सचिव गृह व यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी और अपर मुख्य सचिव औद्योगिक विकास एवम अवस्थापना आलोक कुमार की संयुक्त टीम राजधानी लखनऊ पहुंची. इस दौरान इस टीम ने एक्सप्रेस-वे के पैकेज 3 और 4 का स्थलीय निरीक्षण कर निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की. अवनीश अवस्थी ने कहा कि अक्टूबर में पैकेज 3 और पैकेज 4 की प्रगति क्रमशः 78 प्रतिशत एवं 65 प्रतिशत हुई है. अवस्थी ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि नवम्बर के महीने में 6.5 प्रतिशत इसे और बढ़ाया जाए. इसके साथ ही दिसंबर में कुल प्रगति 90 प्रतिशत का लक्ष्य रखा जाए.
अपर मुख्य सचिव गृह ने कहा कि इस टीम द्वारा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के स्थलीय निरीक्षण एवं कार्य की प्रगति से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अवगत कराया जाएगा. बैठक में अवस्थी ने कहा कि इस परियोजना की कुल भौतिक प्रगति लगभग 62 प्रतिशत पूर्ण हो चुकी है. उन्होंने इस परियोजना को इस वित्तीय वर्ष में पूर्ण करने के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित भी किया. उन्होंने कहा कि यह परियोजना मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में है. यह परियोजना पूर्वांचल के लोगों के लिए लाभकारी साबित होगी. उन्होंने निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए और कहा कि निर्माण कार्य की गुणवत्ता एवं मानकों से कोई समझौता नहीं किया जायेगा. इसके अतिरिक्त उन्होंने बताया कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे का काम भी प्रगति पर चल रहा है.