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बाराबंकी: बाढ़ का पानी हुआ कम, गंदगी से बढ़ रही बीमारियां

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में बाढ़ का पानी कम होने के बाद अब बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है. बाढ़ के पानी के साथ आई गंदगी से महामारी और बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ गया है.

डॉ. आदर्श सिंह , जिलाधिकारी
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Published : Aug 20, 2019, 10:18 PM IST

बाराबंकी: घाघरा नदी के किनारे स्थित रामसनेही घाट, सिरौलीगौसपुर, रामनगर और फतेहपुर तहसील के तराई क्षेत्र में बाढ़ की समस्या धीरे-धीरे कम हो रही है. लेकिन जलभराव से गंदगी के कारण अब बीमारियां फैलने की आशंका तेजी से बढ़ रही है. प्रशासन ने इसके लिए कड़े इंतजाम भी कर रखा है कि किसी भी प्रकार से इन क्षेत्रों में बीमारियां फैलने न पाए. वहीं अगर थोड़ी बहुत समस्या उत्पन्न हो रही हो तो उसे समय रहते नियंत्रण में कर लिया जाए. हर बार बाढ़ के साथ जिले में इसी प्रकार से तमाम समस्याएं उभर कर आती है जबकि उसके स्थाई समाधान की आवश्यकता है.

डॉ. आदर्श सिंह , जिलाधिकारी
बाढ़ से शहर भर में पानी ही पानी के बाद अब बीमारियों का खतरा-पिछले दिनों और वर्तमान में घाघरा नदी के कारण, जिले के लगभग 3 तहसीलों के तराई क्षेत्रों में, बाढ़ की समस्या देखने को मिल रही थी. यही वजह है कि इन क्षेत्रों में तमाम प्रकार की समस्याओं ने अपना डेरा जमाना शुरू कर दिया है. जैसे-जैसे नदी के जलस्तर में गिरावट आ रही है, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब पानी और कम होता जा रहा है. लेकिन पानी कम होने के साथ-साथ गंदगी और नदी के साथ आई मिट्टी के कारण, अब बीमारियों की बढ़ने की संभावना तेजी से बढ़ रही है.

बीमारियों से निपटने के लिए प्रशासन ने कसी कमर-

क्षेत्र में कड़ी धूप के साथ कचरे के कारण नीचे पानी में बहुत तेजी के साथ गंदगी बढ़ रही है, जिससे तमाम प्रकार की महामारी और बीमारियों के फैलने का खतरा मंडरा रहा है. हालांकि प्रशासन ने इस पूरे व्यवस्था में यह ध्यान रखा है कि कहीं किसी भी प्रकार से चूक न होने पाए.

यही वजह है कि हर क्षेत्र में एंबुलेंस डॉक्टर और छिड़काव संबंधित सारी तैयारियां पूरी करने के साथ-साथ, उन्हें प्रभावी तरीके से लागू करने की भी व्यवस्था कर ली गई है. लेकिन अब यह देखने वाली बात होगी कि , समय रहते क्या सभी व्यवस्था ठीक तरीके से लागू हो पाती है, जिससे लोगों को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े.



बाराबंकी: घाघरा नदी के किनारे स्थित रामसनेही घाट, सिरौलीगौसपुर, रामनगर और फतेहपुर तहसील के तराई क्षेत्र में बाढ़ की समस्या धीरे-धीरे कम हो रही है. लेकिन जलभराव से गंदगी के कारण अब बीमारियां फैलने की आशंका तेजी से बढ़ रही है. प्रशासन ने इसके लिए कड़े इंतजाम भी कर रखा है कि किसी भी प्रकार से इन क्षेत्रों में बीमारियां फैलने न पाए. वहीं अगर थोड़ी बहुत समस्या उत्पन्न हो रही हो तो उसे समय रहते नियंत्रण में कर लिया जाए. हर बार बाढ़ के साथ जिले में इसी प्रकार से तमाम समस्याएं उभर कर आती है जबकि उसके स्थाई समाधान की आवश्यकता है.

डॉ. आदर्श सिंह , जिलाधिकारी
बाढ़ से शहर भर में पानी ही पानी के बाद अब बीमारियों का खतरा-पिछले दिनों और वर्तमान में घाघरा नदी के कारण, जिले के लगभग 3 तहसीलों के तराई क्षेत्रों में, बाढ़ की समस्या देखने को मिल रही थी. यही वजह है कि इन क्षेत्रों में तमाम प्रकार की समस्याओं ने अपना डेरा जमाना शुरू कर दिया है. जैसे-जैसे नदी के जलस्तर में गिरावट आ रही है, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब पानी और कम होता जा रहा है. लेकिन पानी कम होने के साथ-साथ गंदगी और नदी के साथ आई मिट्टी के कारण, अब बीमारियों की बढ़ने की संभावना तेजी से बढ़ रही है.

बीमारियों से निपटने के लिए प्रशासन ने कसी कमर-

क्षेत्र में कड़ी धूप के साथ कचरे के कारण नीचे पानी में बहुत तेजी के साथ गंदगी बढ़ रही है, जिससे तमाम प्रकार की महामारी और बीमारियों के फैलने का खतरा मंडरा रहा है. हालांकि प्रशासन ने इस पूरे व्यवस्था में यह ध्यान रखा है कि कहीं किसी भी प्रकार से चूक न होने पाए.

यही वजह है कि हर क्षेत्र में एंबुलेंस डॉक्टर और छिड़काव संबंधित सारी तैयारियां पूरी करने के साथ-साथ, उन्हें प्रभावी तरीके से लागू करने की भी व्यवस्था कर ली गई है. लेकिन अब यह देखने वाली बात होगी कि , समय रहते क्या सभी व्यवस्था ठीक तरीके से लागू हो पाती है, जिससे लोगों को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े.



Intro:बाराबंकी, 20 अगस्त। बाराबंकी जिले के रामसनेहीघाट, सिरौलीगौसपुर, रामनगर और फतेहपुर तहसील के तराई क्षेत्र , जो घाघरा नदी के किनारे हैं, बाढ़ की समस्या धीरे-धीरे कम हो रही है. लेकिन जलभराव गंदगी के कारण अब बीमारियां फैलने की आशंका तेजी से बढ़ रही है. प्रशासन ने इसके लिए इंतजाम भी कर रखा है कि, किसी भी प्रकार से इन क्षेत्रों में बीमारियां फैलने पाए . यदि थोड़ी बहुत समस्या उत्पन्न भी हो तो उसे समय रहते नियंत्रण में कर लिया जाए. हर बार बार के साथ जिले में इसी प्रकार से तमाम समस्याएं उभर कर आती है, जबकि उनके स्थाई समाधान की आवश्यकता है.


Body:पिछले दिनों और वर्तमान में घाघरा नदी के कारण , बाराबंकी के लगभग 3 तहसीलों के तराई क्षेत्रों में , बाढ़ की समस्या देखने को मिल रही है. और यही वजह है कि इन क्षेत्रों में तमाम प्रकार की समस्याओं ने अपना डेरा जमाना भी शुरू कर दिया है. जैसे-जैसे नदी के जलस्तर में गिरावट आ रही है ,बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब पानी और कम होता जा रहा है. लेकिन पानी कम होने के साथ-साथ गंदगी और नदी के साथ आई मिट्टी के कारण , अब बीमारियों के बढ़ने की संभावना तेजी से बढ़ रही है. क्षेत्र में ऊपर से कड़ी धूप हो रही है, और कचरे के कारण नीचे पानी इत्यादि में बहुत तेजी के साथ गंदगी बढ़ रही है. जिससे तमाम प्रकार की महामारी और बीमारियों के फैलने का खतरा मंडरा रहा है. हालांकि प्रशासन ने इस पूरे व्यवस्था में यह ध्यान रखा है कि, कहीं किसी भी प्रकार से चूक ना होने पाए कि, जिससे बीमारियों के कारण स्थिति नियंत्रण से बाहर जाए. यही वजह है कि हर क्षेत्र में एंबुलेंस डॉक्टर और छिड़काव संबंधित सारी तैयारियां पूरी करने के साथ-साथ , उन्हें प्रभावी तरीके से लागू करने की भी व्यवस्था कर ली गई है. लेकिन अब यह देखने वाली बात होगी कि , समय रहते क्या सभी व्यवस्था ठीक तरीके से लागू हो पाती है. जिससे लोगों को किसी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े.



Conclusion:जिला प्रशासन बाढ़ आने और उसके बाद बीमारियां फैलने की समस्याओं से निजात के लिए प्रभावी कदम उठाने की बात कह रहा है , लेकिन अब आने वाले समय में यह देखने वाली बात होगी प्रशासन अपने इस दावे पर कितना खरा उतरता है.


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1- डॉ. आदर्श सिंह , जिलाधिकारी , बाराबंकी.


रिपोर्ट-  आलोक कुमार शुक्ला , रिपोर्टर बाराबंकी, 96284 76907
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